देशभर में 4000 से अधिक लोगों से ठगी कर 19 करोड़ का चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, अनोखा है फ्रॉड करने का तरीका
देशभर में चार हजार से अधिक ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। ये गिरोह अब तक 19 करोड़ रुपये की ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। इस गिरोह की तलाश पुलिस काफी दिनों से कर रही थी। वहीं पुलिस ने ऐसे अंजान लोगों द्वारा दिए जा रहे किसी भी बहकावे में न आने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, नारनौल (महेंद्रगढ़)। साइबर थाना की पुलिस टीम ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से फ्रेंडशिप का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने देशभर में चार हजार से अधिक ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हुए 19 करोड़ रुपये की राशि की ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया था। गिरोह ने नारनौल की रहने वाली महिला को विदेश से गिफ्ट डिलीवर करने के नाम पर 5.15 लाख का ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार बनाया था।
इस मामले में थाना साइबर क्राइम की पुलिस टीम ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी पहचान बिहार के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के गांव मलदहिया के राहुल, मो. हिमायतुल्लाह, नगर बादली के अमन और राजा विहार बादली के मो. राजा के रूप में हुई। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ट्रांजेक्शन डिटेल्स प्राप्त कर आरोपितों का पता लगाया।
पुलिस ने तीन दिसंबर को आरोपित राहुल और आरोपित मो. हिमायतुल्लाह को गिरफ्तार किया था, जिन्हें न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान पुलिस ने पूछताछ में आरोपितों से 17 मोबाइल 22 सिम कार्ड्स के साथ, 42 सिम कार्ड्स, 34 एटीएम और 17 हजार रुपए की नकदी बरामद की।
देश भर में 19 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड
पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ करते हुए मामले में छह दिसंबर को आरोपित अमन और आरोपित मो. राजा को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ कर न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित मो. हिमायतुल्लाह आरोपित रोहित से संपर्क कर उसको अकाउंट से पैसे निकालने के लिए कहता था। आरोपित रोहित उस अकाउंट के एटीएम कार्ड का प्रयोग कर एटीएम से पैसे निकालता था। मामले की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपितों ने देशभर में 19 करोड़ से ज्यादा राशि का फ्रॉड किया है, जिस पर देशभर में चार हजार से भी ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं।
ऐसे ठग दे रहे ठगी की वारदात को अंजाम
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सुनीता गर्ग निवासी मोहल्ला नलापुर नारनौल ने थाना साइबर क्राइम महेंद्रगढ़ में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि चार नवंबर को फेसबुक पर उसने एक ऐड देखी, जिस पर क्लिक करने पर उनका व्हाट्सएप नंबर पर खुल गया। जिसपर शिकायतकर्ता ने मैसेज किया तो थोड़ी देर बाद उनका व्हाट्सएप पर फोन आ गया, जिनसे बातचीत होने सके बाद सामने वाले ने शिकायतकर्ता को बोला कि आप मेरे दोस्त बन गये हो मैं आपके लिए एक गिफ्ट भेज रहा हूं।
उसके बाद नौ नवंबर को शिकायतकर्ता के पास दूसरे नंबर से व्हाट्सएप काल आई, जिसने बताया कि वो मुम्बई से बोल रहा है। आपके किसी दोस्त ने यूके से कोरियर भेजा है, यह कोरियर फ्लाइट से आया है। इसका 15000 रुपये चार्ज लगा है। शिकायतकर्ता ने नंबर पर गूगल पे से पेमेंट कर दी। उसके बाद उसने शिकायतकर्ता से 25 हजार रुपए टैक्स के मांगे। उसने 50 हजार रुपये टैक्स के और मांगे।
ऐसा करके शिकायतकर्ता ने अपने खाते से 2.55 लाख रुपये और अन्य 2.60 रुपये अलग-अलग सीएससी सेंटर से भेज दिए। शिकायतकर्ता ने नौ नवंबर से 13 नवंबर तक कुल 5.15 लाख रुपये भेज दिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले में पुलिस ने महत्वपूर्ण जानकारी जुटाकर आरोपितों का पता लगाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अनजान लोगों की बातों में न आएं: कप्तान
पुलिस कप्तान नितिश अग्रवाल ने कहा कि साइबर ठगी को लेकर जिला पुलिस लगातार जागरुकता अभियान चला रही है। ठग तरह-तरह के बहाने और प्रलोभन देकर भोले-भाले लोगों को शिकार बना लेते हैं। इसलिए आमजन से अपील है कि अनजान लोगों की बातों में न आएं और किसी भी प्रकार के प्रलोभन को स्वीकार न करें।