Move to Jagran APP

Palwal News: सब्जियों के भाव औंधे मुंह गिरे, किसान परेशान; महिलाओं में खुशी की लहर

पलवल में सब्जी उत्पादक किसान लंबी दूरी तय कर सब्जियों की बिक्री करने मंडी पहुंच रहे हैं लेकिन दामों में गिरावट आने से उनका खर्च नहीं निकल पा रहा है। किसान खेतों में फूलगोभी पत्तागोभी बैंगन मेथी और सरसों मूली मटर टमाटर धनिया पालक आदि सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं। सब्जियों को तैयार करने में डीजल निराई गुड़ाई स्प्रे आदि में काफी खर्च आ रहा है।

By Ankur Agnihotri Edited By: Sonu SumanUpdated: Sun, 24 Dec 2023 09:13 PM (IST)
Hero Image
पलवल में सब्जियों के दाम गिरने से किसान परेशान। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, पलवल। सर्दियों में इन दिनों सब्जियों की आवक बढ़ने से पिछले माह के मुकाबले इस माह सब्जी के मूल्य में 40 से 50 प्रतिशत गिरावट ने गृहणियों के बजट को सही कर दिया है। मगर सब्जियों के भाव कम होने से किसानों के चेहरों पर मायूसी साफ दिखाई दे रही है।

सब्जी उत्पादक किसान लंबी दूरी तय कर सब्जियों की बिक्री करने मंडी पहुंच रहे हैं, लेकिन दामों में गिरावट आने से उनका खर्च नहीं निकल पा रहा है। किसान खेतों में फूलगोभी, पत्तागोभी, बैंगन, मेथी और सरसों, मूली, मटर, टमाटर, धनिया, पालक आदि सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं। सब्जियों को तैयार करने में डीजल, निराई, गुड़ाई, स्प्रे आदि में काफी खर्च आ रहा है।

नवंबर माह से सब्जियों के रेट गिरने लगे

किसानों ने बताया कि अक्टूबर माह में सब्जियों के दाम काफी अच्छे मिले थे। नवंबर माह से सब्जियों के दामों में गिरावट शुरू हो गई। दिसंबर माह में ठंड शुरू होते ही तीन दिन से सब्जियों के दामों में भारी गिरावट आई है। इससे उन्हें घाटा हो रहा है।

अक्टूबर और नवंबर में गांव की साप्ताहिक बाजारों में खुदरा बिक्री करने में मटर 50 से 60, फूलगोभी 40 से 50, मेथी और सरसों का साग 35 से 40, मूली 20 से 25 और टमाटर 70 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। सब्जियों के दाम अच्छे होने से काफी लाभ हुआ।

आम लोगों को काफी राहत मिली

वहीं रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली सब्जियां जिसमें आलू, टमाटर, गोभी, गाजर, मटर आदि के भाव कम होने से आम आदमी को काफी राहत मिली है। मंडी में सब्जी खरीदने आए ग्राहकाें का कहना था कि दो माह पहले तो सब्जियों के भाव आसमान पर थे। केवल जरूरत के लिए ही ना मात्र सब्जी खरीदी जा रही थी। जो आलू दो सप्ताह पहले 24 रुपये किलो था, आज 10 रुपये किलो में बिक रहा है। जबकि प्याज 40 से घटकर 25 रुपये किलो, टमाटर 50 से घटकर 20 रुपये प्रति किलो, गोभी 40 से घटकर 20 रुपये बेची जा रही है।

महिलाओं ने ली राहत की सांस

गाजर के भाव में भी काफी मंदा आया है दो सप्ताह पहले गाजर का मूल्य 30 रुपये किलो था जो अब गाजर 15 रुपये किलो बिक रही है। मटर के भाव 60 रुपये से घटकर 25 रुपये किलो रह गए है। इन सब्जी के घटे दामों ने महिलाओं की रसोई का बजट काफी कम किया है, जिससे महिलाओं ने राहत की सांस ली है।

पहले सब्जी बहुत महंगी मिल रही थी। अब सब्जी सस्ती है तो ज्यादा सब्जी की खरीदारी हो रही है। उस समय सोचना पड़ता था कि क्या खरीदे। नाम मात्र सब्जी खरीदकर घर वापस आ जाते थे। - दिनेश मंगला, कानूनगो मोहल्ला

पिछले दिनों आलू व टमाटर के रेट आसमान छू रहे थे। जिसको लेकर परेशानी आ रही थी। अब 10 रुपये किलों आलू मिल रहा है। टमाटर 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है। इस कारण घर कर बजट भी सुधर गया है। - संतोष गर्ग, गृहणी

सब्जियों के दाम गिरने से 70 से 80 रुपये थैला भर जा रहा है। रोटी चावल से अधिक लोग हरी सब्जी खा रहे है। क्योंकि काफी कम पैसा में जरूरत से अधिक सब्जी हो जाती है। हरी सब्जियों के भाव से काफी राहत है। - विनय कुमारी, गृहणी

सब्जी के दामों में सुधार होने की कोई गुंजाइश दूर-दूर तक भी नजर नहीं आ रही है, क्योंकि अभी भी सब्जी उत्पादकों के खेत सब्जियों से भरे हैं। सब्जी विक्रेता मांग से अधिक सब्जियों का उत्पादन हो रहा है, जिसके चलते सब्जियों के दाम कम हो गए हैं। - रमेश भारद्वाज, सब्जी मंडी, प्रधान

सब्जियों के भाव

सब्जी पुराना रेट नया रेट
आलू 18 10
मटर 60 25
गोभी 40 20
पत्ता गोभी 30 15
गाजर 40 20
टमाटर 50 20
बैगन 30 20
मूली 20 10
ये भी पढ़ें- राजस्थान पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर युवक से लाखों की ठगी, रुपये मांगने पर मार डालने की धमकी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।