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कटकई की बजाए बिहाली गोशाला में बनेगा गोबरधन प्रोजेक्ट

खेती की लागत कम करने के लिए जैविक खेती ही उपाय है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस विषय पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। खेती को मुनाफा का सौदा बनाने तथा जहर से मुक्त करने के लिए कृषि अधिकारी एक-एक गोशालाओं को गोद लेकर जैविक खेती का माडल तैयार करें।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 19 Aug 2022 07:19 PM (IST)
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कटकई की बजाए बिहाली गोशाला में बनेगा गोबरधन प्रोजेक्ट

संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: खेती की लागत कम करने के लिए जैविक खेती ही उपाय है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस विषय पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। खेती को मुनाफा का सौदा बनाने तथा जहर से मुक्त करने के लिए कृषि अधिकारी एक-एक गोशालाओं को गोद लेकर जैविक खेती का माडल तैयार करें।

उक्त बातें भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय जाट-पाली महेंद्रगढ़ में आयोजित दिशा (डिस्टिक डेवलपमेंट कोआर्डिनेशन एंड मानिटरिग कमेटी) की बैठक में केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की समीक्षा करने के दौरान कहीं।

कृषि से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भी कुरुक्षेत्र में जैविक खेती को लेकर पिछले दिनों कृषि अधिकारियों का प्रशिक्षण करवाया है। अब ये अधिकारी गोशालाओं में जाकर किसानों व गोशाला संचालकों को प्रशिक्षित करें। इससे प्रदेश में गोशालाओं की आमदनी भी बढ़ेगी तथा किसानों को जैविक खेती की तरफ प्रोत्साहित भी किया जा सकेगा।

अधिकारी भी कोशिश करें कि किसी एक गांव को प्राकृतिक खेती का माडल गांव तैयार करें। खेती में अधिक मात्रा में रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशक का उपयोग करना पड़ता है। इससे सामान्य व छोटे किसान के पास कम जोत में अत्यधिक लागत लग रही है और जल, भूमि, वायु और वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है। साथ ही खाद्य पदार्थ भी जहरीले हो रहे हैं।

जिले में चार व तीन करम से कम चौड़ाई के रास्तों को इस योजना से पक्का करवाया जाए। इसके अलावा पांच एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को अपने ही खेत में मनरेगा के तहत कार्य करने के लिए पंजीकृत करवाएं। स्वच्छ भारत मिशन मिशन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि जिले के 99 गांव में घर-घर जाकर हर माह लगभग तीन हजार किलो प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा किया जा रहा है।

स्वच्छ भारत मिशन में ही गोबरधन योजना की समीक्षा करते हुए सांसद ने जानकारी दी कि जिले के गांव कटकई में बनने वाला यह प्रोजेक्ट अब बिहाली की गोशाला में बनाया जाएगा। वहां पर पर्याप्त मात्रा में गोबर भी उपलब्ध रहेगा। यह प्रोजेक्ट लगभग 104 लाख रुपये का है। एक्सपर्ट टीम की राय के बाद यह फैसला लिया गया है। वहां से बनने वाली गोबर गैस को पाइपलाइन के जरिए गांव तक पहुंचाया जाएगा।

इस बैठक में महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह, उपायुक्त डा. जयकृष्ण आभीर, अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया, नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी, नगर पालिका अटेली के चेयरमैन नितिन, नगरपालिका कनीना के चेयरमैन सतीश जैलदार तथा नगरपालिका महेंद्रगढ़ के चेयरमैन रमेश सैनी के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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