हरियाणा में एक महीने पहले बनेगी नई सरकार, 10 हजार से अधिक मतदाता सौ साल से ऊपर, जानें नामांकन प्रक्रिया
Haryana Assembly Election 2024 विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। अब चुनावी बिसात बिछेगी। जातीय समीकरण साधे जाएंगे। प्रत्याशियों की जोरअजमाइश होगी। हार जीत का गणित। मुद्दों के जरिए मोर्चेबंदी ये सब कुछ होगा। फिर चुना जाएगा हरियाणा का चौधरी यानी मुख्यमंत्री। जून में लोकसभा चुनाव खत्म हुए अभी दो महीने भी नहीं गुजरे कि एक बार फिर से लोकतंत्र का पर्व आ गया।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। केंद्रीय चुनाव आयोग ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव की अचानक घोषणा कर दी है। प्रदेश में एक अक्टूबर को वोट पड़ेंगे और चार अक्टूबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। केंद्रीय चुनाव आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने दो दिन के दौरे के बाद दिल्ली पहुंचकर हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा की।
प्रदेश के राजनीतिक दलों को उम्मीद थी कि अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होंगे, लेकिन केंद्रीय चुनाव आयोग ने करीब एक माह पहले ही चुनाव कार्यक्रम जारी कर राजनीतिक दलों की तैयारियों को एकाएक गति प्रदान कर दी है।
आचार संहिता लागू
हरियाणा में चुनाव की घोषणा होते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लग गई है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने राज्य में आदर्श चुनाव संहिता लागू होने की पुष्टि की है। इसके साथ ही राज्य में भाजपा सरकार नई घोषणाएं नहीं कर सकेगी। प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार का कार्यकाल तीन नवंबर तक है। राज्य में नई सरकार का गठन चार अक्टूबर को होगा।
जानें नामांकन प्रक्रिया
- 5 सितंबर चुनाव की अधिसूचना
- 5 सितंबर नामांकन प्रक्रिया
- 12 सितंबर नामांकन का आखिरी दिन
- 13 सिंतबर नामांकन की जांच
- 16 सितंबर नाम वापस की अंतिम तिथि।
किसानों के खाते में 500 करोड़ का बोनस
साल 2019 में 21 सितंबर को चुनाव घोषित हुए थे। इस बार 35 दिन पहले विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में पिछली बार की अपेक्षा इस बार करीब एक माह पहले नई सरकार का गठन हो जाएगा। केंद्रीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार सुबह एक सर्कुलर जारी कर दोपहर बाद तीन बजे प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई थी।
राजनीतिक गलियारों में तभी चर्चा चल पड़ी थी कि जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा विधानसभा के चुनाव की तारीख का भी ऐलान हो सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के खातों में करीब 500 करोड़ रुपये की फसल की बोनस राशि डालने के बाद मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि राज्य में अभी विधानसभा चुनाव नहीं होंगे।
27 से पहले बनवाया जा सकेगा नया वोट
हरियाणा में मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 27 अगस्त को किया जाएगा। इसकी कापियां सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध होंगी। केंद्रीय चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जिन लोगों के वोटर कार्ड नहीं बने हैं, वह अभी भी बनवा सकते हैं।
10 हजार से ज्यादा मतदाता शतायु
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने हरियाणा के खानपान की सराहना करते हुए कहा कि यहां का खानपान काफी हेल्दी है। राज्य में 10 हजार से अधिक मतदाता 100 साल से ऊपर के हैं। यह प्रदेश खिलाड़ियों का प्रदेश है। हमें खुशी है कि इतने हेल्दी मतदाता भी अपनी पसंद की सरकार चुनने के लिए तैयार हैं।
भाजपा सरकार का कार्यकाल तीन नवंबर तक
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 21 सितंबर सितंबर को अधिसूचना जारी की थी। इस सरकार का कार्यकाल तीन नवंबर तक है। हरियाणा में भाजपा की सरकार है। 2014 में भाजपा ने 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुतम की सरकार बनाई थी।
साल 2019 में 40 सीटें जीती थी। लेकिन जजपा के साथ गठबंधन कर भाजपा को सरकार बनानी पड़ी थी। दो माह पहले लोकसभा चुनाव में भाजपा व जजपा का गठबंधन टूट गया था। निर्दलीय विधायकों व हलोपा की वजह से सरकार बनी थी।
चुनाव प्रचार के लिए मिलेंगे 44 दिन
चुनाव प्रचार के लिए राजनीतिक दलों को 17 अगस्त से 29 सितंबर तक कुल 44 दिन मिलेंगे। 2019 में 21 सितंबर को चुनाव आचार संहिता लगी थी और 21 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी। पिछले तीन इलेक्शन में 12 सितंबर के बाद चुनाव की घोषणा हुई है। नतीजे 15 अक्टूबर के बाद आते रहे हैं। इस बार चुनाव की घोषणा एक माह पहले हुई है।
इन मतदाताओं को घर से वोटिंग की सुविधा
केंद्रीय चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य में निष्पक्ष, भय रहित और शांतिपूर्ण चुनाव कराए जाएंगे। इसके लिए सभी एजेंसियों को आवश्यक हिदायतें जारी की जा चुकी हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी कि 85 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं व 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही वोटिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी।
लेकिन उनके पास मतदान केंद्रों पर आकर भी मतदान करने का विकल्प खुला रहेगा। ऐसे मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर जरूरी सुविधाएं हर हाल में मिलेंगी। इन मतदाताओं को स्वयं को पंजीकृत कराने के लिए फार्म 12-डी भरना होगा, ताकि यह पता चल सके कि वे घर से ही वोटिंग करना चाहते हैं या फिर मतदान केंद्र पर आकर वोट डालेंगे।
राजनीतिक दल चाहते थे जल्दी हों विधानसभा चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने नई दिल्ली में प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि हरियाणा में एक चरण में चुनाव होंगे। पांच सितंबर को नामांकन प्रक्रिया आरंभ होगी, जो कि 12 सितंबर तक चलेगी। इसके बाद एक अक्टूबर को मतदान होगा तथा चार अक्टूबर को मतगणना कराई जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने हरियाणा में जल्दी चुनाव कराने को लेकर कहा कि पिछली बार भी दो-दो राज्यों को मिलाकर चुनाव कराए गए थे। इस बार भी जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा को जोड़कर चुनाव कराए जा रहे हैं। राजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने दो दिन हरियाणा में रहकर चुनाव तैयारियों का जायजा लिया।
राजनीतिक दलों के नेताओं से हुई मुलाकात के दौरान सभी में चुनाव की ललक दिखाई दी। कुछ दल चाहते थे कि विधानसभा का चुनाव जल्दी हो। केंद्रीय चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।