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हरियाणा में नए मंत्रिमंडल के लिए 15 विधायक शॉर्टलिस्ट, ओबीसी-दलित और ब्राह्मण चेहरों पर दांव खेल सकती है बीजेपी

Haryana Cabinet हरियाणा में मंत्रिमंडल के लिए बीजेपी ने 14 विधायकों को शॉर्टलिस्ट किया है। इनमें अनिज विज बल्लभगढ़ के विधायक पंडित मूलचंद शर्मा घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण सहित कई विधायक शामिल हैं। खास बात है कि भारतीय जनता पार्टी जाती समीकरणों को साधते हुए मंत्रिमंडल में नए चेहरों को जगह दे सकती है। फिलहाल देखना यह है कि बीजेपी किन नेताओं पर भरोसा जताती है।

By Anurag Aggarwa Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 15 Oct 2024 09:07 PM (IST)
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Haryana New Cabinet: अनिल विज, कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत सिंह

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा सरकार में जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नये मंत्री बनाए जाएंगे। इस बार चुनाव में भाजपा को गैर जाट मतदाताओं के सहारे तीसरी बार सत्ता में आने का मौका मिला है। गैर जाट मतदाताओं में भी वंचित और ओबीसी के साथ पंजाबी (अरोड़ा, खत्री, मुल्तानी) समाज के लोगों का भाजपा को भरपूर साथ मिला है।

ऐसे में वंचित, ओबीसी व पंजाबियों के साथ राजपूत, गुर्जर और वैश्यों तथा ब्राह्मणों का नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा। भाजपा सरकार में इस बार डिप्टी सीएम का पद नहीं होगा।

भाजपा को 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 46 की बजाय 48 सीटें मिली हैं, जो कि दो अधिक हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार को बिना शर्त अपना समर्थन दे रखा है।

अहीरवाल से दो मंत्री बनाए जाने प्रस्तावित हैं, जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की पसंद और नापसंद का पूरा ख्याल रखा जाएगा। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को इस बार केंद्रीय नेतृत्व काफी वेटेज दे रहा है।

इसलिए उनकी राय भी मंत्रियों के चयन में काफी अहम रहेगी, जबकि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का दिल्ली आवास सत्ता का बड़ा पावर केंद्र बना हुआ है।

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आरएसएस की रणनीति के कितने मायने?

मंत्रिमंडल में नाम तय करने के लिए चार स्तर पर हुई चर्चा का मिलाना किया जाएगा। आरएसएस से भी उसकी राय पूछी गई है। भाजपा इस बार आरएसएस की रणनीति के आधार पर चली तो उसका बेड़ा पार हुआ है। केंद्रीय नेताओं बीएल संतोष, मनोहर लाल, विनोद तावडे और बिप्लब कुमार देब की कमेटी अलग से मंत्रियों के नाम पर चर्चा कर रही है।

भाजपा का शीर्ष नेतृत्व खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास अपनी स्वयं की रिपोर्ट अलग है, जबकि एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री बनने जा रहे नायब सिंह सैनी से भी प्राप्त की गई है। इन चारों चर्चाओं और रिपोर्ट में कामन नाम के आधार पर मंत्रियों के नाम तय किए जा सकते हैं।

इन मंत्रियों के नाम किए गए शॉर्ट लिस्ट

भाजपा सरकार में 14 मंत्री बनाने का प्रविधान है, लेकिन दो से तीन पद खाली खे जाने की सूचना है, ताकि जो विधायक मंत्री बनने से वंचित रहेंगे, उनमें भविष्य में मंत्री बनने की चाह जीवित रहेगी।

अभी तक जिन विधायकों के नाम शॉर्ट लिस्ट किए गए हैं, उनमें अंबाला छावनी के विधायक अनिल विज, बल्लभगढ़ के विधायक पंडित मूलचंद शर्मा, घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण, फरीदाबाद के विधायक विपुल गोयल, बादशाहपुर के विधायक राव नरबीर, बरवाला के विधायक रणबीर गंगवा।

यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, पानीपत ग्रामीण के विधायक महीपाल सिंह ढांडा, अटेली की विधायक आरती राव, इसराना के विधायक कृष्ण पंवार, तोशाम की विधायक श्रुति चौधरी, हांसी के विधायक विनोद भ्याना, नरवाना के विधायक कृष्ण कुमार बेदी, गोहाना के विधायक डॉ. अरविंद शर्मा, और रादौर के विधायक श्याम सिंह राणा के नाम शामिल हैं।

मंत्री पद के लिए इन विधायकों की किस्मत भी खुलने के आसार

उपरोक्त विधायकों के अलावा जींद के विधायक डॉ. कृष्ण मिढा, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, समालखा के विधायक मनमोहन भड़ाना, तिगांव के विधायक राजेश नागर, पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, रेवाड़ी के विधायक लक्ष्मण यादव, दादरी के विधायक सुनील सांगवान, करनाल के विधायक जगमोहन आनंद और हिसार की निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल के नाम भी मंत्रियों की चर्चा सूची में शामिल हैं। इन्हीं में से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चयन किया जाएगा।

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