Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Haryana News: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में प्रदेश का पहला सिख संग्रहालय, सरकार ने परियोजना को दे दी हरी झंडी

हरियाणा सरकार ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर प्रदेश का पहला सिख संग्रहालय और धरोहर केंद्र बनाने की परियोजना को हरी झंडी दे दी है। संग्रहालय छठी पातशाही गुरुद्वारा के साथ थीम पार्क में तीन एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। प्रदेश के सिख समुदाय लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। विधायक सुभाष सुधा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया।

By Edited By: Jeet KumarUpdated: Sat, 21 Oct 2023 06:01 AM (IST)
Hero Image
राज्य सरकार ने कुरुक्षेत्र में प्रदेश का पहला सिख संग्रहालय बनाने की परियोजना को हरी झंडी दे दी है

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। राज्य सरकार ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर प्रदेश का पहला सिख संग्रहालय और धरोहर केंद्र बनाने की परियोजना को हरी झंडी दे दी है। संग्रहालय छठी पातशाही गुरुद्वारा के साथ थीम पार्क में तीन एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। जमीन को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने हरियाणा पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग को हस्तांतरित कर दिया है।

यह जानकारी शुक्रवार को विधायक सुभाष सुधा ने दी। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया। प्रदेश के सिख समुदाय लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर सिखों के सात गुरुओं ने रखे अपने चरणइस पावन धरा पर सिखों के पहले गुरु जगतगुरु श्रीगुरुनानक देव महाराज पहली उदासी के दौरान 1558 बैसाख की अमावस्या पर सूर्यग्रहण के समय पहुंचे।

यह भी पढ़ें- कुरूक्षेत्र के भगवान परशुराम कॉलेज के छात्रों के दो ग्रुप आपस में भिंड़े, एक छात्र की मौत

कुरुक्षेत्र पधारे थे सिखों के तीसरे गुरु

सिखों के तीसरे गुरु, गुरु अमरदास महाराज सन 1560 सूर्य ग्रहण के समय परिवार सहित कुरुक्षेत्र पधारे और छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद साहिब सन 1620 मई माह में कुरुक्षेत्र पहुंचे और एक मिट्टी के टीले पर बैठे जहां आज छठी पातशाही का महान स्थान है। सिखों के सातवें गुरु, गुरु हरिराय साहिब 10 मार्च 1656 ई० अमावस्या वाले दिन कुरुक्षेत्र पहुंचे, उसी स्थान जहां पहले गुरु अमरदास ने चरण डाले थे।

विधायक ने कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर 8वीं पातशाही गुरु हरि कृष्ण साहिब में पहुंचे और सिख धर्म के नौवें गुरु पातशाह श्रीगुरु तेग बहादुर साहिब 1665 में मालवा दौरे के दौरान कुरुक्षेत्र पहुंचे। उन्होंने संगत और संतों को अध्यात्म के मार्ग पर चलने का उपदेश दिया था। सिखों के 10वें गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज 1688-86 में सूर्य ग्रहण के समय कुरुक्षेत्र पहुंचे।

यह भी पढ़ें- मॉडल संस्कृति स्कूलों में सुविधाएं और शिक्षा का स्तर जांचेंगी टीमें, राज्य में 1400 से ज्यादा विद्यालय

भव्य व सुंदर होगा संग्रहायलय

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लाखों सिखों की मांग को पूरा करते हुए कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में तीन एकड़ भूमि पर भव्य, सुंदर, ऐतिहासिक और यादगार सिख संग्रहालय और धरोहर केन्द्र बनाने की योजना को स्वीकृति दी है। यह भूमि केडीबी की तरफ से हरियाणा पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग को 99 साल के पट्टे पर सौंपी है। स्वामित्व केडीबी के पास ही रहेगा। संग्रहालय में सिख गुरुओं के इतिहास को संजोया जाएगा।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर