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चैत्र चौदस मेले में तीन से चार लाख श्रद्धालुओं ने सरस्वती तीर्थ में लगाई श्रद्धा की डुबकी

दो साल बाद लगा तीन दिवसीय चैत्र चौदस मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया। इस विश्व प्रसिद्ध मेले में पिहोवा के सरस्वती तीर्थ तट पर तीन से चार लाख श्रद्धालुओं ने श्रद्धा की डुबकी लगाई। प्रदेश और दूसरे राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने पावन सरस्वती तीर्थ में स्नान व पिडदान करके अपने पितरों के मोक्ष की कामना की है। श्रद्धालुओं ने अपने पुरोहितों से वंशावली भी देखी। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद घाटों पर दीपदान किया। अलसुबह सरस्वती तीर्थ के घाट दीयों से जगमगा उठे।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 01 Apr 2022 11:22 PM (IST)
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चैत्र चौदस मेले में तीन से चार लाख श्रद्धालुओं ने सरस्वती तीर्थ में लगाई श्रद्धा की डुबकी

संवाद सूत्र, पिहोवा : दो साल बाद लगा तीन दिवसीय चैत्र चौदस मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया। इस विश्व प्रसिद्ध मेले में पिहोवा के सरस्वती तीर्थ तट पर तीन से चार लाख श्रद्धालुओं ने श्रद्धा की डुबकी लगाई। प्रदेश और दूसरे राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने पावन सरस्वती तीर्थ में स्नान व पिडदान करके अपने पितरों के मोक्ष की कामना की है। श्रद्धालुओं ने अपने पुरोहितों से वंशावली भी देखी। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद घाटों पर दीपदान किया। अलसुबह सरस्वती तीर्थ के घाट दीयों से जगमगा उठे।

चैत्र चौदस का पक्ष आरंभ हुआ तो हजारों की संख्या में श्रद्धालु सरस्वती मां की जय जयकार करते हुए पावन सरस्वती तीर्थ पर स्नान के लिए पहुंचे और पावन जल में श्रद्धा की डुबकी लगा अपने पितरों को जल अर्पित किया। मान्यता है कि यहां पर जो भी श्रद्धालु अपने पितरों का पिडदान व उनको जल अर्पण करते हैं तो उनके पितर प्रसन्न होकर परिवार में सुख समृद्धि की वर्षा करते हैं। श्रद्धालुओं ने पिडदान के बाद प्रेत पीपल पर जल व स्वामी कार्तिकेय मंदिर में तेल का दीपक जलाया। वहीं दरगाही शाह पर घोड़े चढ़ाए। श्रद्धालुओं ने पावन सरस्वती तट पर दीपदान भी किया। जिससे सरोवर का ²श्य मनोहारी हो गया। चैत्र चौदस मेले में पंजाब, हिमाचल, राज्यस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ सहित देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु यहां पहुंचे लेकिन सबसे ज्यादा संख्या पंजाब से आने वाले सिख श्रद्धालुओं की रही। श्रद्धालुओं ने विभिन्न मंदिरों व गुरुद्वारों में पूजा की।

पंजाबी गीतों ओर धार्मिक भजनों ने बांधे रखा श्रद्धालुओं को चैत्र चौदस मेले में आए श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए जिला सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा रात को विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कलाकारों ने गीतों व भजनों के माध्यम से जहां लोगों को परमात्मा का संदेश दिया वहीं उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के प्रति भी जागरूक किया। इन भजन पार्टी सदस्यों ने पंजाबी शब्दों, धार्मिक भजनों विषयों पर गीत प्रस्तुत किए।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुआ चैत्र चौदस मेला : मुकुल

उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि चैत्र चौदस मेले में विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्घालु सरस्वती तीर्थ पर पहुंचे। इन श्रद्घालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से 250 अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। मेले में 18 जगहों पर नाकाबंदी की गई थी और 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। महिला घाट पर महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। एसडीएम ने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और सफाई कराई। मेले में 200 से ज्यादा लोगों को मिलवाया गया।

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