आयुर्वेद संहिताओं में मनुष्य की आयु बढ़ाने के अनेक उपाय : डॉ. बलदेव कुमार
श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने कहा कि आयुर्वेद संहिताओं में मनुष्य की आयु बढ़ाने के लिए अनेक उपाय बताए हैं जिसके लिए चिकित्सकों को आयुर्वेद का अध्ययन करना चाहिए।
By JagranEdited By: Updated: Fri, 25 Oct 2019 06:18 AM (IST)
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने कहा कि आयुर्वेद संहिताओं में मनुष्य की आयु बढ़ाने के लिए अनेक उपाय बताए हैं, जिसके लिए चिकित्सकों को आयुर्वेद का अध्ययन करना चाहिए।
डॉ. बलदेव कुमार श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक महाविद्यालय में महर्षि धनवंतरी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इस दौरान समाजसेवी डॉ. प्रीतम सिंह भी विशेषातिथि के तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि महर्षि धनवंतरी ने आयुर्वेद के माध्यम से प्राणी मात्र को शारीरिक एवं मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने के सूत्र दिए हैं, जिनसे हमें लाभ उठाना चाहिए। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिल शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद में द्रव्यों का विशेष महत्व होता हैं, जिससे व्यक्ति की गंभीर बीमारियों का भी उपचार संभव होता हैं। शरीर की अष्ट धातुओं के निर्माण पर आयुर्वेदिक द्रव्य महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इस दौरान डॉ. श्रीनिवास गुज्जरवार ने कहा कि दीर्घायु प्राप्त करने में आयुर्वेद की अहम भूमिका होती है, इसकी औषधियां बीमारियों का समूल नष्ट करने में सक्षम होती हैं। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. मनीष सैनी ने कहा कि आयुर्वेद को विश्वसनीय बनाए जाने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करना चाहिए, जिससे हम आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सफल होंगे। डॉ. रजनीकांत ने कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जिसको आम आदमी तक पहुंचाने के लिए आयुर्वेदिक फॉर्मूलों पर अनुसंधान करने की आवश्यकता है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवेंद्र खुराना ने सभी आगंतुकों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न भेंट किए तथा आयुर्वेद के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सचिन एवं डॉ. लसिता ने किया।
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