हरियाणा में परिवार पहचान पत्र योजना शुरू, सीएम व डिप्टी सीएम ने लांच किया
हरियाणा के सीएम मनोहरलाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज परिवार पहचान पत्र योजना शुरू की। उन्होंने 20 परिवारों को पहचान पत्र देकर योजना की शुरूआत की।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 04 Aug 2020 03:20 PM (IST)
पंचकूला, जेएनएन। हरियाणा में परिवार पहचान पत्र ( PPP ) योजना शुरू हो गई है। राज्य के मुख्यंमत्री मनेाहरलाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने योजना आज पंचकूला में आयोजित समारोह में योजना का शुभारंभ किया। सीएम मनोहर लाल ने समारोह में 20 परिवारों को परिवार पहचान पत्र सौंपे। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी कई परिवारों को पहचान पत्र सौंपे।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया और हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता मौजूद रहे। समारोह का आयोजन पंचकूला में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में किया जाएगा़। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर भी परिवार पहचान पत्र बांटे गए। मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये योजना प्रदेश भर में शुरू की।
परिवार पहचान पत्र का उद्देश्य हरियाणा में सभी परिवारों का एक प्रामाणिक सत्यापित और विश्वसनीय डाटा बेस तैयार करना है। इसके साथ सभी कल्याणकारी योजनाओं को जोड़ा जाएगा ताकि हर परिवार को सभी सरकारी योजनाओं के लाभ विश्वसनीयता के साथ मिलता रहे।
परिवार पहचान पत्र की कई खासियत है। इसके जरिये हरियाणा में सभी परिवारों की मौलिक जानकारी का डिजिटल तौर पर संग्रहण होगा। पात्र लाभार्थियों को सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। पहचान पत्र की जानकारी गोपनीय और सुरक्षित होगी। जरूरतमंद परिवारों को घर बैठे सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी मिलेगी। सभी नागरिकों को आठ अंकों का पहचान नंबर जारी होगा।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और डुप्लीकेट की संभावना कम होगी। सभी योजनाओं का लाभ एक ही पहचान पत्र से मिलेगा। बार-बार दूसरे पहचान पत्र प्रमाण दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस पहचान पत्र के साथ वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, महिला पेंशन और दिव्यांग पेंशन योजना को जोड़ा जा चुका है।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की बहुत योजनाएं होती है, सभी विभागों के पास अलग अलग डाटा होता है। इस कारण पात्र व्यक्ति को स्कीम का लाभ नहीं मिलता, डुप्लिकेसी बहुत होती है। सभी योजनाओं का लाभ योग्य व्यक्ति को मिले इसी उद्देश्य से परिवार पहचान पत्र योजना शुरू की गई।
उन्होंने कहा कि पुराने डाटा के आधार पर ही योजनाओं का लाभ मिलता है। ऐसे में विचार आया कि सभी परिवारों का एक ही डाटा बेस हो। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने पिछले साल मेरा परिवार मेरी पहचान योजना को शुरू करने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति के पहचान के लिए आधार कार्ड है। अब परिवार पहचान पत्र परिवार की पहचान है।
एक क्लिक से पूरे परिवार का संपूर्ण डाटा मिल जाएगा। एक पहचान पत्र से पूरी स्कीम का फायदा मिल जाएगा। 31 अगस्त तक राज्य में 20 लाख कार्ड वितरित हो जाएंगे। 27, 28,29 और 30 अगस्त प्रदेश भर में कैंप लगाएं जाएंगे। सभी विभागों के कर्मचारी कार्ड बनाने का काम करेंगे। तीन महीनों में सभी विभागों की योजनाएं इस कार्ड से जुड जाएगी। ये कार्ड पीडीएस से जुडेंगे। मनोहरलाल ने कहा कि इस योजना से भ्रष्टाचार और लालफीताशाही खत्म हो जाएगी। यह सुशासन संकल्प वर्ष ये रहेगा। हम राज्य में सुशासन देंगे। सुशासन का गेट ई गर्वनेंस से आता है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि परिवार पहचान पत्र से सारी योजनाओं के लाभ एक पहचान पत्र से मिलेंगे। प्रदेश सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया। हर नागरिक का डाटा बेस तैयार होगा।एक क्लिक पर , एक क्लिक से ही सभी योजना ओं का फायदा होगा।
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