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कौन हैं अशोक तंवर? राहुल गांधी की रैली में छोड़ी बीजेपी, चुनाव में इन सीटों पर पड़ेगा असर

Haryana Election हरियाणा में चुनाव से ठीक दो दिन पहले अशोक तंवर ने बीजेपी को बड़ा झटका दे दिया है। अशोक तंवर ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। खास बात है कि अशोक तंवर गुरुवार को एक बजे तक भी बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे थे लेकिन अचानक उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। पढ़िए अशोक तंवर के बारे में जानिए सबकुछ।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 03 Oct 2024 04:06 PM (IST)
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अशोक तंवर ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, महेंद्रगढ़ (हरियाणा)। Haryana Election 2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव से महज दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी BJP) को एक बड़ा झटका लगा है। इसी साल जनवरी में भाजपा में शामिल हुए अशोक तंवर ने गुरुवार को राहुल गांधी की रैली में बीजेपी छोड़ दी। इस दौरान राहुल गांधी ने मंच पर ही तंवर का पार्टी में स्वागत किया।

महेंद्रगढ़ के गांव बवानिया में गुरुवार को आयोजित राहुल गांधी की रैली में अशोक तंवर ने कांग्रेस का पटका पहना। अब अशोक तंवर जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील करेंगे। चुनाव से ठीक दो दिन पहले उनके इस फैसले ने हरियाणा की राजनाति में भूचाल मचा दिया है।

उन्होंने 20 जनवरी 2024 को दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में बीजेपी ज्वाइन की थी।

अशोक तंवर 2024 के भारतीय आम चुनाव में सिरसा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कुमारी शैलजा से 2.50 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हार गए थे।

बीजेपी से पहले तंवर ने 2019 में कांग्रेस छोड़ी थी और 2022 में AAP में शामिल हुए थे। इसके बाद भाजपा का दामन थामा था और अब एक बार फिर से अपनी पुरानी पार्टी में चले गए। अब अशोक तंवर के कांग्रेस में शामिल होने से चुनाव में कई सीटों पर प्रभाव पड़ेगा। अशोक तंवर हरियाणा के दिग्गज नेता हैं और उनके द्वारा कांग्रेस का दामन थामने से हरियाणा की हिसार व सिरसा सीट पर बड़ा खेल हो सकता है। ऐसे में बीजेपी को इन सीटों पर नुकसान झेलना पड़ सकता है। 

कांग्रेस कमेटी के रह चुके पूर्व अध्यक्ष

अशोक तंवर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। अशोक तंवर एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वे भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बनने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे।

कब चर्चा में आए अशोक तंवर

अशोक तंवर उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने जेएनयू के छआत्र संघ के अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। वे 1999 में एनएसयूआई के सचिव और 2003 में इसके अध्यक्ष बने। लेकिन असली चेहरा उनका जब चमका, जब उन्होंने 2009 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में हरियाणा के सिरसा से 3,54,999 वोटों के अंतर से लोकसभा चुनाव जीता। इसके बाद वे 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में इंडियन नेशनल लोकदल के चरणजीत सिंह रोड़ी से चुनाव हार गए।

कहां हुआ अशोक तंवर का जन्म

राजनीति के खिलाड़ी अशोक तंवर का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के चिमनी में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता नाम दिलबाग सिंह और माता का नाम कृष्ण राठी थी। अशोक तंवर ने वारंगल के काकतीय विश्वविद्यालय से बी. ए. किया।

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इसके बाद वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालयके एतिहासिक अध्ययन केंद्र गए और यहां से उन्होंने एम. ए, एम, फिल और पी. एच. डी. की पढ़ाई पूरी की।

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