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किसानों की लड़ाई और ज्यादा होगी मुखर: सत्यपाल मलिक

जब तक एमएसपी लागू नहीं होगी तथा उसे कानूनी दर्जा प्राप्त नहीं होगा तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा

By JagranEdited By: Updated: Sun, 21 Aug 2022 09:00 PM (IST)
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किसानों की लड़ाई और ज्यादा होगी मुखर: सत्यपाल मलिक

किसानों की लड़ाई और ज्यादा होगी मुखर: सत्यपाल मलिक

जागरण संवाददाता, नूंह: जब तक एमएसपी लागू नहीं होगी तथा उसे कानूनी दर्जा प्राप्त नहीं होगा तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा और इस बार किसानों की लड़ाई और ज्यादा मुखर तरीके से लड़ी जाएगी। किसान इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ेगा क्योंकि किसान को ईडी या सीबीआई का डर दिखाकर न तो डरा सकते हो और न ही पराजित कर सकते हो। ये बातें रविवार को अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने नूंह उपमंडल के किरा गांव स्थित वीर भगत सिंह गौशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने अपने संबोधन में सरकार पर तंज कसे।

मलिक ने कहा कि किसानों की मौत पर शोक संवेदना का एक शब्द तक नहीं व्यक्त किया गया। राज्यपाल पद को छोड़ने के बाद किसानों की लड़ाई में शामिल होऊंगा और किसानों के हक की लड़ाई लडूंगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह जाति-पाति के बंधन को छोड़कर एक मंच पर आएं और अपने हक की आवाज को बुलंद करें। किसानों की ताकत का ही नतीजा है कि जो नए कृषि कानूनों को वापस भी लिया। इसलिए किसान एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़ेंगे तो निश्चित तौर पर उन्हें कामयाबी मिलेगी। किसान जिस चीज को पैदा कर रहा है उसके दाम लगातार कम होते जा रहे हैं जबकि जिन चीजों को खरीदता है उनके दाम बढ़ रहे हैं। पिछले पांच सालों में अडाणी सबसे मालदार आदमी बन गए हैं। पानीपत में गेहूं का बहुत बड़ा गोदाम बनाया जिसमें गेहूं को स्टोर किया है। जब गेहूं के दाम बढ़ेंगे तो तब महंगे दामों में उस गेहूं को बेचकर कुछ लोग मुनाफा कमाएंगे और किसान अपने द्वारा कमाई हुई फसल को महंगे दामों पर खरीदने में मजबूर होगा। लेकिन हम एमएसपी की गारंटी लेकर रहेंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामजीलाल डागर, पूर्व विधायक सुभाष चौधरी, गौ सेवा आयोग के सदस्य सुरेंद्र प्रताप आर्य, जजपा के प्रदेश प्रवक्ता योगेश शर्मा, वीरेंद्र चेयरमैन, जीतन सरपंच किरा, रामकिशन भगत, जगदेव सरपंच दूबालू आदि मौजूद रहे।

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