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Haryana: इजरायल जाने के लिए हरियाणा यूपी के 5600 श्रमिकों का चयन, इन राज्यों ने भी भर्ती में शामिल होने की इच्छा

हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के निर्माण श्रमिकों को कुशल और सुरक्षित तरीके से काम करने के लिए इजरायल भेजने के प्रयास रंग लाने लगे हैं। इस अभियान में हरियाणा और उत्तर प्रदेश के 5600 कुशल निर्माण श्रमिकों का चयन हो गया है। इजरायल सरकार की योजना है कि हर सप्ताह 700 से 1000 कुशल श्रमिकों को अपने देश ले जाने की है।

By Anurag Aggarwa Edited By: Deepak Saxena Updated: Fri, 02 Feb 2024 07:50 PM (IST)
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इजरायल जाने के लिए हरियाणा यूपी के 5600 श्रमिकों का चयन।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के निर्माण श्रमिकों को कुशल और सुरक्षित तरीके से काम करने के लिए इजरायल भेजने के प्रयास रंग लाने लगे हैं। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम इंटरनेशनल (एनएसडीसीआई) द्वारा संचालित किए जा रहे भर्ती अभियान में हरियाणा और उत्तर प्रदेश के करीब 5600 कुशल निर्माण श्रमिकों का इजरायल में काम करने के लिए चयन हो गया है।

सुखद बात ये है कि यह निर्माण श्रमिक बिना किसी अवैध तरीके से सरकार के संरक्षण में साफ-सुथरे ढंग से इजरायल जाएंगे और भविष्य में उनके जीवन को किसी तरह का खतरा होने की बिल्कुल भी आशंका नहीं रहेगी। इजरायल सरकार की योजना भारत से हर सप्ताह 700 से 1000 कुशल श्रमिकों को अपने देश ले जाने की है।

पंजाब व हरियाणा से डंकी रूट से भी जाते हैं युवा

पंजाब और हरियाणा दो राज्य ऐसे हैं, जहां के युवा अवैध ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से मोटा पैसा देकर अवैध ढंग से विदेश जाने को हमेशा तत्पर रहते हैं। फिर भी इस बात की गारंटी नहीं होती कि वह सुरक्षित पहुंच गए हैं या नहीं। ऐसे युवाओं के मां-बाप अपने प्रदेश में बच्चों के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं। कई बार तो डंकी तरीके से विदेश गए युवाओं के दस्तावेज व फोन छीन लिए जाते हैं और उनके परिवार वालों के साथ बातचीत तक नहीं कराई जाती।

हरियाणा सरकार ने हालांकि ट्रैवल एजेंटों की इस मनमानी को रोकने के लिए अपने यहां बड़ा कानून बना दिया है, लेकिन इस कानून से अलग प्रदेश सरकार अपने संरक्षण, देखरेख और सानिध्य में राज्य के युवाओं को नौकरी के लिए इजरायल भेज रही है। वहां फिलिस्तीन के साथ युद्ध के बाद निर्माण श्रमिकों की बेहद जरूरत आन पड़ी है। अकेले हरियाणा से करीब 10 हजार निर्माण श्रमिकों के इजरायल भेजे जाने की मांग की गई थी। यह सारी प्रक्रिया भारत सरकार की देखरेख में चल रही है।

अरब और मध्य एशिया से मांगे 41 श्रेणियों में आवेदन

हरियाणा से अरब व मध्य एशिया देशों के लिए भी 41 श्रेणियों में नौकरियों के लिए आवेदन मांगे गए थे। विपक्ष भले ही सरकार की इस पहल पर सवाल उठा रहा है, लेकिन अवैध ढंग से विदेश जाने से बेहतर सरकारी संरक्षण में विदेश जाने की सरकार की योजना से उनके अभिभावक काफी खुश हैं। एनएसडीसीआई की ओर से चलाए जा रहे भर्ती अभियान में उत्तर प्रदेश और हरियाणा से 5600 युवाओं का अभी तक चयन बड़ी बात है।

इन राज्यों ने जताई भर्ती में शामिल होने की इच्छा

हरियाणा कौशल रोजगार निगम के पास राज्य के चयनित युवाओं की सूची मंगलवार तक आने की संभावना है। अब मिजोरम, तेलंगाना, राजस्थान, बिहार और हिमाचल प्रदेश ने भी इस भर्ती अभियान में शामिल होने की इच्छा जताई है। इन पांच राज्यों ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम इंटरनेशनल से अपने राज्यों के युवाओं के इजरायल जाने के लिए भर्ती अभियान चलाने का अनुरोध किया है।

पांच हजार श्रमिकों से भारत में आएंगे पांच हजार करोड़

भारतीय राज्यों में निर्माण श्रमिकों को काम पर रखने के उद्देश्य से भर्ती अभियान के लिए 15 सदस्यीय इजरायली टीम भारत में मौजूद है। हरियाणा में यह भर्ती अभियान 16 से 20 जनवरी तक रोहतक में आयोजित किया गया था, जिसमें तब 1370 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 530 का मौके पर ही चयन हो चुका था। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को खत्म हुई प्रक्रिया में 7182 में से 5087 युवाओं का चयन होने की सूचना है।

हरियाणा कौशल रोजगार निगम की कंपनी सेक्रेटरी पल्लवी संधीर के अनुसार, जब तक हमारे पास पूरा डाटा नहीं आ जाता, तब तक कुछ भी दावा करना उचित नहीं रहेगा। यह बात यह है कि अगर भारत से पांच हजार उम्मीदवार इजरायल में पांच साल तक काम करते हैं, तो भारतीय परिवारों के पास वेतन के रूप में पांच हजार करोड़ रुपये पहुचेंगे।

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भारत और हरियाणा दोनों की अर्थव्यवस्था होगी मजबूत

हरियाणा मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़ ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच बहुत ही सकारात्मक है। वह स्वयं अपने राज्य के लोगों को अपने प्रदेश में रोजगार दे रहे हैं। एक लाख 10 हजार सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और 60 हजार की प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश में रोजगार प्राप्त करने वालों की संख्या लाखों में है, जो प्राइवेट सेक्टर से लेकर हर क्षेत्र में है। अब राज्य सरकार कुशल युवाओं को विदेश भेजने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि अभी तक हमारे युवा अवैध तरीके से विदेश जाते थे। उनका पैसा और भविष्य सब कुछ बर्बाद होता था। मां-बाप हमेशा चिंतित रहते थे। यह गारंटी भी नहीं थी कि मां-बाप का बेटा या बेटी विदेश पहुंचे भी हैं या नहीं। लेकिन सरकार बहुत ही पारदर्शी तरीके से जरूरतमंद व हुनरमंद लोगों को अधिक से अधिक वेतन तथा सुविधाओं पर विदेश भेज रही है। इसे माइंड एक्सचेंज भी कह सकते हैं।

हमारा माइंड जब बाहर जाएगा तो वह आगे हजारों-लाखों लोगों को जोड़ेगा। भारत व हरियाणा की इकोनामी मजबूत होगी तथा परिवारों के परिवार मजबूत होंगे। विपक्ष को सरकार के विरुद्ध हर तरह के षड्यंत्र छोड़कर चुनाव में अपनी जमानत बचाने के तरीकों पर विचार करना चाहिए।

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