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हरियाणा विधानसभा में राज्यपाल पेश करेंगे नई सरकार का रोड मैप, 13 से 18 नवंबर तक चलेगा सत्र

हरियाणा विधानसभा का सत्र 13 नवंबर से शुरू हो रहा है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय अपने अभिभाषण में सरकार का रोड मैप पेश करेंगे। बजट सत्र में दोबारा राज्यपाल का अभिभाषण होगा। विपक्ष धान खरीद और डीएपी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। पहली बार चुनकर आए 40 विधायक अपने हलके की बात रखेंगे। सरकार विधायकों के सुझावों पर अमल करेगी।

By Jagran News Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Thu, 07 Nov 2024 11:08 AM (IST)
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हरियाणा में तीन दिन का होगा विधानसभा सत्र (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय 13 नवंबर को फिर शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के पहले दिन अपने अभिभाषण से प्रदेश की नई सरकार का रोड मैप पेश करेंगे। 18 नवंबर तक विधानसभा सत्र चलेगा, जिसमें बीच में तीन दिन का अवकाश रहेगा। हरियाणा की 15वीं विधानसभा के लिए नवगठित सरकार का पहला सत्र 25 अक्टूबर को आयोजित किया गया था।

हालांकि, राज्यपाल द्वारा एक दिवसीय सत्र के समापन की स्वीकृति नहीं दी गई है, जिसके चलते 13 नवंबर से शुरू होने वाले सत्र को पहला सत्र ही माना जाएगा। विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी संभावित शेड्यूल के अनुसार बुधवार को सुबह 11 बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जिसमें राज्यपाल द्वारा तीन माह के लिए सरकार का रोड मैप पेश किया जाएगा।

इसके बाद बजट सत्र में दोबारा राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जिसमें पूरे साल के लिए सरकार अपना रोडमैप प्रदेश की जनता के सामने रखेगी। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि भेंट की जाएगी। इसके तुरंत बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हो जाएगी। इसी दिन सरकार की तरफ से राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देकर सदन में इसका आभार व्यक्त किया जाएगा।

पहले दिन विधानसभा की कार्यवाही पूरा दिन चलेगी। अगले दिन 14 नवंबर को सदन में पूरक अनुमान पेश किए जाएंगे। जिस पर जरूरत के अनुसार वोटिंग करवाई जा सकती है। इसके अलावा सदन में विधायी कार्य होंगे। इसके बाद 15 नवंबर से लेकर 17 नवंबर तक अवकाश रहेगा। 18 नवंबर को सुबह 11 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होगी, जिसमें सरकार द्वारा कई बिल पास करवाए जाएंगे।

इस दौरान सरकार की ओर से वर्ष 2024-25 के लिए अनुपूरक अनुमान (प्रथम किस्त) के संबंध में हरियाणा विनियोग विधेयक की पुन: स्थापना की जाएगी। विधेयक को मतदान के साथ पारित किया जाएगा और विधायी कार्यों के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के स्थगित की जाएगी।

विधानसभा सत्र हंगामेदार रहने के आसार

विधानसभा सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष की ओर से सरकार को धान खरीद और डीएपी के मुद्दे पर घेरने की रणनीति तैयार की जा रही हैं। वहीं, मुख्यमंत्री नायब सैनी की टीम भी विपक्ष के हमले का जवाब देने की तैयारी में जुटी हुई है। 25 अक्टूबर को विशेष सत्र में भी भाजपा और कांग्रेस के विधायक आमने-सामने नजर आए थे।

पहली बार चुनकर पहुंचे 40 विधायक रखेंगे अपने हलके की बात

90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 40 विधायक पहली बार चुनकर पहुंचे हैं। 15वीं हरियाणा विधानसभा में 13 महिला विधायक भी हैं। लिहाजा पहली बार चुनकर आए विधायक सदन में अपने हलके की बात रखेंगे। मुख्यमंत्री नायब सैनी हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण से आग्रह कर चुके हैं कि पहली बार चुनकर आए विधायकों को बोलने का न केवल अवसर दिया जाए, बल्कि उन्हें विशेष प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।

विधायकों के सुझावों पर अमल करेगी सरकार 15वीं हरियाणा विधानसभा के पहले सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों की ओर से अपने-अपने हलकों की बात रखी जाएगी। सरकार की ओर से विधायकों द्वारा रखे गए सुझावों पर अमल करने के साथ उन्हें अमलीजामा भी पहनाया जाएगा।

नायब सरकार की ओर से अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है कि सदन में माननीयों द्वारा दिए गए सुझावों को तुरंत नोट किया जाए। इसके साथ ही सदन में विधायकों द्वारा रखी जाने वाली मांगों पर मंत्रियों की ओर से जवाब दिया जाएगा।

किसानों का मुद्दा सदन में गूंजेगा

विधानसभा सत्र में धान खरीद और मंडियों में उठान में देरी का मुद्दा विपक्ष की ओर से उठाया जाएगा। इसके साथ ही रबी सीजन में डीएपी की किल्लत के मुद्दे पर भी विपक्ष सरकार को घेरेगा। कानून व्यवस्था, शहरी व ग्रामीण विकास, टूटी सड़कें, निकाय चुनाव, चिकित्सकों की कमी सहित शिक्षा-स्वास्थ्य और जनहितैषी मुद्दों पर विपक्ष नायब सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने में जुटा है।

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