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हरियाणा के नूंह में बैठे साइबर ठग, हैदराबाद के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को इस तरह लगा दी 64 लाख की चपत

यहां के बसई मेव में रहने वाले साइबर ठगों ने हैदराबाद के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर से लोन दिलाने के नाम पर 64 लाख की रकम ठग ली। ठग ने बैंक से लोन दिलाने के नाम पर दस बार में ऑनलाइन रकम डलवाई। ठगी पिछले साल अप्रैल माह में हुई थी। पीड़ित ने हैदराबाद के साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया था।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 10 Sep 2023 07:29 PM (IST)
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हरियाणा के नूंह में बैठे साइबर ठग, हैदराबाद के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को इस तरह लगा दी 64 लाख की चपत
नूंह/फिरोजपुर झिरका। नूंह जिले के बसई मेव में रहने वाले साइबर ठगों ने हैदराबाद के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर से लोन दिलाने के नाम पर 64 लाख की रकम ठग ली। ठग ने बैंक से लोन दिलाने के नाम पर दस बार में ऑनलाइन रकम डलवाई। ठगी पिछले साल अप्रैल माह में हुई थी।

पीड़ित ने हैदराबाद के साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया था। वहां की पुलिस टीम ने जांच कर पांच ठगों की पहचान कर रविवार को छह सदस्यीय टीम नूंह पहुंची। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणियां से जांच में मदद मांगी।

एसपी ने क्राइम ब्रांच थाना फिरोजपुर थाना पुलिस को साथ में छापेमारी के लिए भेजा। छापेमारी करने पहुंची पुलिस टीम के हाथ अभी साइबर ठग नहीं लगे हैं। हैदराबाद की पुलिस टीम अभी नूंह में ही मौजूद है।

एक कॉल आने के बाद दलदल में फंसा इंजीनियर

हैदराबाद के रहने वाले दिवाकर एक प्राइवेट कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनके पास दो अप्रैल, 2022 को एक कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद को एक बैंक का मैनेजर बताया था। उसने कहा कि आसान किश्तों पर उनकी बैंक की ओर से लोन दिया जाता है।

इस तरह झांसे में आया पीड़ित

दिवाकर को मकान खरीदने के लिए डेढ़ करोड़ की रकम लोन में चाहिए थी। वह फर्जी बैंक अधिकारी साइबर ठग के झांसे में आ गए और लोन लेने के लिए राजी हो गए। ठग ने उन्हें बताया कि कुछ देर में लोन देने वाली शाखा का बैंक कर्मी बात करेगा। कुछ देर बाद दूसरे ठग की भी कॉल आ गई।

रकम वापस करने का किया था वादा

उसने गारंटी के नाम पर पहले दस लाख की रकम जमा कराने को कहा और एक बैंक खाता दे दिया। यह भी कहा कि बैंक लोन जारी होने पर यह रकम रिफंड (वापस) कर दी जाएगी।

धीरे-धीरे कर 64 लाख रुपये खाते में डलवाए

पुलिस के अनुसार, छह माह तक ठग दिवाकर से अलग-अलग विंग का कर्मचारी बता रकम डलवाते रहे। 64 लाख की रकम जाने के बाद ठगों ने अपने मोबाइल नंबर बंद कर लिए। इसके बाद इंजीनियर को ठगी का अहसास हुआ और साइबर क्राइम थाने में इसी साल अप्रैल माह में मामला दर्ज कराया।

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ठगों को पुलिस को चला पता

हैदराबाद साइबर सेल की टीम ने जांच में पाया कि बैंक मैनेजर और बैंक कर्मी बन बसईमेव गांव (नूंह जिला) के रहने वाले अफजल हुसैन, हबीब, अलताफ, वारिश खान और भरतपुर (राजस्थान) के पहाड़ी के रहने वाले जाहुल ने दिवाकर के साथ ठगी की है। इसके बाद पांचों आरोपित को पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर प्रशाद राव की अगुवाई में हैदराबाद की पुलिस टीम नूंह आई।

थाना प्रभारी फिरोजपुर झिरका इंस्पेक्टर जगबीर सिंह ने बताया कि आरोपितों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपित बसईमेव गांव में नहीं हैं। उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

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