कुलदीप बिश्नोई की क्रास वोटिंग के संग रद वोट पर उलझी कांग्रेस, किरण चौधरी और विवेक बंसल पर सवाल
Rajya Sabha Polls हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के दौरान कुलदीप बिश्नोई की क्रास वोटिंग के साथ -साथ कांग्रेस पार्टी के एक विधायक के वोट रद हाेने के मामले में उलझ गई है। पूरे प्रकरण में किरण चौधरी और पार्टी प्रभारी विवेक बंसल सवालों के घेरे में हैं।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 12 Jun 2022 12:27 PM (IST)
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। Rajay Sabha Polls and Congress : हरियाणा में राज्यसभा की दोनों सीटों पर भाजपा उम्मीदवार कृष्णलाल पंवार और कार्तिकेय शर्मा की जीत तथा कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन की हार से कांग्रेस में जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। कुलदीप बिश्नोई की क्रास वोटिंग के साथ ही पार्टी के एक विधायक का वोट रद होने को लेकर कांग्रेस उलझी हुई है। पूरे मामले में पूर्व मंत्री किरण चौधरी और हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल सवालों के घेरे में हैं।
रद वोट किसका इसको कई चर्चाएं, लेकिन अब तक पुष्टि नहींं हुई बता दें कि कांग्रेस से बागी हुए आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा-जजपा व निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थित कार्तिकेय शर्मा के हक में मतदान कर कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन की पूरी बाजी पलट दी। कुलदीप बिश्नोई द्वारा की गई क्रास वोटिंग के साथ ही कांग्रेस की एक वोट रद हुई है, जिस कारण माकन जीती हुई बाजी हार गए। यह वोट बैलेट नंबर 26 और विधानसभा क्षेत्र 58 के विधायक की बताई जा रही है, लेकिन अधिकृत रूप से कोई इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। कांग्रेस हाईकमान ने इन दोनों मुद्दों पर कड़ा संज्ञान लिया है।
बता देंं कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार शाम को पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए कुलदीप बिश्नोई को कांग्रेस के समस्त पदों से हटा दिया। उन्हें पार्टी से भी निकाला जा सकता है और साथ ही विधानसभा से सदस्यता रद कराने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा जा सकता है। कुलदीप कांग्रेस कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। कुलदीप ने 2016 में अपनी हरियाणा जनहित कांग्रेस का उन्होंने कांग्रेस में विलय किया था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम बनाने के खिलाफ कांग्रेस छोड़कर 2007 में अपने पिता भजनलाल के साथ कुलदीप ने हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी बनाई थी, जिसे उन्होंने नौ साल चलाया। एक बार उनके पांच विधायक आए, जिन्हें हुड्डा ने तोड़ लिया था और एक बार दो विधायक स्वयं व पत्नी रेणुका बिश्नोई थे। कांग्रेस ने उनके बेटे भव्य बिश्नोई को 2019 में हिसार से लोकसभा चुनाव भी लड़वाया था।
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दूसरी तरफ, कांग्रेस नेताओं को शक है कि तोशाम की विधायक किरण चौधरी का वोट रद हुआ है, लेकिन कुछ लोग रोहतक के विधायक बीबी बत्रा का भी नाम ले रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई की बगावत के बावजूद यदि कांग्रेस की यह एक वोट रद नहीं होती तो माकन की जीत तय थी, लेकिन राज्यसभा चुनाव में हुए इस खेले में कांग्रेस प्रभारी एवं पार्टी के चुनाव एजेंट विवेक बंसल की भूमिका भी संदिग्धता के दायरे में हैं।
किरण चौधरी ने एक ट्वीट कर अपने ऊपर उठाई जा रही अंगुली पर सवाल खड़े किए हैं। किरण चौधरी ने कहा कि वह निष्ठावान कांग्रेसी हैं और उन्होंने अपना वोट डालने से पहले कांग्रेस के अधिकृत एजेंट को उसे दिखाया था। ऐसे में उन्हें कांग्रेस के रद हुए एक वोट से जोड़कर पेश किया जाना गलत है।
किरण चौधरी के इस बयान के बाद कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल पूरी तरह से कठघरे में खड़े नजर आ रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई समेत तमाम कांग्रेस विधायकों ने विवेक बंसल को अपना वोट दिखाया। वोट डालने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने बाहर आकर मीडिया में बयान दिया कि उन्होंने अपनी अंतर आत्मा की आवाज पर वोट दिया।
