Haryana News: हरियाणा में 10 साल में बदले 10 गृह सचिव, पांच साल से अतिरिक्त कार्यभार के सहारे चल रहा है विभाग
हरियाणा में पिछले 10 साल में 10 गृह सचिव बदले गए है। सीनियर आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार के रूप में गृह विभाग का कामकाज दिया जाता रहा है। ताजा प्रशासनिक फेरबदल में भी वित्त सचिव अनुराग रस्तोगी को अतिरिक्त कार्यभार के रूप में गृह विभाग दिया गया है। 1985 बैच के आईएएस पीके महापात्रा को नई भाजपा सरकार का पहला गृह सचिव लगाया गया था।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में गृह सचिव का पद प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल नहीं है। राज्य में पिछले पांच साल से गृह सचिव का पदभार किसी आईएएस अधिकारी को स्वतंत्र रूप से नहीं मिला है।
प्रदेश सरकार ने आईएएस अधिकारियों को गृह सचिव पद का दायित्व अतिरिक्त कार्यभार के रूप में ही सौंपा है। ताजा प्रशासनिक फेरबदल में भी वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को राज्य सरकार ने गृह सचिव का कार्यभार अतिरिक्त चार्ज के रूप में सौंपा है।
10 साल में 10 गृह सचिव
प्रदेश के वर्तमान मुख्य सचिव 1988 बैच के आईएएस टीवीएसएन प्रसाद पिछले एक साल से राज्य के गृह सचिव का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे थे, जिसे अब वापस लेकर 1990 बैच के आईएएस अनुराग रस्तोगी को सौंप दिया गया है। रस्तोगी का मुख्य कार्य वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का है।अगस्त 2022 से अगस्त 2023 की अवधि को छोड़कर हरियाणा सरकार में नियमित तौर पर गृह सचिव तैनात नहीं किया गया है। करीब 10 वर्ष पूर्व हरियाणा में जब अक्टूबर 2014 में भाजपा की सरकार बनी थी, तब से लेकर अब तक प्रदेश में 10 गृह सचिव हुए हैं।
गृह विभाग में पुलिस के अलावा जेल विभाग, क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन (गुप्तचर-सीआइडी) विभाग और न्याय प्रशासन विभाग आते हैं।
पांच वर्षो से नहीं मिला है स्थायी गृह सचिव
सबसे पहले नवंबर 2014 में 1985 बैच के आईएएस पीके महापात्रा को नई भाजपा सरकार का पहला गृह सचिव लगाया गया था। इसके एक वर्ष बाद नवंबर 2015 में 1986 बैच के आईएएस पीके दास को तैनात किया गया।इसके छह माह बाद ही मई 2016 में 1985 बैच के आईएएस रामनिवास को गृह सचिव बनाया गया था, जो सवा वर्ष इस पद पर रहे।
सितंबर 2017 में 1984 बैच के आईएएस एसएस प्रसाद राज्य के गृह सचिव बनाए गए, जो करीब दो वर्ष तक सेवाएं देते रहे। अगस्त 2019 में प्रसाद की सेवानिवृति से अब तक पांच वर्षो में प्रदेश को स्थायी गृह सचिव नहीं मिला है।
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