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Palwal News: मारपीट करने के तीन महीने बाद हुआ मुकदमा दर्ज, पुलिस पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का लगाया आरोप

पलवल में घर में घुसकर मारपीट मामले में तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज किया गयापुलिस पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मामले में कैंप थाना पुलिस ने एक नामजद समेत तीन के खिलाफ मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है।

By Ankur TripathiEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Tue, 11 Oct 2022 01:41 PM (IST)
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लवल जिले में घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज किया गया है
पलवल,जागरण संवाददाता । पलवल जिले में घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं पीड़ित ने पुलिस पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। इस मामले में कैंप थाना पुलिस ने एक नामजद समेत तीन आरोपितों के खिलाफ मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित ने 20 हजार रुपये व सोने की चेन लूटने का भी आरोप लगाया है।

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पुलिस कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी दी

शहर थाना प्रभारी रेनू देवी के अनुसार मामले में राजीव नगर निवासी नैम सिंह उर्फ राजू हलवाई ने पुलिस को शिकायत दी है कि बीती 13 जुलाई को रात के करीब 10 बजे वह, भाई हरपाल, उसकी पत्नी सोरज, बेटी लक्ष्मी, पड़ोसी सुखबीर, उसकी पत्नी किरण, सत्यवीर व उसकी पत्नी राधा के साथ अपने घर पर खाना खा रहा था। उसी दौरान पड़ोस में रहने वाला नौरंग उर्फ नब्बू अपने तीन दोस्तों के साथ छत के रास्ते चोरी की नीयत से उनके घर में घुस आया। आरोपितों ने उनपर हमला कर दिया। आरोपितों ने सरोज का हाथ तोड़ दिया और उसके साथ भी मारपीट की। शोर सुनकर लोग इकट्ठा हुए तो आरोपित जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। अगले दिन वे अस्पताल में उपचार घर लौट रहे थे, तो आरोपितों ने उन्हें घेर लिया और पुलिस कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी दी।

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जांच अधिकारी ने पीड़िता को पूरा-पूरा दिन चौकी में बिठाए रखते

आरोपितों ने कहा कि उन पर पहले ही मुकदमे चल रहे हैं, तुम उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते। इसके बाद उन्होंने आरोपितों के खिलाफ शिकायत दी। मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही उनका मेडिकल करवाया। उन्होंने खुद जाकर मेडिकल करावाया। उन्होंने डाक द्वारा मामले की शिकायत थाना प्रभारी, डीएसपी, एसपी व अन्य अधिकारियों को भेजी, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायत में कहा गया कि चौकी प्रभारी व जांच अधिकारी उसे पूरा-पूरा दिन चौकी में बिठाए रखते और उससे मेडिकल मांगते, जबकि जांच अधिकारी ने पहले ही अस्पताल से मेडिकल रिपोर्ट ले ली थी। पीड़ित का कहना है कि आरोपितों ने उन्हें जान का खतरा है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

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