कार्तिकेय शर्मा की जीत और कांग्रेस के अजय माकन की हार के बाद कुलदीप बिश्नोई, उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई और बेटे भव्य बिश्नोई ने जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस नेतृत्व को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किए, उससे साफ है कि कुलदीप ने खुद ही स्वीकार कर लिया कि उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ और भाजपा के पक्ष में क्रास वोटिंग की है। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुलदीप के इस निर्णय की सराहना की। मुख्यमंत्री ने तो कुलदीप को भाजपा में आने का निमंत्रण भी दिया है।
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ऐसे हुआ कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद
बैलेट पेपर पर कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के नाम के आगे (। ) लगाना था, मगर संबंधित विधायक ने माकन के नाम के आगे (✔ ) का चिन्ह बना दिया। हालांकि यह चीज तभी पकड़ में आ जाती या आ गई होगी, जब विधायक ने चुनाव एजेंट विवेक बंसल को अपना वोट दिखाया था, लेकिन अगर बंसल उस समय विरोध करते या शोर मचाते, तब भी वह उस विधायक को अपनी वोट बदलने के लिए दबाव नहीं डाल सकते थे। लेकिन, उन्होंने विधायक की इस चाल को छिपाए रखा, इसमें विवेक बंसल खुद संदिग्ध हो गए।
यह भी संभव है कि बंसल ने सोचा हो कि यदि शोर मचा दिया तो बाकी विधायक भी क्रास वोट कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने चुप रहने में ही भलाई समझी, लेकिन कांग्रेस हाईकमान उनकी इस दलील से सहमत नहीं होने वाला है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार (। ) चिन्ह वर्जित था। इस वजह से कांग्रेस का एक वोट रद हुआ। सवाल यह भी उठता है कि रायपुर में चार बार कांग्रेस विधायकों ने वोट डालने की रिहर्सल की थी, फिर भी यह चूक हो गई।
पंवार और कार्तिक की जीत व माकन की हार का यह रहा गणित
हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट पर भाजपा उम्मीदवार कृष्णलाल पंवार चुनाव जीते हैं, जबकि दूसरी सीट पर भाजपा-जजपा व निर्दलीय विधायकों के द्वारा समर्थित उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने बाजी जीत ली है। कांग्रेस के अजय माकन चुनाव हार गये हैं। यह हार माकन की नहीं बल्कि हुड्डा की है। विधायकों के कुल 90 वोट थे। एक वोट की वैल्यू 100 है। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने वोट नहीं दिया, जबकि कांग्रेस की एक वोट रद हो गई। ऐसे में 90 में से 88 वोट बची। 88 वोट की वैल्यू 8800 को तीन से भाग करने पर जीत के लिए 2934 नंबर चाहिए। यानी पहले भाजपा प्रत्याशी कृष्णलाल पंवार को 29.34 वोट चाहिए था।
यह भी पढ़ें: Rajya Sabha Polls : अचानक बदला गेम, घंटों चला हाइवोल्टेज ड्रामा, पढ़ें कैसे कार्तिकेय जीते व माकन हारेकृष्णलाल पंवार को 30 वोट मिले। उनके निर्वाचित होने के बाद 58 वोट बचे। भाजपा विधायकों की पहली च्वाइस के बाद दूसरी च्वाइस के रूप में 1.66 वोट कार्तिकेय शर्मा को शिफ्ट हो गई। कार्तिकेय को 29 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के अजय माकन को भी 29 वोट मिले। यानी दोनों की वोट वैल्यू 2900-2900 हो गई। लेकिन कार्तिकेय के पक्ष में शिफ्ट हुई कृष्णलाल पंवार की वोट से उनकी वोट की वैल्यू 2966 यानी 29.66 वोट हो गई और वह जीत गये तथा माकन हार गए।
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अपनी संदिग्धता पर बोली किरण चौधरी
'' मुझे यह जानकर दुख हो रहा है कि मुझे राज्यसभा चुनाव में अवैध वोट से जोड़कर पेश किया जा रहा है। यह मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से पूरी तरह से झूठा, बेतुका और दुर्भावनापूर्ण प्रचार है। मैं अपनी पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध एक वफादार कांग्रेसी हूं। मैं अपने वकीलों से परामर्श कर रही हूं और कांग्रेस पार्टी के अधिकृत एजेंट, जिसे मैंने अपना मतपत्र दिखाया था, सहित किसी भी अधिकारी को कोट किए बिना इस तरह की निराधार अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करूंगी। मैं जिम्मेदार दोस्तों से अनुरोध करती हूं कि वे ऐसे झूठे, अपशब्द और द्वेषपूर्ण प्रचार पर ध्यान न दें, जो स्पष्ट रूप से निहित स्वार्थ वाले व्यक्तियों द्वारा किया गया है।
- किरण चौधरी, विधायक तोशाम, कांग्रेस।
------' बंद लिफाफे में जाएगी एक वोट रद होने की रिपोर्ट '
'' मैंने कुलदीप बिश्नोई के बारे में कल ही पूरी रिपोर्ट हाईकमान को भेज दी थी। एक वोट रद होने संबंधी रिपोर्ट भी हाईकमान को भेज रहा हूं। मैं सीधे तौर पर नहीं बता सकता कि किसकी वोट रद हुई है, लेकिन मैंने बंद लिफाफे में रिपोर्ट हाईकमान के देने का निर्णय लिया है। मैं हाईकमान को ही सब कुछ बताऊंगा। - विवेक बंसल, प्रभारी व चुनाव पर्यवेक्षक, हरियाणा।
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