Farmers Protest: दिल्ली कूच करने वाले हथियारों के साथ संसद का कर सकते हैं घेराव, HC में दाखिल रिपोर्ट पर उठे सवाल
Farmers Protest पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में दिल्ली कूच करने वालों पर कई सवाल उठे हैं। हाई कोर्ट में दाखिल स्टेटस रिपोर्ट में बेहद चौंकाने वाली जानकारी दी है। हरियाणा सरकार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछला किसान आंदोलन न केवल हिंसक था बल्कि आंदोलनकारियों ने अपराध भी किए। इस बार भी किसान संगठनों का यह विरोध शांतिपूर्ण नहीं लग रहा है।
दयानंद शर्मा, चंडीगढ़। हरियाणा के गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच के मद्देनजर हाई कोर्ट में दाखिल स्टेटस रिपोर्ट में बेहद चौंकाने वाली जानकारी दी है। हरियाणा सरकार ने कोर्ट को बताया कि उसके पास ऐसे इनपुट हैं कि हजारों की संख्या में आंदोलनकारी मोडिफाई ट्रैक्टर-ट्रालियों में हथियारों के साथ दिल्ली में डेरा डालने की व्यवस्था के साथ चल रहे हैं। ये संगठन संसद का घेराव कर सकते हैं।
आम नागरिकों को नुकसान
दावा किया है कि किसान संगठनों का यह विरोध शांतिपूर्ण नहीं है और पिछले अनुभव को देखते हुए यह आम नागरिकों के साथ-साथ संस्थानों को भी भारी नुकसान पहुंचाने वाला है। विदित हो कि इस मुद्दे पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में दो जनहित याचिकाएं दायर की गई थीं।एक याचिका किसानों की ओर से सड़कों की गई नाकेबंदी के खिलाफ थी, तो दूसरी याचिका किसानों को रोकने लिए हरियाणा सरकार के बनाए अवरोधक के खिलाफ थी। पिछली सुनवाई पर हाई कोर्ट ने हरियाणा व पंजाब की सरकारों से स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी। गुरुवार को दोनों सरकारों ने स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत की।
पहले आंदोलनकारियों ने किए थे अपराध
हरियाणा सरकार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछला किसान आंदोलन न केवल हिंसक था बल्कि आंदोलनकारियों ने अपराध भी किए। 26 जनवरी, 2021 को राष्ट्रीय राजधानी में हंगामा किया, लाल किले से तिरंगा हटा दिया था। हरियाणा में अपराध करने के लिए आंदोलनकारियों के खिलाफ 294 एफआइआर दर्ज की गईं, जिनमें 185 मामलों में चालान पेश हो चुका है। हरियाणा ने हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, हत्या के प्रयास और हथियार लेकर चलने के मामलों समेत कई जघन्य अपराधों का हवाला दिया है।
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दलील दी कि अगर आंदोलनकारियों को हरियाणा के क्षेत्र से गुजरकर दिल्ली जाने और डेरा डालने की अनुमति दी गई तो हरियाणा के लोगों को सबसे अधिक नुकसान होगा।दिल्ली पुलिस ने भी हरियाणा से आग्रह किया थाहरियाणा ने कोर्ट को बताया कि दिल्ली पुलिस से एक पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें हरियाणा पुलिस से अनुरोध किया गया था कि प्रदर्शनकारियों से दिल्ली में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा स्थिति में व्यवधान पैदा करने की आशंका है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के इरादे से आने वाले सभी व्यक्तियों की पहचान की जाए और उन्हें दिल्ली में प्रवेश की इजाजत न दी जाए।
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