PM मोदी के लिए चलाई गाड़ी तो मनोहर लाल को सिखाया कम्प्यूटर; ऐसे हैं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी
हरियाणा में नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने दोबारा से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी का सफर काफी दिलचस्प रहा है। संगठन के साथ लंबे समय तक जुड़े रहने वाले नायब सिंह सैनी ने एक समय खुद खाना बनाया और कार्यकर्ताओं की मदद की। इतना ही नहीं उन्होंने मनोहर लाल को कम्प्यूटर चलाना सिखाया तो पीएम मोदी के लिए गाड़ी चलाई थी।
अरुण शर्मा, रोहतक। नायब सिंह सैनी ने गुरुवार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। नायब सैनी के दोबारा से हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने से सर्वाधिक प्रसन्नता भाजपा संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हो रही है, क्योंकि नायब सिंह सैनी उनके साथ लंबे समय तक रहे। सुख-दुख के साथी रहे।
जब खुद खाना बनाते थे नायब सैनी
नायब सैनी के शपथ से पहले भाजपा प्रदेश कार्यालय मंगल कमल के सह प्रभारी दीपक आचार्य ने पुरानी यादें साझा की हैं। दीपक ने बताया कि 1997 में नायब सिंह पूर्णकाल के लिए संगठन के कार्य में जुट गए थे।
उस समय भाजपा प्रदेश कार्यालय सोनीपत रोड पर था। उस समय सुविधाएं कम थीं और कार्यकर्ताओं को स्वयं सभी कार्य करने होते थे। भोजन भी स्वयं तैयार करना होता था और सैकड़ों बार नायब ने स्वयं भोजन तैयार किया।
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नायब सैनी का इतना सरल स्वभाव रहा, जो भी रसोई में भोजन होता था, वह खा लेते थे। वह प्रत्येक कार्यकर्ता की मदद के लिए आगे रहते थे। उनके स्वभाव में कभी भी ना कहना शामिल नहीं रहा। हंसमुख होने के साथ ही प्रत्येक पदाधिकारी के सुख-दुख में शामिल होते थे।
मनोहर लाल को सिखाया था कम्प्यूटर चलाना
वहीं, निवर्तमान भाजपा के मनोनीत पार्षद अमित बंसल का कहना है कि बीते वर्ष जब नायब सिंह सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, तो प्रत्येक पुराने कार्यकर्ता से सीधे मिले और उनके घरों पर भी पहुंचे। कम्प्यूटर संचालन का सैकड़ों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया।
दीपक आचार्य ने नायब सिंह सैनी के व्यवहार और उनकी योग्यताओं को भी खुलकर बताया। दीपक ने बताया कि वर्ष 1996 से वर्ष 2000 तक भाजपा के प्रदेश प्रभारी नरेन्द्र मोदी और प्रदेश संगठन मंत्री मनोहर लाल थे। उस समय संगठन ने कम्प्यूटर से कार्य की शुरुआत की। सदस्यता अभियान से लेकर दूसरी सभी सूचनाओं व ब्योरा तैयार करने के लिए कम्प्यूटर अनिवार्य हो गया।तब केवल नायब ही कम्प्यूटर जानते थे। मोदी के कहने पर कम्प्यूटर संचालन का सैकड़ों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया। मनोहर लाल को भी तकनीकी ज्ञान लेने की जिज्ञासा रहती थी, तब नायब ने उन्हें कम्प्यूटर संचालन का प्रशिक्षण दिया।
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