हरियाणा के सरकारी स्कूलों में बीते 18 सालों में लगे यौन उत्पीड़न के सभी मामलों की ये कमेटी करेगी जांच
हरियाणा विधानसभा के तीन दिन चले शीतकालीन सत्र में उचाना के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा छात्राओं का यौन-शोषण करने का मुद्दा गरमाया रहा था। यह कमेटी राज्य के सभी स्कूलों में यौन उत्पीड़न के 2005 से अब 2023 तक पूर्व में लगे आरोपों की भी जांच करेगी। विधानसभा में जब झज्जर से कांग्रेस विधायक भुक्कल ने यह मामला उठाया तो दुष्यंत ने उन पर ही सवाल उठा दिए।
By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Thu, 21 Dec 2023 01:05 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के तीन दिन चले शीतकालीन सत्र में उचाना के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा छात्राओं का यौन शोषण करने का मुद्दा गरमाया रहा। राज्य पुलिस इस आरोपित प्रिंसिपल को बर्खास्त कर हालांकि जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है, लेकिन भविष्य में किसी भी स्कूल में ऐसी पुनरावृत्ति न हो। उसे रोकने के लिए सरकार ने विधानसभा में गठित पांच सदस्यीय कमेटी को पूरी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
विस कमेटी यौन उत्पीड़न के 2005 से 2023 तक सभी मामलों की करेगी जांच
यह कमेटी राज्य के सभी स्कूलों में यौन उत्पीड़न के 2005 से अब 2023 तक पूर्व में लगे आरोपों की भी जांच करेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर(Education Minister Kanwarpal Gurjar) इस कमेटी के चेयरमैन हैं। आरोपित प्रिंसिपल को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) और पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल(Geeta Bhukkal) सदन में खूब टकराए। उचाना डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का विधानसभा क्षेत्र है।
सदन में दिखा था डिप्टी सीएम और पूर्व मंत्री के बीच वार-पलटवार
विधानसभा में जब झज्जर(Jhajjar News) से कांग्रेस विधायक भुक्कल ने यह मामला उठाया तो दुष्यंत ने उन पर ही सवाल उठा दिए। बहस इतनी लंबी चली कि विधानसभा सत्र के तीनों दिन इस मुद्दे पर खूब तनातनी और आरोपबाजी हुई। दुष्यंत इस बात पर अड़े रहे कि आरोपित प्रिंसिपल पर 2005 व 2011 में भी ऐसे आरोप लगाए थे, तब गीता भुक्कल ने उसे बचाने का काम किया।यह भी पढ़ें: Kaithal Crime: ठग जंगल के रास्ते से ले जा रहे थे पुर्तगाल, आरोपी भोलेभाले लोगों को विदेश भेजने के नाम पर बनाते हैं शिकार
बाद में उन्होंने साल 2011 की बजाय 2012 संशोधित किया। दुष्यंत चौटाला के इस आरोप से आहत गीता भुक्कल ने सदन नहीं चलने की चेतावनी के बीच कहा कि जिस समय अवधि की डिप्टी सीएम बात कर रहे हैं। उस समय न तो आरोपित प्रिंसिपल सरकारी सेवा में था और न ही गीता भुक्कल विधायक या मंत्री थी। यह तब का वाकया है। जब भुक्कल कलायत से विधायक थी।
विधानसभा में यह मुद्दा उठाने व पूरी स्थिति साफ करने के लिए कलायत के लोगों व पूर्व विधायक फतेह सिंह के परिवार के सदस्यों ने गीता भुक्कल से मुलाकात कर उनकी पीठ ठोंकी है। गीता भुक्कल ने कहा कि इस बात का बेहद दुख है कि जिसकी विधानसभा का मामला है। वह ही आरोपित के पक्ष में खड़ा हो गया जबकि दुष्यंत का कहना है कि हमने आरोपित को जेल पहुंचाया है।
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