निर्माण सामग्री महंगा होने से आमजन परेशान
लॉकडाउन के चलते श्रमिकों की कमी और निर्माण सामग्री की कमी के कारण लोगों का घर बनाना मुश्किल हो रहा है।
By JagranEdited By: Updated: Mon, 01 Jun 2020 03:33 PM (IST)
संवाद सहयोगी, सतनाली :
लॉकडाउन के चलते श्रमिकों की कमी और निर्माण सामग्री की कमी के कारण घर बनाना मुश्किल हो रहा है। जिन लोगों ने इस साल घर बनाने की तैयारी की थी यह निर्माण सामग्री के दाम दिनोंदिन बढ़ने, पेट्रोल डीजल के बढ़ते भाव के कारण मध्यमवर्गीय और बीपीएल परिवारों के लिए मकान बनाना मुश्किल हो रहा है। भवन निर्माण सामग्री व्यापारी अजयपाल सिंह शेखावत का कहना है कि लॉकडाउन के चलते महंगाई बढ़ी है तथा सीमेंट, रेती, रोडी, क्रशर के रेट में भारी वृद्धि हुई है। इस कारण अब मकान बनाना आसान काम नहीं रह गया है। वैसे तो मई से जुलाई माह के दौरान हर बार कीमतों में वृद्धि होती है परंतु इस बार लॉकडाउन में माल की कमी व समय पर स्टॉक न मिलने से कीमतों में इजाफा हुआ है। राजमिस्त्री की मजदूरी में भी भारी वृद्धि हो गई है। तीन साल पहले जहां मिस्त्री 450 रुपये प्रति दिन के हिसाब से मजदूरी लेते थे अब 650 से 700 रुपये ले रहा है। मजदूरी के रेट भी 300 रुपये प्रतिदिन से बढ़कर 450 से 500 तक पहुंच गए है।
सौ गज मकान के लिए चाहिए 9 से 10 लाख रुपये :
ठेकेदार सांवरमल वर्मा कहते हैं कि आज 100 गज पर मकान बनाने के लिए कम से कम 9 से 10 लाख रुपये जेब में होने चाहिए। बाजार में भवन निर्माण सामग्री के रेट :
सीमेंट- 400 से 420 रुपये प्रति कट्टा जमुना रेती:- 40 से 45 रुपये प्रति फुट रोडी:- 35 रुपये प्रति फुट क्रैशर:- 35 रुपये प्रति फुट लोहे की गाटर : 200 से 250 रुपये प्रति फुट लोहे का सरिया:- 45 रुपये प्रति से शुरू पत्थर:- 35 रुपये फुट से शुरू ईंट:- 5500 से 6500 रुपये प्रति हजार
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