Chandigarh News: मानदेय बढ़ोतरी से संतुष्ट नहीं आंगनबाड़ी वर्कर्स, 28 को पंचकूला में करेंगी प्रदर्शन
हरियाणा सरकार की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय बढ़ोतरी से वर्कर्स खुश नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि महंगाई भत्ते और आंगनबाड़ी वर्करों को कुशल-अर्द्धकुशल श्रेणी में शामिल करने सहित कई मांगें पूरी नहीं हुईं। आंदोलन के दौरान दर्जनों आंगनबाड़ी वर्करों पर दर्ज मुकदमें भी अभी तक वापस नहीं लिए गए हैं। इसको लेकर वो 28 नवंबर को पंचकूला में प्रदर्शन करेंगे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मानदेय में बढ़ोतरी के बावजूद आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर संतुष्ट नहीं हैं। बढ़े मानदेय और रिटायरमेंट लाभ को आंदोलन की जीत बताते हुए महंगाई भत्ते, बकाया मानदेय व अन्य प्रमुख मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स 28 नवंबर को पंचकूला में निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगी।
आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष देविंद्री शर्मा और महासचिव शकुंतला ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आइसीडीएस योजना को बहुत जरूरी योजना बताना और आंगबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के काम के महत्व को दर्ज करना लंबे आंदोलन की जीत है।
इसीलिए मुख्यमंत्री द्वारा वर्कर्स के मानदेय में 1339 रुपये ( 10 वर्ष के अनुभव से कम को 1101 रुपये) तथा हेल्पर के मानदेय में 719 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। इन कैटेगरी को क्रम से 14 हजार, 12 हजार 500 रुपये और 7500 रुपये मानदेय मिलेगा। यूनियन ने इस बढ़ोतरी को नाकाफी बताया है।
मानदेय में बढ़ोतरी अभी बाकी
यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार ने सितंबर 2018 से केंद्र सरकार की 1500 और 750 रुपये की बढ़ोतरी को पांच साल बाद लागू करने की घोषणा की है। इस अवधि का एरियर मार लिया गया है। बुनियादी तौर पर मानदेय में बढ़ोतरी अभी भी बाकी है। रिटायरमेंट लाभ वर्कर्स का दो लाख और हेल्पर्स का एक लाख किया जाना तथा वर्दी भत्ता बढ़ना एक सकारात्मक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत वर्कर्स से सुपरवाइजर पदोन्नति बिना किसी शर्त के हो और यह 50 प्रतिशत होना चाहिए।
आंगनबाड़ी वर्करों पर दर्ज मुकदमें नहीं लिए गए वापस
संगठन नेताओं ने कहा कि महंगाई भत्ता, आंगनबाड़ी वर्करों को कुशल-अर्द्धकुशल श्रेणी में शामिल करने तथा 30 हजार वर्कर्स और हेल्पर्स का हड़ताल अवधि का तीन महीने का कटा हुआ वेतन जारी करने पर सरकार ने कोई घोषणा नहीं की है। आंगनबाड़ी वर्करों के आंदोलन के दौरान दर्जनों लोगों पर दर्ज पुलिस मुकदमे अभी तक वापस नहीं लिए गए हैं। ऑनलाइन काम को लेकर वर्कर्स का दमन किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों का कई साल से तय किराया नहीं मिल रहा।
हेल्पर के हजारों पद खाली
इसी प्रकार से तीन साल से ईंधन का पैसा नही मिल रहा। मोबाइल फोन तीन साल पहले मिलना चाहिए था जो अभी तक नहीं मिला। हेल्पर के हजारों पद खाली पड़े हैं जिन्हें नहीं भरा जा रहा। यहां तक की सीडीपीओ, पीओ तक के बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं। इसलिए इन तमाम मसलों को लेकर पहले से तय कार्यक्रम अनुसार 28 नवंबर को आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स पंचकुला में निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन कर अगले आंदोलन का ऐलान करेंगी।
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