डरा रहा डेंगू : कालका में सबसे ज्यादा प्रकोप, रोकथाम के लिए टीम गठित करने के निर्देश
जिला प्रशासन सतर्क डीसी ने दिए रोकथाम केउपाय करने के निर्देश
जागरण संवाददाता, पंचकूला : उपायुक्त महावीर कौशिक ने बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में कालका और साथ लगते हिमाचल के परवाणु क्षेत्र में बढ़ रहे डेंगू के मामलों को लेकर स्वास्थ्य व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, पुलिस विभाग और नगर परिषद कालका के अधिकारियों की एक टीम गठित करने के निर्देश दिए जो कालका के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि टीम द्वारा लोगों को बरसात के मौसम में पानी को ढक कर रखने तथा घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित किया जाए और ऐसा न करने वाले लोगों के चालान किए जाएं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग ड्रम और अन्य बरतनों में पानी को ढककर रखें, ताकि लारवा पैदा न हो सके। इसके अलावा पीने के पानी में खाना बनाने वाले तेल का छिड़काव अवश्य करें।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में नियमित फागिग और नगर परिषद कालका को घरों के आस-पास नालियों की साफ-सफाई सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिये। इसके साथ-साथ इस दिशा में स्थानीय पार्षदों और गैर सरकारी संगठनों की भी सहायता ली जाए। उन्होंने कहा कि कालका के अनेक श्रमिक हिमाचल के परवाणू क्षेत्र में प्रतिदिन कार्य करने जाते हैं। ऐसे में परवानु के स्वास्थ्य अधिकारी अपने क्षेत्र में नियमित फागिग की व्यवस्था करें और लोगों को जागरूक करें।
बैठक में बताया गया कि कालका के खेड़ा सीता राम और शाहपुर हट डेंगू के मामले को लेकर अधिक संवेदनशील हैं और यहां हर तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं। इसके अलावा पंचकूला के अभयपुर, बुढ़नपुर, राजीव कालोनी, रैला, रैली, गांव कुंडी, बालदवाला, रेहना सुलतानपुर, गनौली, डेबर, इंदिरा कालोनी और सेक्टर 26 व 27 में निर्माण स्थलों के आस-पास का क्षेत्र अधिक संवेदनशील है जहां लोगों को अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। बैठक में कालका की एसडीएम रूचि सिंह बेदी, सीएमओ डा. मुक्ता कुमार, कालका के तहसीलदार विक्रम सिगला, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर, डा. राजीव नरवाल, बीएमओ धर्मपुर डा. कविता व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।