चौटाला परिवार में हरियाणा में शराब ठेकों पर छिड़ा घमासान, दुष्यंत व अजय की अभय से भिड़ंत
हरियाणा में शराब ठेकों पर राजनीति थम नहीं रही है। अब इस पर चौटाला परिवार में घमासान छि़ड़ गया है। अभय चौटाला की डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व अजय चौटाला से भिड़ंत हो गई है।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Mon, 27 Apr 2020 09:08 AM (IST)
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में शराब ठेके खोलने को लेकर चौटाला परिवार में घमासान मच गया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भले ही लाॅकडाउन की अवधि में शराब ठेके नहीं खोले जाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनके चाचा अभय सिंह चौटाला और पिता अजय सिंह चौटाला शराब ठेकों को लेकर आमने-सामने हैं। अभय चौटाला ने हाल ही में आरोप लगाया था कि शराब के कारोबारी अपने नाना भीम सिंह को फायदा पहुंचाने के लिए सत्ता में साझीदार कुछ लोग ठेके खुलवाने में जल्दबाजी कर रहे हैं। भीम सिंह डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला के पिता हैं।
ठेकों पर अभय सिंह, अजय चौटाला और दुष्यंत ने की एक दूसरे की घेराबंदी
अभय ने सीधे-सीधे यह इशारा दुष्यंत चौटाला पर किया। आबकारी एवं कराधान विभाग भी दुष्यंत के पास ही है। अभय ने आरोप लगाया था कि गठबंधन के नेताओं को किसान से ज्यादा चिंता शराब कारोबारियों की है। कुछ लोग अपने नाना और उनकी फर्मों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा करना चाहते हैं। अभय चौटाला का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, जिसके बाद अभय के बड़े भाई यानी दुष्यंत के पिता अजय सिंह चौटाला ने मोर्चा संभाल लिया।
अभय सिंह चौटाला ने लगाया था दुष्यंत पर नाना के कारोबार को संरक्षण देने का आरोप
अजय सिंह चौटाला ने अपने छोटे भाई को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोगों के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए वह अनर्गल बातें लेकर आ रहे हैं। मेरे ससुर देवतुल्य हैं और उनका शराब के कारोबार से 2001 के बाद से कोई ताल्लुक नहीं है। इसके बावजूद कुछ लोगों को उन पर आरोप लगाना शोभा नहीं देता।
बेटे के बचाव में सामने आए अजय सिंह, कहा-2001 से ससुर का नहीं कोई कारोबारअजय सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने कुछ गरम तेवर भी अपनाए। हालांकि इससे पहले दुष्यंत स्पष्ट कर चुके थे कि हमने सिर्फ बोटलिंग (उत्पादन) की इजाजत दी थी और सरकारी आदेश में साफ है कि लाकडाउन के बाद ही शराब के ठेके खुल सकेंगे।
किसानों की बजाय नाना की चिंता की मंत्री ने: अभय
आबकारी एवं कराधान विभाग का जो भी मिनिस्टर है, उस मिनिस्टर को इस बात की भी चिंता हो सकती है कि उसके जो नाना हैं, चौ. भीम सिंह जी, वे शराब के ठेकेदार रहे। उनके इस बार प्रदेश भर में काफी जगह ठेके हैं। बहुत सारी जगह पर तो वह साइलेंट पार्टनर हैं। बहुत सारी जगह उनकी फर्म के नाम से ठेके हैं। पार्टनरशिप है। उन लोगों को अपने नाना के शराब के कारोबार की ज्यादा चिंता है।---------
'' इन लोगों को किसान, मजदूर और गरीब वर्ग की कोई फिक्र नहीं है। इसलिए बारी-बारी से शराब के ठेकों को खोलने की बात की जा रही है। सरकार को बताना चाहिए कि जब पूरे देश में महामारी फैली है, कोरोना का असर बढ़ रहा है तो वह शराब के ठेकों को लेकर इतनी जल्दबाजी में क्यों है। - अभय सिंह चौटाला, पूर्व नेता विपक्ष एवं विधायक इनेलो।
-----मेरे देवतुल्य ससुर पर आरोप लगाना ठीक नहीं: अजय'' शराब ठेके खोलने या नहीं खोलने का काम सरकार का है। पहले जब हरियाणा में ठेके खुले थे, तब शोर मच रहा था। सरकार ने इन ठेकों को बंद कर दिया। अब कुछ दिन पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने स्वयं बयान दिया है कि या तो हमें तीन हजार करोड़ का पैकेज दो अन्यथा मुझे शराब ठेके खोलने की इजाजत दी जाए। जो लोग उस वक्त चिल्ला रहे थे, आज उनकी जुबान को ताले क्यों लगे हैं। उन्हें इसका विरोध करना चाहिए। इसका मतलब साफ है कि वे लोग षड्यंत्रकारी हैं। कहीं अवैध शराब पकड़ी जा रही है और कुछ ऊंच-नीच हो गई तो बदनामी सरकार की ही होगी। सन 2001 से पहले चौधरी भीम सिंह गोदारा शराब के ठेकेदार हुआ करते थे। 2001 में हमारी चौटाला साहब की सरकार बनी। यह रिकार्ड की चीज है, 2001 से लेकर आज तक किसी शराब के ठेके में उनकी कोई हिस्सेदारी, उनके नाम पर कोई लाइसेंस नहीं है। यदि ऐसा है तो हमें जानकारी दे दें। दुष्प्रचार करने वालों के पास कोई दूसरा मुद्दा ही नहीं है।
- डा. अजय सिंह चौटाला, संरक्षक, जननायक जनता पार्टी।
--------------केंद्र के दिशा निर्देशों के मुताबिक कर रहे काम: दुष्यंत
'' हरियाणा सरकार पूरी तरह से केंद्र के दिशा निर्देशों के मुताबिक काम कर रही है। हमारे यहां तभी शराब के ठेके खुलेंगे, जब केंद्र की ओर से इजाजत दी जाएगी। हम इस बात को पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं। प्रदेश में इस समय काफी स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री, कच्ची शराब निकालने की सूचनाएं आ रही हैं। हमने पुराने लाइसेंसधारकों के स्टाक चैक कराने की प्रक्रिया शुरू की है। एक दर्जन लाइसेंसधारकों को नोटिस भी दिए हैं। एक सरकारी आदेश बोटलिंग शुरू करने का जारी हुआ था, जिसमें साफ लिखा था कि शराब की बिक्री लाॅकडाउन के बाद आरंभ होगी। वैसे भी जहां थोड़ी बहुत शराब बनी है, उसे सेनेटाइजर को बनाने में इस्तेमाल किया गया। दिल्ली व हिमाचल समेत अन्य राज्यों में भेजा गया। रही किसानों के हित की बात, प्रदेश में पूरे सुचारू तरीके से किसानों की गेहूं व सरसों की फसल की खरीद हो रही है।
- दुष्यंत चौटाला, डिप्टी सीएम, हरियाणा।
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