Haryana News: 'यूक्रेन-रूस युद्ध में फंसे युवाओं को वापस लाए सरकार', कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार पर तंज कसते हुए की ये मांग
यूक्रेन-रूस युद्ध में फंसे युवाओं को निकालने की मांग करते हुए कुमारी सैलजा ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्रदेश सरकार ने सरकारी रोजगार को तो खत्म कर ही दिया। वहीं उन्होंने कहा कि युवाओं को अशांत देशों में भेजने के लिए हरियाणा सरकार खुद कैंप लगवा रही थी। अब सीएम खुद बताएं कि उनकी वापसी के लिए वो क्या इंतजाम कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार ने हरियाणा में सरकारी रोजगार को तो खत्म कर ही दिया, साथ में निजी क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर समाप्त कर दिए हैं। प्रदेश में रोजगार नहीं है, इसलिए बेरोजगारों को विदेश जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। रोजगार की आस में यूक्रेन-रूस के युद्ध क्षेत्र में फंसे युवाओं को वापस लाने का इंतजाम तुरंत प्रभाव से प्रदेश सरकार को करना चाहिए।
बेरोजगारी के चलते यूक्रेन-रूस जाने को मजबूर युवा- कुमारी सैलजा
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब हरियाणा के युवा यूक्रेन-रूस युद्ध क्षेत्र में फंसे हों। इससे पहले रूस की ओर से भी कई युवा युद्ध क्षेत्र में फंस चुके हैं। कोई भी घर या परिवार नहीं चाहता कि उसके बच्चे किसी ऐसी जगह पर जाएं, जहां कोई लड़ाई-झगड़ा चल रहा हो या फिर अशांति हो। लेकिन पेट को भरने की मजबूरी युवाओं को देश-प्रदेश छोड़ने पर मजबूर कर रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार खुद ही युवाओं को अशांत देशों में भेजने को कैंप लगवा रही थी। यह बेरोजगारों की मजबूरी ही कही जाएगी, जो वे यहां पर भूखे मरने की बजाए वहां गोली से मरने का रास्ता चुन रहे थे।
मुख्यमंत्री बताएं कि वो यूक्रेन-रूस में फंसे युवाओं के लिए क्या कर रहे- कुमारी सैलजा
कुमारी सैलजा ने कहा कि मुख्यमंत्री को सार्वजनिक तौर पर बताना चाहिए कि यूक्रेन-रूस युद्ध क्षेत्र में फंसे प्रदेश के युवाओं की घर वापसी के लिए वे क्या इंतजाम कर रहे हैं और इन्हें कब तक वापस लेकर आएंगे। साथ ही बताना चाहिए कि दिल्ली में बैठे अपने राजनीतिक आकाओं के संज्ञान में पूरे प्रकरण को क्यों नहीं ला रहे। क्योंकि, इन युवाओं के जबरन युद्ध क्षेत्र में पहुंचने के पीछे सबसे अधिक जिम्मेदार भाजपा और उसकी युवा विरोधी सरकार ही है।