22 जनवरी को हरियाणा सरकार ने किया आधे दिन की छुट्टी का एलान, शैक्षणिक संस्थान भी रहेंगे बंद
22 जनवरी को राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple Pran Pratishtha) के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है जिसके लिए पूरा देश तैयार है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी को दोपहर 230 बजे तक हरियाणा के सभी राज्य सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में हाफ डे की छुट्टी दी गई है। इसका मतलब है कि 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी रहेगी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Half holiday in government offices-educational institution in Haryana: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। 22 जनवरी को राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple Pran Pratishtha) के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है, जिसके लिए पूरा देश तैयार है। देश के कई राज्यों में रामलाल के आने पर भव्य तैयारियां की गई है।
दोपहर 2:30 बजे तक रहेगी छुट्टी
वहीं, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे तक हरियाणा के सभी राज्य सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में हाफ डे की छुट्टी दी गई है। इसका मतलब है कि 22 जनवरी को हरियाणा के सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी रहेगी।
केंद्र सरकार के बाद हरियाणा सरकार ने लिया फैसला
अयोध्या में 22 जनवरी को श्री रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा में भागीदारी के लिए केंद्र सरकार की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने भी सभी विभागों, बोर्ड-निगमों, स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी सहित अन्य प्रतिष्ठानों के सभी कर्मचारियों के लिए सोमवार को आधे दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
Ayodhya Ram Temple pranpratishtha | Half holiday declared in all state government offices and educational institutions across the state of Haryana till 2:30 pm on 22nd January pic.twitter.com/qcoIlZU3Cd
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने छुट्टी के लिए लिखा पत्र
मानव संसाधन विभाग की ओर से दोपहर ढाई बजे तक सार्वजनिक अवकाश घोषित करते हुए अधिसूचना जारी की गई है। वहीं, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने हाईकोर्ट की कार्यवाहक चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर 22 जनवरी को हाईकोर्ट में अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया है।
क्यों लिखा गया पत्र?
हाईकोर्ट बार के मानद सचिव स्वर्ण सिंह टिवाना द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है कि यह एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसका हिस्सा देश का हर नागरिक बनना चाहता है और उसे मनाना चाहता है। हाईकोर्ट बार के सदस्य एक क्षण भी गंवाए बिना उक्त उत्सव का हिस्सा बनना चाहते हैं। इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस पर विचार करें और 22 जनवरी को हाई कोर्ट में अवकाश घोषित किया जाए।