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PM मोदी के लिए चलाई गाड़ी तो मनोहर लाल को सिखाया कंप्यूटर; ऐसे हैं हरियाणा के होने वाले 'नायब' मुख्यमंत्री

हरियाणा में दोबारा से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) का सफर काफी दिलचस्प रहा है। संगठन के साथ लंबे समय तक जुड़े रहने वाले नायब सिंह सैनी ने एक समय खुद खाना बनाया और कार्यकर्ताओं की मदद की। इतना ही नहीं उन्होंने मनोहर लाल को कंप्यूटर चलाना सिखाया तो पीएम मोदी के लिए उन्होंने गाड़ी चलाई थी।

By Jagran News Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Wed, 16 Oct 2024 07:57 PM (IST)
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दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनेंगे नायब सिंह सैनी।

अरुण शर्मा, रोहतक। हरियाणा में दोबारा से मुख्यमंत्री पद की शपथ नायब सिंह सैनी लेंगे। गुरुवार को होने वाले शपथ-ग्रहण समारोह को लेकर भाजपा नेता काफी उत्साहित हैं। सर्वाधिक प्रशन्नता भाजपा संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हो रही है। क्योंकि नायब सिंह सैनी उनके साथ लंबे समय तक रहे। सुख-दुख के साथी रहे।

अब फिर से शपथ-ग्रहण समारोह में वही संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता नायब को फिर से मुख्यमंत्री बनते हुए देखेंगे और स्वयं भी इस पल के साक्षी बनेंगे।

जब खुद खाना बनाते थे नायब सैनी

भाजपा प्रदेश कार्यालय मंगल कमल के सह प्रभारी दीपक आचार्य ने पुरानी यादें साझा की हैं। दीपक ने बताया कि 1997 में नायब सिंह पूर्णकाल के लिए संगठन के कार्य में जुट गए थे। उस समय भाजपा प्रदेश कार्यालय सोनीपत रोड पर था। उस समय सुविधाएं कम थीं और कार्यकर्ताओं को स्वयं सभी कार्य करने होते थे। भोजन भी स्वयं तैयार करना होता था और सैकड़ों बार नायब ने स्वयं भोजन तैयार किया।

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नायब सैनी का इतना सरल स्वभाव रहा, जो भी रसोई में भोजन होता था वह खा लेते थे। वह प्रत्येक कार्यकर्ता की मदद के लिए आगे रहते थे। उनके स्वभाव में कभी भी ना कहना शामिल नहीं रहा। हंसमुख होने के साथ ही प्रत्येक पदाधिकारी के सुख-दुख में शामिल होते थे।

मनोहर लाल को सिखाया था कंप्यूटर चलाना

वहीं, निवर्तमान भाजपा के मनोनीत पार्षद अमित बंसल का कहना है कि बीते वर्ष जब नायब सिंह सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, तो प्रत्येक पुराने कार्यकर्ता से सीधे मिले और उनके घरों पर भी पहुंचे। कंप्यूटर संचालन का सैकड़ों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया।

दीपक आचार्य ने नायब सिंह सैनी के व्यवहार और उनकी योग्यताओं को भी खुलकर बताया। दीपक ने बताया कि वर्ष 1996 से वर्ष 2000 तक भाजपा के प्रदेश प्रभारी नरेन्द्र मोदी और प्रदेश संगठन मंत्री मनोहर लाल थे। उस समय संगठन ने कंप्यूटर से कार्य की शुरूआत की। सदस्यता अभियान से लेकर दूसरी सभी सूचनाओं व ब्योरा तैयार करने के लिए कंप्यूटर अनिवार्य हो गया।

तब केवल नायब ही कंप्यूटर जानते थे। मोदी के कहने पर कंप्यूटर संचालन का सैकड़ों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया। मनोहर लाल को भी तकनीकी ज्ञान लेने की जिज्ञासा रहती थी, तब नायब ने उन्हें कंप्यूटर संचालन का प्रशिक्षण दिया।

पीएम मोदी के लिए चलाई थी गाड़ी

उन्होंने बताया कि एक बार किन्हीं बड़े पदाधिकारी का प्रदेश कार्यालय में आना हुआ। उन्हें दूसरे जिले में छोड़ने के लिए ड्राइवर की जरूरत आई तो नायब सिंह सैनी स्वयं सामने आए। उन्होंने दो-चार बार मोदी को भी दूसरे जिलों में कार में बैठाकर बैठक में पहुंचाया।

'भाजपा की बात' पत्रिका में भी किया काम

भाजपा संगठन की विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भाजपा की बात नाम से पत्रिका प्रकाशित होती थी। रोहतक के प्रदेश कार्यालय में रहकर नायब ने पत्रिका के लिए कार्य किया। वर्ष 2000 से वर्ष 2003 तक सेक्टर-2 स्थित पंचकूला में रहकर संबंधित पत्रिका का नायब सैनी ने प्रकाशन किया। हुडा कॉम्प्लेक्स स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में भी रहे।

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