Haryana Politics: लोकसभा के बाद अब विधानसभा चुनाव की तैयारी, कांग्रेस ने हरियाणा में सेट किया गोल; 70 पार का दिया नारा
Haryana News लोकसभा चुनाव में पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस का उत्साह बढ़ गया है। विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने हरियाणा में नया गोल सेट किया है। इस बार 70 पार का नारा रखा है। कांग्रेस ने राज्य में 70 से अधिक विधासभा सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस बार कांग्रेस के मतों में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा में लोकसभा की पांच सीटें जीतने से उत्साहित कांग्रेस ने राज्य में 70 से अधिक विधासभा सीटें (Haryana Assembly Election) जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में पांच सीटें भाजपा ने जीती और पांच पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत हुई है।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार कांग्रेस के मतों में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह स्थिति तब है, जब कांग्रेस ने पिछले चुनाव में एक भी लोकसभा सीट पर जीत हासिल नहीं की थी। इस बार के चुनाव में पांच लोकसभा सीटें जीतने के साथ ही कांग्रेस ने 46 विधानसभा सीटों पर भी बढ़त हासिल की है, जिसे लेकर कांग्रेस के रणनीतिकार उत्साहित हैं।
भाजपा ने भी दिया था 75 पार का नारा
कांग्रेस द्वारा 70 पार का नारा इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने के बाद भाजपा ने भी 75 पार का नारा दिया था, लेकिन तब वह विधानसभा चुनाव में सिर्फ 40 सीटें ही जीत पाई थी।
हालांकि यह आंकड़ा बहुमत से छह सीटें कम था, लेकिन जजपा के 10 और निर्दलीय विधायकों के सहयोग से भाजपा ने प्रदेश में दूसरी बार अपनी सरकार बना ली थी। भाजपा के 75 पार के तब के नारे के समानांतर कांग्रेस ने इस बार 70 पार का नारा दिया है, जिसे धरातल पर साकार करने के लिए कांग्रेस ने कार्ययोजना भी तैयार कर ली है।
10 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पर प्रदर्शन रहा सराहनीय
प्रदेश की सभी 10 लोकसभा सीटों पर इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। कांग्रेस भले ही पांच लोकसभा सीटें जीत पाई है, लेकिन राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर उसके मत प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है, जिसे लेकर कांग्रेस के रणनीतिकारों को लगता है कि उसके द्वारा निर्धारित लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
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अंबाला में कांग्रेस को पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार 18.6 प्रतिशत, भिवानी में 21 प्रतिशत, फरीदाबाद में 20.3 प्रतिशत, गुरुग्राम में 11.6 प्रतिशत, हिसार में 33 प्रतिशत और करनाल में 18 प्रतिशत वोट अधिक मिले हैं। कुरुक्षेत्र में कांग्रेस गठबंधन को 17.9 प्रतिशत, रोहतक में 16.4 प्रतिशत, सिरसा में 24.7 प्रतिशत और सोनीपत में 11.4 प्रतिशत ज्यादा वोट मिले हैं।
पार्टियां अपना-अपना एजेंडा कर रही तैयार
कांग्रेस ने 16 जून से पूरे प्रदेश में एक माह के भीतर जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन करने का निर्णय लिया है। उसके तुरंत बाद विधानसभा स्तरीय कार्यक्रम आरंभ कर दिए जाएंगे। इन जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान मिलकर जहां जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश करेंगे, वहीं लोकसभा चुनाव में की गई मेहनत के लिए कार्यकर्ताओं की पीठ थपथपाने का भी काम किया जाएगा।
प्रदेश में दो नवंबर से पहले-पहले विधानसभा चुनाव होने प्रस्तावित हैं। ऐसे में सभी दलों के पास काम करने के लिए तीन से चार माह का समय बचा है, जिसमें पार्टियां अपना-अपना एजेंडा तैयार कर लोगों के बीच जाने को आतुर दिखाई दे रही हैं।
विधानसभा चुनाव भी बिना संगठन लड़ने की तैयारी
हरियाणा कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव बिना संगठन के ही लड़ा है। लोकसभा चुनाव के लिए जिला स्तरीय चुनाव प्रभारी, लोकसभा संयोजक एवं सह संयोजकों को ही पार्टी ने संगठन मान लिया। कांग्रेस पिछले 10 सालों से हर रोज संगठन बनाने की बात कहती आ रही है। ऐसे में आगे भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का संगठन बनने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं पड़ रही है।
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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान संगठन के बारे में साफ कह चुके हैं कि हर जिले में हमारा संगठन सक्रिय है। यदि संगठन नहीं होता तो हम चुनाव कैसे लड़ते और जीतते। हुड्डा व उदयभान के इन बयानों का मतलब साफ है कि संगठन बन गया तो ठीक है, अन्यथा कोई बात नहीं।
कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तैयारी आरंभ कर दी है। मैं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लगातार मार्गदर्शन प्राप्त कर रहा हूं। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जहां-जहां हारी है, वहां सीटें जीतने के लिए हमारी पार्टी का अधिक फोकस रहेगा। प्रदेश की जनता ने पूरा मन बना लिया है। इस बार कांग्रेस 70 से अधिक विधानसभा सीटें जीतेगी। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 31 विधानसभा सीटें जीती थी, मगर तब हम एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाए थे। इस बार कांग्रेस ने पांच लोकसभा सीटें जीती है। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 20 प्रतिशत तक बढ़ा है और भाजपा का करीब 12 प्रतिशत घटा है। 16 जून से कांग्रेस करनाल से जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों की शुरुआत कर रही है। हमारा संगठन मजबूत है। लोकसभा चुनाव में हमने जिला प्रभारी, विधानसभा प्रभारी और ब्लाक प्रभारी बनाए थे। हमारे संगठन के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के पन्ना प्रमुखों के सारे पन्ने फाड़ दिए। -चौधरी उदयभान, अध्यक्ष, हरियाणा कांग्रेस