Haryana News: शराब तस्करी से लेकर अग्निवीरों के कोटा जैसे मामलों को लेकर बोले दुष्यंत चौटाला, BJP सरकार पर भी लगाए गंभीर आरोप
हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने मौजूदा सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पूर्व सैनिकों की तरह ही अग्निवीरों (Agniveer Scheme) का पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस में कोटा निर्धारित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार पर शराब तस्करों की मदद करने के आरोप लगाए हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा सरकार के साथ साढ़े चार साल तक गठबंधन में रहे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करने आरंभ कर दिए हैं। जजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व सैनिकों की तर्ज पर अग्निवीरों का पैरामिलिट्री फोर्स और राज्य की पुलिस में कोटा निर्धारित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अग्निवीरों की प्राइवेट सेक्टर में नौकरी की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी चाहिए। ऐसे प्रविधान कई देशों में हैं, जिसे भारत में भी लागू करना चाहिए। पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रविवार को चंडीगढ़ में कहा कि ग्रामीण आंचल में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए पूर्व गठबंधन सरकार ने 1100 डिजिटल लाइब्रेरी विकसित करने पर काम किया था, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार द्वारा पिछले तीन महीनों में इन लाइब्रेरी के विकास पर कोई कदम नहीं उठाया गया।
डिजिटल लाइब्रेरी पर फोकस करे सरकार- पूर्व डिप्टी सीएम
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के हित में डिजिटल लाइब्रेरी के विकास पर तुरंत फोकस करे और जिन लाइब्रेरी का निर्माण अधूरा है, उन्हें पूरा करवाए। साथ ही सभी लाइब्रेरी में पुस्तकें, कंप्यूटर व अन्य शिक्षा सामग्री की व्यवस्था करवाई जाए।दुष्यंत चौटाला ने अग्निवीर योजना (Agniveer Scheme) में संशोधन की तरफदारी करते हुए कहा कि अग्निवीरों के लिए उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार को उठानी चाहिए। जब ये योजना लागू हुई थी, तब उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सुझाव दिया था कि अग्निवीरों को उच्च स्तरीय शिक्षा में मदद दी जाए।
जजपा ने बुढ़ापा पेंशन को लड़कर बढ़वाया- दुष्यंत चौटाला
चौटाला ने कहा कि पूर्व गठबंधन की सरकार में जजपा (JJP News) ने बुढ़ापा पेंशन लड़कर दो हजार से तीन हजार रुपये करवाई थी। भाजपा के संकल्प पत्र में कभी तीन हजार रुपये बुढ़ापा पेंशन करने की बात नहीं कही गई थी। बुजुर्गों के सम्मान में बुढ़ापा पेंशन को बढ़ाकर 5100 रुपये करना चाहिए। अगर सरकार 5100 रुपये पेंशन नहीं कर सकती तो इसे 3500 रुपये अभी के लिए तुरंत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी को कोई यू-टर्न नहीं लेना पड़ेगा, जनहित में वे यह सीधा फैसला ले सकते हैं।ये भी पढ़ें: Haryana Crime: सीआईए पुलिस ने ट्रक से बरामद किया 90 किलो गांजा, दो आरोपित गिरफ्तार
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।