Move to Jagran APP

राजनीतिक पहुंच की अकड़ दिखाने वाले अधिकारी नपेंगे, कृष्ण मिढा बोले- अनिल विज को फोन करूंगा वो सुधार देंगे

हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में अपने सीनियर पर राजनीतिक दबाव बनाने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का फैसला लिया है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने हरियाणा सिविल सेवा नियम-2016 के तहत ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग में अच्छा पद पाने के लिए सबसे ज्यादा सिफारिश की जाती है। स्वास्थ्य विभाग ने अब ऐसे लोगों पर सख्ती की तैयारी कर ली है।

By Sudhir Tanwar Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 06 Nov 2024 07:58 AM (IST)
Hero Image
बिजली निगम से जुड़ी शिकायतों पर बोले मिढा- अनिल विज सबको सुधार देंगे (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में राजनीतिक पहुंच की अकड़ दिखाकर अपने सीनियर पर धौंस जमाने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर अब अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। इसकी शुरुआत हुई है स्वास्थ्य विभाग से।

स्वास्थ्य विभाग में अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा निजी हितों के लिए अपने सीनियर पर राजनीतिक दबाव बनाने की ढेरों शिकायतें निदेशालय पहुंची हैं। इस पर एक्शन लेते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक ने ऐसे लोगों पर हरियाणा सिविल सेवा नियम-2016 के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

स्वास्थ्य निदेशालय ने जारी किया आदेश

स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से इस संबंध में सभी जिलों के सिविल सर्जन और प्रधान चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। लिखित आदेशों के मुताबिक अक्सर देखने में आया है कि अधिकारी या कर्मचारी अपनी सेवा से जुड़े मामलों में अपने हितों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वरिष्ठ अधिकारियों पर राजनीतिक प्रभाव डालने की कोशिश करते हैं।

यह हरियाणा सिविल सेवा नियम-2016 के नियम 26 का उल्लंघन है। इसलिए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को इन नियमों का पालन करना चाहिए। ऐसा न करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

अच्छा पद पाने के लिए की जाती है सिफारिश

स्वास्थ्य विभाग में अच्छा पद पाने के लिए सबसे ज्यादा सिफारिश की जाती है। विशेषकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ), पीएनडीटी एक्ट की पालना के लिए गठित टीमें, सैंपलिंग टीम सहित कई पदों के लिए सिफारिशें की जाती हैं।

इसमें सीएमओ या उच्च अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव डालकर मनचाहे पदों पर नियुक्ति करवाई जाती है। इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अब ऐसे लोगों पर सख्ती की तैयारी कर ली है।

यह भी पढ़ें- हरियाणा में 69,325 लोगों के बनाए जाएंगे पक्के मकान, योजना का लाभ लेने के लिए पढ़ें क्या हैं शर्तें?

अधिकारियों से नाखुश कई मंत्रियों के तीखे तेवर

अधिकारियों की कार्यप्रणाली से नाखुश कई मंत्रियों ने तीखे तेवर अपनाए हुए हैं। बिजली, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज अंबाला में अधिकारियों को चेतावनी दे चुके हैं कि काम किया है और काम करेंगे, मेरा यही नारा रहा है। यहां वही अफसर रह सकेगा, जो इस नारे पर काम करेगा।

इसी तरह उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर गुरुग्राम में अधिकारियों की बैठक में चेतावनी दे चुके हैं कि जो अधिकारी पैसे लेकर काम करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। जेल के अंदर कराऊंगा और पैसे वसूल करूंगा। जिस भी अधिकारी की शिकायत आई, मेरे से बुरा कोई नहीं होगा। अपने-अपने आकाओं से बात कर लो। कोई बचाने वाला नहीं होगा।

इसी तरह विधानसभा उपाध्यक्ष कृष्ण मिढा ने जींद में बिजली निगम से जुड़ी शिकायतों की सुनवाई न होने पर अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि दोबारा अधीक्षक अभियंता को फोन नहीं करूंगा। अब सीधे मंत्री की कॉल आएगी। आपको पता है न आपके विभाग के मंत्री कौन हैं। आपका विभाग अनिल विज के पास आ गया है। अब मंत्री आ गए हैं, वह अपने आप सुधार देंगे।

यह भी पढ़ें- हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, अब मकान बनाने के लिए मिलेगा 25 लाख का एडवांस लोन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।