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Haryana News: ओलावृष्टि से खेतों में बिछ गए हरियाणा के किसानों के अरमान, विपक्ष ने सरकार से की मुआवजा देने की मांग

हरियाणा में ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। वहीं विपक्ष के नेताओं ने प्रदेश सरकार से तुरंत मुआवजा देने की मांग की है। इसके साथ ही भूपेंद्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने किसानों का करीब 422 करोड़ रुपये का बकाया मुआवजा नहीं दिया है।

By Anurag Aggarwa Edited By: Deepak Saxena Updated: Sun, 03 Mar 2024 06:27 PM (IST)
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ओलावृष्टि से खेतों में बिछ गए हरियाणा के किसानों के अरमान।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में पिछले दो दिनों से रुक-रुककर हो रही तेज बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हो रही है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी ओले पड़ने से अधिकतर फसल बर्बाद हो गई। इंटरनेट मीडिया पर कई किसानों के ऐसे वीडियो और फोटो सामने आए हैं, जो अपनी फसल बर्बाद होने से बेहद दुखी हैं। कई किसानों के खेतों में बैठकर रोने की वीडियो भी प्रसारित हो रही हैं।

सरकार ने नहीं दिया अब तक 442 करोड़ का मुआवजा- भूपेंद्र हुड्डा

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि इस बरसात और भारी ओलावृष्टि से किसानों की सौ प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है। प्रदेश सरकार को चाहिए कि बर्बाद हुई फसलों की तुरंत प्रभाव से निश्चित समय अवधि में गिरदावरी कराकर किसानों को मुआवजा प्रदान करे।

भूपेंद्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने किसानों का करीब 422 करोड़ रुपये का बकाया मुआवजा भी अभी तक नहीं दिया है। कई जिलों में फसल बीमा कंपनियों की मनमानी का किसान शिकार हैं। प्रदेश सरकार किसानों को पिछला रुका हुआ मुआवजा देने के साथ ही मौजूदा बर्बाद हुई फसल का मुआवजा भी बिना देरी के प्रदान करे।

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करनाल जिले के असंध से कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि किसानों की प्रति एकड़ 50 हजार रुपये फसल की लागत आती है। उससे अधिक अगर कुछ बचता है तो वह आमदनी कहलाती है। राज्य में ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार को तुरंत किसानों को कम से कम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा प्रदान करना चाहिए, जिससे किसानों की फसल की लागत पूरी हो सके।

ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों की मदद करे सरकार

इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने बारिश और भारी ओलावृष्टि के कारण सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद और सोनीपत समेत अन्य जिलों में किसानों की सौ प्रतिशत फसल खराब होने की रिपोर्ट आई है। किसान पहले से भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहा है और अब इस प्राकृतिक आपदा की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। गेहूं, सरसों, चना और जौ समेत कई फसलें भारी ओलावृष्टि के कारण तबाह हो गई हैं।

चौटाला ने कहा कि ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हुई फसलों की तुरंत स्पेशल गिरदावरी कराई जाए और किसानों को कम से कम 50 हजार रूपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा प्रदान किया जाए।

रबी की फसल को पहुंचा नुकसान- रणदीप सिंह सुरजेवाला

कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इस भयंकर ओलावृष्टि के कारण पकने को तैयार खड़ी रबी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने अपने जीवन में इससे भयंकर ओलावृष्टि नहीं देखी। खेतों को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे खेत न होकर कोई ग्लेशियर हों। इस बेमौसमी बरसात और भयंकर ओलावृष्टि ने कुछ भी नहीं छोड़ा।

90 फीसदी सरसों और 80 फीसदी गेहूं की फसल तबाह

ओलावृष्टि ने सरसों की 90% फसल और गेहूं की 80% फसल तबाह कर दी है। ऐसी परिस्थितियों में किसान को केवल सरकार का ही सहारा है। सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री को चुनावी रैलियों से समय निकालकर किसानों के आंसू पोंछने का काम करना चाहिए।

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