Haryana News: 'सत्ता जाने के डर से स्वयं के फैसले बदल रही BJP', कांग्रेस MP कुमारी सैलजा ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा (Kumari Selja) ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने साढ़े नौ साल में जितने भी जन विरोधी फैसले लिए उन्हें वापस ले रही है इसका सबसे बड़ा कारण बीजेपी सरकार पर सत्ता जाने का डर सता रहा। लेकिन बीजेपी के फैसलों से आम जनता को जो परेशानी हुई इसके लिए बीजेपी माफी मांगे।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने मीडिया को जारी अपने बयान में कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार अब सत्ता से बेदखल होने के डर से हर रोज यू-टर्न लेने में लगी है। यू-टर्न का रिकार्ड बनाने के बाद भी अब इनका सत्ता में बने रहना नामुमकिन है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी अपनी ही सरकार के द्वारा खोदे गए गड्डों को भरने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश की जनता सब जानती है। भाजपाइयों को साढ़े नौ साल के शासन के दौरान किए गए कृत्यों के लिए हर प्रदेशवासी से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
सरपंचों को साधने की कोशिश नहीं होगी सफल- कुमारी सैलजा
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि सरपंचों को साधने की मुख्यमंत्री की कोशिश अब कतई सफल नहीं हो सकती। प्रदेश के सरपंचों पर जिस तरीके से पंचकूला में पुलिसिया बल प्रयोग किया गया, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने ओबीसी की क्रीमी लेयर आठ लाख तय की हुई है, लेकिन पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने इसे घटाकर छह लाख कर दिया था। बार-बार इसके खिलाफ आवाज उठने और हाई कोर्ट में जाने के बावजूद एक बार भी प्रदेश सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला।
अब उसी भाजपा की नायब सरकार ने इसे फिर से आठ लाख भले ही कर दिया हो, लेकिन राज्य सरकार के फैसले से इतने साल तक प्रभावित रहे हजारों परिवार व उनके बच्चे कभी भी उनके साथ हुए धोखे को भूल नहीं पाएंगे।
सत्ता छिनने के डर से रेवड़ियां बांटने की कोशिश- सैलजा
सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार ने पहले खेतों में ट्यूबवेल को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए सोलर पंप की शर्त लगा दी थी। अब भाजपा के ही नायब सैनी ने इस शर्त को हटा दिया है, लेकिन किसानों को जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई कौन करेगा। कच्चे कर्मचारियों और सफाई कर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी की मांग लंबे अरसे से चली आ रही थी। कितनी ही बार धरने-प्रदर्शन के लिए हजारों कर्मचारी एकजुट होकर आवाज उठा चुके हैं। मगर सत्ता छिनने के डर से प्रदेश सरकार अब रेवड़ियां बांटने की कोशिश में जुटी है।
ये भी पढ़ें: Haryana News: पांच जुलाई से हर जिले में JJP करेगी कार्यकर्ता सम्मेलन, विधानसभा चुनाव के लिए होगा उम्मीदवारों का चयन