Palwal: मनमोहन अमर रहे से गूंज उठा बलिदानी का पैतृक गांव बहीन, एक वर्षीय बेटे ने पिता को दी मुखाग्नि
लद्दाख में खाई में सेना का वाहन गिरने से पलवल के बलिदान हुए मनमोहन का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव आया। सांय को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। मनमोहन अपने घर के इकलौते चिराग थे। गांव के विद्यालय से बारहवीं कक्षा पास करके उन्होंने सेना में भर्ती होने के प्रयास शुरू कर दिए।
By Jagran NewsEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Mon, 21 Aug 2023 11:43 PM (IST)
पलवल जागरण संवाददाता। लेह लद्दाख के न्योमा में वाहन के खाई में गिरकर बलिदान हुए बहीन के रहने वाले सैनिक मनमोहन को सोमवार सांय को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हजारों की संख्या में लोग बलिदानी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
एक वर्षीय बेटे ने दी मुखाग्नि
बलिदानी के साथ आई सेना के जवानों ने उन्हें सलामी दी। बलिदानी के एक वर्षीय बेटे अर्पित ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान बलिदानी मनमोहन अमर रहे, वंदे मातरम्, भारत माता की जय के जयघोष से गूंज उठा। इससे पहले पलवल के कुसलीपुर से सैकड़ों की संख्या में मोटरसाइकिल पर तिरंगा लिए युवकों का काफिले के साथ बलिदानी के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव बहीन लाया गया।
खाई में वाहन गिरने से हुए थे बलिदानी
अंतिम संस्कार के मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और पलवल के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह सहित अन्य राजनैतिक व सामाजिक लोगों ने पुष्प अर्पित कर बलिदानी को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि शनिवार को लेह लद्दाख में सैनिक वाहन के खाई में गिर जाने के कारण उसमें सवार नौ सैनिक बलिदानी हो गए थे, इसमें एक सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस हादसे में बहीन के मनमोहन भी शामिल थे।मनमोहन 2017 में सेना में हुए भर्ती
मनमोहन सेना की आर्टलरी विंग में तैनात थे। मनमोहन सितंबर 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। सोमवार को बलिदानी मनमोहन का पार्थिव शरीर हवाई जहाज से लद्दाख से चंडीगढ़ लाया गया था। उसके बाद सड़क के रास्ते से सेना के वाहन में पार्थिव शरीर को दिल्ली के रास्ते से पलवल होते हुए बहीन लाया गया। बहीन में बलिदानी को राजकीय सम्मान के साथ वहां मौजूद लोगों ने नम आंखों से उसे अंतिम विदाई दी।
इस मौके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, एसडीएम लक्ष्मी नारायण, पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, हथीन विधायक प्रतिनिधि सतीश डागर, पूर्व विधायक रामजी लाल डागर, कांग्रेस नेता मोहम्मद इसराईल, मनोज रावत, सरपंच विक्रम सिंह बहीन, सुखराम डागर, यशपाल नागर, डा पवन जांगिड़, जीतू दीघोट, शीशपाल, प्रेम दलाल, शिव सिंह रावत, नरेंद्र विधूडी, योगेंद्र सहरावत, पूर्व सरपंच रतन सिंह, बलिदानी के पिता बाबूलाल शर्मा, पूर्व सैनिक कैप्टन बीएस पोसवाल के अलावा क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
बलिदानी के परिवार की आर्थिक सहायता के अलावा कई मांग सरकार से की। इस मौके पर यशपाल नागर, गांव के सरपंच विक्रम सिंह, मनोज रावत ने बलिदानी के परिवार को एक करोड़ आर्थिक सहायता तथा बलिदानी की पत्नी चंचल को सरकारी नौकरी की मांग की गई। इसके अलावा के गांव के लोगों ने बलिदानी के नाम से पार्क तथा विद्यालय का नामकरण बलिदानी के नाम पर करने , गांव में बलिदानी के नाम स्टेडियम बनाने की मांग सरकार की। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने भी सरकारी नियमों के अनुसार सभी सुविधाएं बलिदानी के परिवार को दिए जाने की मांग की।
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