Haryana News: अब Cyber Fraud पर लगेगी लगाम, बैंक खातों से नहीं उड़ेंगे पैसे; इस तरह से अपराधियों पर पुलिस कसेगी नकेल
हरियाणा में अब अपराधी आसानी से साइबर फ्रॉड नहीं कर पाएंगे। साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस बैंकों की मदद लेगी। बैंक में किसी भी व्यक्ति का खाता खुलवाते समय सुनिश्चित किया जाएगा कि बैंक खाता आधार कार्ड में दिए गए मोबाइल नंबर से लिंक हो। जिससे से ओटीपी (One Time Password) सही नंबर पर जाएगा और साइबर अपराध (Cyber Fraud) को काफी हद तक कम किया जा सकेगा
By Sudhir TanwarEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 21 Oct 2023 08:51 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana News: हरियाणा में साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस बैंकों की मदद लगी। बैंक में किसी भी व्यक्ति का खाता खुलवाते समय सुनिश्चित किया जाएगा कि बैंक खाता आधार कार्ड में दिए गए मोबाइल नंबर से लिंक हो। इससे ओटीपी (One Time Password) सही नंबर पर जाएगा और साइबर अपराध (Cyber Fraud) को काफी हद तक कम किया जा सकेगा।
अब साइबर फ्रॉ पर लगेगी लगाम
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में निजी तथा सरकारी बैंक के अधिकारियों के साथ साइबर सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई। एडीजीपी साइबर ओपी सिंह तथा आइजी अंबाला सिबास कविराज ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बैंको के स्तर पर साइबर अपराध रोकने संबंधी चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया।
फ्रॉड होते ही गोल्डन आवर्स में फ्रीज होगा बैंक अकाउंट
पुलिस महानिदेशक ने बैंक अधिकारियों को तीन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए। बैंकोें द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारियों का साइबर हेल्पलाइन पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ प्रशिक्षण करवाया जाएगा। सभी एक ही स्थान पर आपस में तालमेल स्थापित करते हुए काम करेंगे ताकि साइबर फ्रॉड की शिकायत मिलते ही गोल्डन आवर्स में बैंक अकाउंट को फ्रीज किया जा सके।बैंक खाते में वित्तीय लेन-देन पर नजर रखने के दिए निर्देश
डीजीपी ने कहा कि बैंक अधिकारी संदिग्ध वित्तीय लेन देन पर नजर रखें। प्रत्येक बैंक खाते में वित्तीय लेन-देन का एक पैट्रर्न होता है। बैंक अधिकारी इस पैट्रर्न को समझें और ऐसे बैंक खातों में होने वाले संदिग्ध लेन-देन की निगरानी रखते हुए अपने विवेक से आवश्यकता अनुरूप इन्हें ब्लॉक करना सुनिश्चित करें।
राशि को रिफंड करने की भी बनाए योजना
डीजीपी ने बैंक अधिकारियों से कहा कि साइबर अपराध को रोकने उपरांत रिकवर की गई राशि को मूल बैंकखाता धारक को रिफंड करने की भी प्रभावी व्यवस्था बनाएं। पीओएस मशीन की जिओफेंसिंग अवश्य करें ताकि निर्धारित सीमा के बाहर जाते ही वह काम करना बंद कर दें।दूसरे बैंकों के साथ भी किया जाएगा पायलट प्रोजेक्ट
डीजीपी ने बताया कि साइबर हेल्पलाइन नंबर - 1930 पर प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए एचडीएफसी बैंक के साथ मिलकर शुरू किया गया पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है। इसे दूसरे बैंकों के साथ भी लागू किया जाएगा। हेल्पलाइन नंबर पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ बैंक के नोडल अधिकारियों की तैनाती किए जाने की योजना है ताकि एक बेहतर तालमेल स्थापित करते हुए शिकायत पर कार्रवाई की जा सके।
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