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Haryana Election 2024: संघ के सहयोग से सत्ता का संग्राम लड़ेगी BJP, दिग्गजों के चुनाव लड़ने पर हाईकमान करेगा फैसला

Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024 हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोग से चुनाव लड़ेगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा आरएसएस की राय को प्रमुखता से ले रही है। वहीं हरियाणा में दिग्गजों के चुनाव लड़ने फैसला पार्टी हाईकमान करेगा। बता दें कि हरियाणा के सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होना है।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 28 Aug 2024 08:43 AM (IST)
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विधानसभा चुनाव को लेकर BJP-RSS में बढ़ी रायशुमारी (फाइल फोटो)

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। कहते हैं कि दूध का जला छाछ भी फूंककर पीता है। इस कहावत का दर्शन सत्ता की लगातार तीसरी पारी खेलने की पुरजोर कोशिश में जुटी भाजपा की चुनावी रणनीति में हो रहा है।

लोकसभा चुनाव में जिस तरह के नतीजे आए उससे सीख लेते हुए भाजपा के रणनीतिकार हरियाणा की पंद्रहवीं विधानसभा के लिए चुनाव में आरंभ से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भरोसे में लेकर चल रहे हैं।

इसका कारण है कि लोकसभा चुनाव के पश्चात पार्टी के भीतर भी आरएसएस का सहयोग न लेने की वजह से अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाने की चर्चा चली थी।

संघ की उपेक्षा भाजपा के लिए नहीं होगा सुखद

राजनीति के विश्लेषकों का भी मानना रहा है कि संघ की उपेक्षा भाजपा के लिए सुखद नहीं होगा। बता दें कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह के नतीजे आए हैं, उससे भाजपा व आरएसएस दोनों ही खुश नहीं है।

विधानसभा चुनाव पर गंभीरता दिखाते हुए दोनों के बीच रायशुमारी बढ़ी है। इसे यूं भी समझा जा सकता है कि भाजपा के प्रमुख नेताओं को मैदान में उतारने की रणनीति पर कमोबेश संघ की भी सहमति है।

दिग्गजों के चुनाव लड़ने पर हाईकमान करेगा फैसला

भाजपा दिग्गजों के चुनाव लड़ने पर अंतिम फैसला हालांकि पार्टी हाईकमान करेगा, लेकिन आरएसएस और भाजपा के रणनीतिकारों ने पार्टी को इसी लाइन पर आगे बढ़ने का इशारा किया है। फरीदाबाद में दो दिन चली समन्वय बैठक के बाद भाजपा ने केंद्रीय चुनाव समिति को जो पैनल भेजे हैं, उनमें आरएसएस की राय को प्रमुखता से शामिल किया गया है।

आरएसएस और भाजपा के ग्राउंड सर्वे में हालांकि कई मौजूदा मंत्री और विधायक चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन पार्टी ने पैनलों में उनके नाम रखे हैं, ताकि चुनाव में किसी दूसरे को टिकट मिलने की स्थिति में उनके विरोध को कम किया जा सके।

पूर्व मंत्रियों को भी मिलेगा मौका

पूर्व मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, ओमप्रकाश धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु, राव नरबीर, विपुल गोयल, कृष्ण बेदी, कविता जैन और मनीष ग्रोवर के भी विधानसभा चुनाव लड़ने की सिफारिश की गई है। ये सभी 2019 में हार गए थे। उन्हें चुनाव समिति ने उनकी परंपरागत विधानसभा सीटों से ताल ठोंकने का विकल्प दिया है।

सीएम सैनी के लिए तीन सीटें आरक्षित

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी नारायणगढ़ से विधायक रह चुके हैं और अब करनाल से मौजूदा विधायक हैं। नारायणगढ़ और करनाल के अलावा लाडवा विधानसभा सीट भी मुख्यमंत्री के लिए छोड़ी गई है। यह तीनों सीटें सैनी बाहुल्य हैं। मुख्यमंत्री चाहेंगे तो दो विधानसभा सीटों से भी चुनाव लड़ सकते हैं।

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आज दिल्ली में जानी जाएगी राय

आरएसएस की सहमति के बाद भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति ने हरियाणा से तीनों केंद्रीय मंत्रियों मनोहर लाल, कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत के साथ सभी सांसदों, राज्यसभा सदस्यों तथा पूर्व सांसदों के भी विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है।

हालांकि अभी उनकी सीटें तय नहीं हैं, लेकिन हाईकमान यदि उनके चुनाव लड़ने को मंजूरी प्रदान करता है तो वे अपनी-अपनी सीटों का फैसला स्वयं कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें बुधवार को दिल्ली में बुलाया गया है, ताकि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आरंभ होने से पहले उनकी पसंद और राय को जाना जा सके।

डॉ. अरविंद शर्मा, मोहन लाल बड़ौली, डॉ. अशोक तंवर और सुनीता दुग्गल को भी विधानसभा चुनाव लड़ाने की संस्तुति प्रदेश चुनाव समिति ने की है।

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