Palwal: तीन लाख हड़पने के बाद भी नहीं भरा मन, बकाया रकम लेने आए साइबर ठगों को पुलिस ने धर दबोचा; तीन गिरफ्तार
पलवल पुलिस ने राजस्थान पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। गिरोह ने होडल की युवती से सब इंस्पेक्टर की नौकरी लगवाने की बात कहकर तीन लाख हड़प लिए। युवती को ठगी का शक हुआ तो उसने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद बकाया पैसे लेने आए तीन ठगों को पुलिस ने मौके से दर दबोचा।
पलवल, जागरण संवाददाता। राजस्थान पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। गिरोह ने होडल की युवती से सब इंस्पेक्टर की नौकरी लगवाने की बात कहकर तीन लाख हड़प लिए।
युवती को ठगी का शक हुआ तो उसने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद बकाया पैसे लेने आए तीन ठगों को पुलिस ने मौके से दर दबोचा। खुद को राजस्थान पुलिस का अधिकारी बताने वाला गिरोह का सरगना अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। होडल थाना पुलिस ने मामले में तीन ठगों को गिरफ्तार कर पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सोशल मीडिया पर हुई थी मुलाकात
मामले में होडल के गढ़ी मोड की रहने वाली रचना सांगवान ने शिकायत दर्ज करवाई है कि एक महीने पहले उसकी मुलाकात सोशल मीडिया पर रविंद्र नाम के व्यक्ति से हुई थी। रविंद्र ने खुद को जयपुर में डीएसपी मुख्यालय में तैनात बताया था।
आरोपित ने सोशल मीडिया पर पुलिस की वर्दी पहने हुए एक फोटो भी डाल रखी है। आरोपित ने पीड़िता को सरकारी दफ्तर में वर्दी पहने हुए अपने फोटो भी दिखाए थे और अपना आईडी कार्ड भी दिखाया था आरोपित ने उसे बताया कि वह रूपये लेकर राजस्थान पुलिस में सब इंस्पेक्टर की नौकरी दिलवाता है।
पीड़िता आरोपित रविंद्र के झांसे में आ गई। पीड़िता ने रविंद्र से अपने परिचित को नौकरी पर लगवाने की बात कही। इसकी एवज में आरोपित ने पीड़िता से दस लाख मांगे। करीब 18 दिन पहले आरोपित ने फोन कर आधे रुपयों की मांग की और बकाया रुपये नौकरी लगने के बाद देने के लिए कहा।
बकाया दो लाख का लालच पड़ा भारी
आरोपित ने कहा कि वह रूपये लेने अपने किसी साथी पुलिस कर्मचारी को उसके पास भेज देगा। करीब 15 दिन पहले आरोपित का फोन आया कि वह अपने दो पुलिसकर्मी साथियों को होडल भेज रहा है। इसके बाद पीड़िता ने उक्त लोगों को तीन लाख रूपये दे दिए। उसके बाद आरोपित उससे बकाया दो लाख रूपये मांगने लगा।
पीड़िता ने आरोपित से नौकरी के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद पीडिता को खुद के साथ ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित रचना सांगवान ने ठगी का अहसास होने पर मामले की सूचना तुंरत होडल थाना एसएचओ को दी।
पुलिस को सूचना देने के बाद पीड़िता ने आरोपित को दो लाख देने की हामी भर दी। बीती 24 जुलाई को आरोपित रविंद्र ने अपने तीन साथी राजस्थान नंबर की कार से होडल रुपये लेने के लिए भेजे। कार सवार तीनों ठगों को पुलिस ने मौके पर ही दबोच लिया।
पीड़िता के अनुसार, जैसे ही पुलिस ने पकड़ा तो मुख्य आरोपित रविंद्र सिंह का उसके पास फोन आया कि कोई कानूनी कार्रवाई की तो उसे परिवार सहित जान से खत्म करवा दिया जाएगा। पुलिस ने पकड़े गए ठगों से नाम पूछे तो उन्होंने अपने नाम अरुण, दीपक मोनू महावर बताए।