Nuh Violence Case में एक साल से फरार छह आरोपी गिरफ्तार, भीड़ जुटाने का लगा था आरोप
नूंह हिंसा के मामले में एक साल से फरार चल रहे छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपितों पर वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से भीड़ जुटाने का आरोप लगा था। आरोपितों से मोबाइल बरामद किए गए हैं। पुलिस ने आरोपितों को गुरुवार को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, नूंह। बीते साल नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के एक मामले में पुलिस ने छह आरोपितों को काबू किया है। आरोपित एक साल से फरार चल रहे थे। इन सभी पर व्टअप ग्रुप के माध्यम से भीड़ जुटाने का आह्वान करने के आरोप में साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया था। गिरफ्तार आरोपितों को नियमानुसार कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
नूंह पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि बीते साल 31 जुलाई को नूंह में जलाभिषेक यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। जिसमें छह लोगों की जान गई थी। बड़ी संख्या में वाहनों को जला दिया गया। उपद्रवियों की भीड़ ने नूंह साइबर थाने को भी आग के हवाले कर दिया था।
वॉट्सऐप ग्रुपों के माध्यम से हिंसा भड़काने का आरोप
हिंसा से संबंधित पुलिस ने अलग-अलग मामले दर्ज कर 300 से अधिक आरोपितों की गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी थी। जिसमें बीते साल अगस्त माह में नूंह साइबर थाना पुलिस ने एक केस दर्ज किया था। जिसमें मुख्य रूप से आरोपितों द्वारा वॉट्सऐप ग्रुपों के माध्यम से हिंसा में भीड़ जुटाने का आह्वान और उकसाने के आरोप थे। इसके संदर्भ में अभी तक सिर्फ एक गिरफ्तारी हो सकी थी।मामले में लंबी जांच के बाद पुलिस ने फिरोजपुर नमक के रहने वाले नोमान,सद्दाम,साबिर अली, मोहम्मद मुस्तफा और अरबाज और मोहम्मद शाकिर को गिरफ्तार किया है। सभी के मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं। आरोपियों को नियमानुसार बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।हिंसा के दौरान इन आरोपियों ने वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से भीड़ को उकसाया। भीड़ ने हिंसा में आगजनी व लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते हुए भारी नुकसान पहुंचाया था। गिरफ्तार आरोपितों के मोबाइलों में नूंह हिंसा से संबंधित संदिग्ध चैटिंग मिली है। मामले में एक आरोपित की गिरफ्तारी पहले हो चुकी थी। - विमल कुमार, साइबर थाना प्रभारी, नूंह