Union Law Minister Kiren Rijiju: 'केंद्र सरकार की सोच स्पष्ट, संविधान के अनुसार ही चलेगा देश'- किरेन रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा कि अदालतों में उपयोग की जा रही भाषा को सरल बनाना चाहिए। यह जरूरी है कि भारतीय भाषाओं में अदालत में बहस हों ताकि जिसको न्याय दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है वह भी इसे अच्छी तरह से समझ सके।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कि संविधान से ही देश चलेगा, कोई भी इसे बिगाड़ने का काम करेगा तो देशवासियों को इसके बारे में सोचना होगा। देश में कई बार ऐसी परिस्थिति आई हैं जब पिछली सरकारों ने न्यायाधीशों की नियुक्ति पर भी नियंत्रण करने का प्रयास किया था।
'जनता की ओर से चुने गए प्रतिनिधि जनता के सेवक हैं'
वह सोमवार को गीता की धरा पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद गीता सदन में सोमवार देर शाम को अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के 16वें अधिवेशन में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जनता की ओर से चुने गए प्रतिनिधि जनता के सेवक हैं। उनकी जनता के प्रति जवाबदेही है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों को भी सोचना होगा। संविधान के दायरे में रहते हुए काम हों। संविधान के अनुसार, काम होंगे तो किसी को भी उंगली उठाने का मौका नहीं मिलेगा।
भाषा को सरल बनाना चाहिए- किरेन रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा कि अदालतों में उपयोग की जा रही भाषा को सरल बनाना चाहिए। यह जरूरी है कि भारतीय भाषाओं में अदालत में बहस हों ताकि जिसको न्याय दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है वह भी इसे अच्छी तरह से समझ सके।
28 राज्यों से दो हजार से अधिक अधिवक्ताओं ने लिया हिस्सा
इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश सूर्याकांत ने विधिवत रूप से दीप प्रज्वलित कर अधिवेशन का शुभारंभ किया। इस अधिवेशन में देश भर के 28 राज्यों से दो हजार से अधिक अधिवक्ता हिस्सा लिया। इस मौके पर मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश गुरपाल ¨सह आहलूवालिया, न्यायाधीश स्वर्ण कांता, एडवोकेट जरनल हरियाणा एवं अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के पूर्व अध्यक्ष बलदेव राज महाजन, विधि आयोग के सदस्य मुकेश गर्ग मौजूद रहे।