Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Nuh Violence मामले में कांग्रेस विधायक मामन खान को भेजा गया जेल, जिले में इंटरनेट सेवा आज भी बंद

Nuh Violence आज रिमांड अवधि खत्म होने पर नूंह हिंसा मामले में आरोपित कांग्रेस विधायक को अदालत में पेश किया गया। इस दौरान नूंह की सीजेएम कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि आज रिमांड अवधि खत्म होने पर दोपहर को आरोपित विधायक मामन खान को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।

By Satyendra SinghEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Tue, 19 Sep 2023 12:43 PM (IST)
Hero Image
Nuh Violence मामले में कांग्रेस विधायक मामन खान को भेजा गया जेल

नूंह, जागरण संवाददाता। Nuh Violence Case :  31 जुलाई को नूंह के बड़कली चौक पर हुई हिंसा में संलिप्त रहने के आरोप में कांग्रेस विधायक मामन खान (Congress MLA Mamman Khan) को आज मंगलवार को जेल भेज दिया गया है। ताजा मामले में नूंह की सीजेएम कोर्ट ने मामन खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। 

उल्लेखनीय है कि नगीना थाने में दर्ज हुई छह एफआइआर में नामजद आरोपितों से मामन की हिंसा पूर्व बातचीत तथा वाट्सएप पर मैसेज भेजे गए हैं। चार में मामन को आरोपित बनाकर एसआइटी दो बार दो-दो दिन की रिमांड ले चुकी है।

शहर में सुबह से रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

आज रिमांड अवधि खत्म होने पर दोपहर को आरोपित विधायक को अदालत में पेश किया गया। इससे पहले मामन से हुई पूछताछ में सामने आया कि विधायक की आइटी सेल भी सक्रिय रही, पुलिस आज उस लैपटाप को भी बरामद करेगी, जिसे आइटीसेल देखने वाले मामन के दो कर्मचारी प्रयोग करते हैं।

जिले में आज भी इंटरनेट सेवा रात 12 बजे तक बंद रहेगी। आरोपित विधायक की पेशी को देखते हुए शहर में सुबह से ही सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। 

Also Read- 

विधायक मामन खान की रिमांड बढ़ने पर क्या बोले CM खट्टर? पोर्टल खत्म करने को लेकर हुड्डा पर कसा तंज

Nuh Violence: पाकिस्तान के यूट्यूबर्स से क्या है संबंध? SIT की पूछताछ में सवालों से बचते दिखे मामन खान

गनर के बयान पर चुप्पी साध गए मामन

31 जुलाई को हुई हिंसा में शामिल लोगों को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड में चल रहे कांग्रेस विधायक मामन खान पूछताछ में सीधे जवाब देने से अभी बच रहे हैं।

गिरफ्तारी से पहले हाईकोर्ट में याचिका लगाते वक्त उन्होंने दावा किया था कि वह घटना से पहले तथा घटना वाले दिन अपने क्षेत्र में नहीं थे। लेकिन हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआइटी) के सदस्यों ने पूछताछ के दौरान उनकी लोकेशन की रिपोर्ट रख सवाल किए तो आरोपित ने सीधे जवाब नहीं देते हुए कहा अदालत में अपना पक्ष रखेंगे।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें