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Haryana News: रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे युवाओं की वतन वापसी के प्रयास शुरू, विदेश सचिव ने Russia के राजदूत से की चर्चा

भारतीय दूतावास ने मास्को में रूस के अधिकारियों से हरियाणवी युवाओं की वतन वापसी के लिए बातचीत की है। विदेश मंत्रालय के समक्ष कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ये मुद्दा उठाया था। इसके बाद रूस यूक्रेन युद्ध में अमानवीय यातनाएं झेल रहे कैथल करनाल और अंबाला के बेबस युवाओं को वापस लाने की मुहिम शुरू हुई है।

By Sudhir Tanwar Edited By: Deepak Saxena Updated: Sat, 13 Apr 2024 10:12 PM (IST)
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रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे युवाओं की वतन वापसी के प्रयास शुरू।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे हरियाणवी युवाओं की वतन वापसी के प्रयास शुरू हो गए हैं। भारतीय दूतावास ने मास्को में रूस के अधिकारियों से इन युवाओं की शीघ्र वापसी के लिए बातचीत की है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने विदेश मंत्रालय के समक्ष यह मुद्दा उठाया था जिसके बाद रूस में अमानवीय यातनाएं झेल रहे कैथल, करनाल और अंबाला के बेबस युवाओं की सकुशल वापसी की कोशिशें शुरू हुई हैं।

विदेश मंत्री को लिखा था पत्र

सुरजेवाला ने विगत सात अप्रैल को रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे हरियाणा के युवाओं को वापस लाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था। पहले इन बेरोजगार युवाओं को काम दिलाने के बहाने मास्को ले जाया गया और फिर जबरन रूस-यूक्रेनी युद्ध में धकेल दिया गया। पिछले कई दिनों से यह सभी युवा अमानवीय परिस्थितियों में रह रहे हैं। उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और वे गंभीर संकट में हैं।

विदेश सचिव ने रूस के राजदूत से की चर्चा

विदेश मंत्रालय द्वारा रणदीप सिंह सुरजेवाला को लिखे पत्र में कहा गया है कि मास्को में भारतीय दूतावास ने रूस के अधिकारियों से इन युवाओं की शीघ्र वापसी के लिए बातचीत की है। साथ ही नई दिल्ली में भारत सरकार के विदेश सचिव ने इन युवकों को जबरन रूसी-यूक्रेनी युद्ध के मोर्चे पर भेजे जाने के मुद्दे को लेकर रूस के राजदूत से चर्चा की। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए भारतीय नागरिकों को भी इन जगहों से दूरी बनाए रखने का निर्देश जारी किया गया है।

मामले पर बोले रणदीप सिंह सुरजेवाला

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस मुद्दे पर रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से तुरंत बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि इस पूरे मसले पर खामोश बैठी हरियाणा की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री ने आज तक केंद्र से कोई गुहार नही लगाई। कब तक केंद्र सरकार कैथल के सात युवाओं व हरियाणा के सैकड़ों युवाओं को सुरक्षित घर वापस लाएगी। उन्होंने कहा कि जब कई महीनों से नौकरी बेचने वाले दलाल हरियाणा के सैकड़ों युवाओं को कबूतरबाजी के जरिये विदेश में धकेल रहे थे तो सरकार क्यों आंखें मूंदे रही।

यह युवा फंसे हैं युद्ध में

कैथल: मटोर निवासी बलदेव (32 वर्ष), राजेंद्र (30 वर्ष), मोहित (22 वर्ष), मंजीत (22 वर्ष), साहिल (22 वर्ष), रवि (24 वर्ष)

फतेहाबाद: गांव सुरेवाला निवासी मनदीप

करनाल: सांभली निवासी हर्ष (19 वर्ष)

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