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Haryana Election 2024: राव इंद्रजीत को ताव दिखाकर ही भाव दे रही भाजपा, पहली पसंद के उम्मीदवारों को नहीं मिला टिकट

Haryana Election 2024 हरियाणा में भाजपा बाकी बची सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने को लेकर जल्दबाजी में नहीं है। कुछ सीटों पर दावेदारों में असंतोष को देखते हुए भाजपा ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। वहीं भाजपा राव इंद्रजीत की पसंद को भी ज्यादा तरजीह नहीं दे रही है। भाजपा ने अभी तक सिर्फ दो सीटों पर ही राव इंद्रजीत की पसंद के उम्मीदवारों को टिकट दिया है।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Mon, 09 Sep 2024 10:44 AM (IST)
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दक्षिण हरियाणा की सीटों पर राव इंद्रजीत का दबाव नहीं मान रही भाजपा (फाइल फोटो)

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से 67 पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी भाजपा बाकी बची 23 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने को लेकर जल्दबाजी में नहीं है। भाजपा ने टिकट आवंटन के बाद कुछ सीटों पर दावेदारों में पनपे असंतोष को देखते हुए जहां सोमवार को दिल्ली में बैठक बुलाई है।

वहीं दावेदारों के गुस्से को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और विधानसभा चुनाव सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब को फील्ड में उतार दिया है। कुछ असंतुष्ट नेताओं के घर नायब सैनी जा रहे हैं तो कुछ को मनाने की कोशिश मनोहर लाल और बिप्लब देब कर रहे हैं।

भाजपा ने राव की पसंद को नहीं दी तरजीह

भाजपा दूसरी सूची में दक्षिण हरियाणा की सीटों पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत का दबाव मानती दिखाई नहीं दे रही है। अभी तक दक्षिण हरियाणा की जो सीटें घोषित हुई हैं, उनमें से दो को छोड़कर बाकी पर राव की दूसरी पसंद को महत्व मिला है।

पहली सूची जारी होने के बाद जिस तरह से टिकट के बाकी दावेदारों और उनके समर्थकों में असंतोष पनपा है, उसे देखते हुए पार्टी बाकी बची सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम पर गहन मंथन कर रही है।

मंगलवार को आ सकती है भाजपा की दूसरी सूची

मंगलवार तक पार्टी उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने की संभावना है। भाजपा को जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने हैं, उनमें दक्षिण हरियाणा की आधा दर्जन सीटें भी शामिल हैं। इन पर केंद्रीय राव इंद्रजीत पार्टी पर अपनी पसंद के उम्मीदवार उतारने का दबाव बना रहे हैं। अभी तक की स्थिति के अनुसार भाजपा राव को ताव दिखाकर ही भाव देती नजर आ रही है।

राव की दूसरी पसंद को दिया गया है महत्व

भाजपा ने अभी तक दक्षिण हरियाणा की गुरुग्राम, बादशाहपुर, अटेली, रेवाड़ी, कोसली और सोहना विधानसभा सीटों पर जो उम्मीदवार उतारे हैं, वहां अटेली व कोसली को छोड़कर बाकी सीटों पर राव की दूसरी पसंद को महत्व दिया गया है। अटेली में राव इंद्रजीत की बेटी आरती को टिकट दिया है, जबकि कोसली में अनिल डाहीना को टिकट दिया है।

हालांकि अनिल डाहीना भी राव की पहली पसंद ना होकर दूसरी पसंद हैं। रेवाड़ी में राव द्वारा मंजू यादव अथवा सुनील मुसेपुर को टिकट दिलाने की कोशिश की गई, लेकिन यहां पूर्व विधायक रणधीर कापड़ीवास अथवा उनके भतीजे मुकेश कापड़ीवास को टिकट देना चाहती थी। भाजपा व राव ने एक दूसरे की पसंद नहीं मानी तो कोसली से विधायक लक्ष्मण यादव को रेवाड़ी में शिफ्ट कर दिया गया, जिनके नाम पर राव सहमत हो गए।

कोसली में किसी के निजी सचिव को टिकट नहीं

कोसली सीट पर राव इंद्रजीत अपने निजी सचिव रवि यादव को चुनाव लड़वाना चाहते थे, जबकि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल अपने निजी सचिव रहे अभिमन्यु यादव के लिए अड़े हुए थे। विकल्प के तौर पर राव ने अनिल डाहीना का नाम दिया तो भाजपा ने उसे स्वीकार कर लिया।

सोहना में पूर्व विधायक तेजपाल तंवर और गुरुग्राम में मुकेश शर्मा केंद्रीय राज्य मंत्री की दूसरी पसंद के उम्मीदवार हैं। भविष्य की राजनीति को समझते हुए राव ने अपने धुर विरोधी गुरुग्राम में पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर और नांगल चौधरी में जल संसाधन राज्य मंत्री डॉ. अभय यादव के नामों का विरोध नहीं किया। इन दोनों सीटों पर पर भी राव की पसंद को पार्टी ने नजरअंदाज किया है।

यहां भी फंसा पेच

भाजपा बावल में कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल को तीसरी बार टिकट देना चाहती है, लेकिन राव विरोध कर रहे हैं। राव ने पार्टी को डॉ. संजय मेहरा और कृष्ण कुमार के नाम दे रखे हैं।

पटौदी में भाजपा अपने पुराने चेहरे सत्यप्रकाश जरावता को रिपीट करने के हक में है, जबकि राव इंद्रजीत पूर्व विधायक बिमाल चौधरी अथवा उनके बेटे रवि को टिकट दिलाने के प्रयास में हैं। महेंद्रगढ़ में प्रो. रामबिलास शर्मा के नाम की सिफारिश कर रहे हैं, लेकिन प्रोफेसर भाजपा की राजनीति का बड़ा नाम हैं।

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राव समर्थकों को हरियाणा इंसाफ पार्टी का आसरा

राव इंद्रजीत सिंह यदि भाजपा में अपनी बात को मनवाने में कामयाब नहीं हुए तो समर्थकों को बेटी की हरियाणा इंसाफ पार्टी के टिकट पर चुनावी रण में उतार सकते हैं। हरियाणा इंसाफ पार्टी को चुनाव आयोग से मान्यता मिल चुकी है।

राव ने कुछ सीटों पर अपनी पसंद के उम्मीदवारों के लिए भाजपा पर पूरा दबाव बना रखा है, लेकिन एक-एक सीट पर जीत के लिए प्रयास कर ही भाजपा ने संकेत दिए हैं कि वह राव के दबाव में नहीं आएगी। सिर्फ जिताऊ चेहरों को ही चुनावी रण में उतारा जाएगा।

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