Haryana News: सांकेतिक होना चाहिए वॉकआउट, नए कानून बनाते समय विपक्ष का गायब होना ठीक नहीं; विधानसभा अध्यक्ष ने दी नसीहत
हरियाणा बजट सत्र के अंतिम दिन नौ विधेयकों को पास करते समय विधायकों की गैरमौजूदगी पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने नसीहत देते हुए कहा कि वॉक आउट करना विपक्ष का अधिकार है लेकिन ये सांकेतिक होना जरूरी है। क्योकि नए कानून के समय विपक्ष का गायब होना ठीक नहीं है। साथ ही सदन का समय बढ़ाने पर कहा कि सदन का समय बढ़ाने की मांग सिर्फ एक दिखावा है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन नौ विधेयकों को पास करते समय कांग्रेस विधायकों की गैरमौजूदगी पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि वॉकआउट करना विपक्ष का अधिकार है, लेकिन यह सांकेतिक होना चाहिए। विशेषकर नए कानून बनाते समय विपक्ष का सदन से गायब होना ठीक नहीं है। विपक्ष ही कानून में खामियां बता सकता है, जिसे सरकार ठीक भी करती है।
पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष के गंभीर नहीं होने से बुधवार को सदन की कार्यवाही डेढ़-दो घंटे पहले खत्म करनी पड़ी। इससे साफ है कि सदन का समय बढ़ाने की मांग सिर्फ दिखावा है। अगर उनके पास मुद्दे होते तो वह सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं गंवाते।
सदन में 33 घंटे 48 मिनट कार्यवाही चली
बजट सत्र की कार्यवाही का ब्योरा देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि 20 से 28 फरवरी तक सदन की सात बैठकें हुईं और 33 घंटे 48 मिनट कार्यवाही चली। चर्चा में सभी 90 सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान 13 विधेयक पारित किए गए। कुल 1007 दर्शकों ने विधानसभा की कार्यवाही देखी जिनमें 456 स्कूली बच्चे शामिल रहे।
सत्र के दौरान पांच दिन प्रश्नकाल रहा
डा. ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि सत्र के दौरान पांच दिन प्रश्नकाल रहा। 100 तारांकित प्रश्न कार्यवाही का हिस्सा बने, जिनमें से 61 सवाल-जवाबों पर सदन में चर्चा हुई। कुल 59 विधायकों के तारांकित सवाल सत्र में शामिल किए गए जिनमें भाजपा के 23, कांग्रेस के 25, जजपा के छह, इनेलो के एक तथा चार निर्दलीय विधायक शामिल रहे। इसके अलावा 26 विधायकों के 138 अतारांकित प्रश्न भी कार्यवाही का हिस्सा बने। पहली बार विधानसभा के सभी कर्मचारियों के लिए ड्रेस लागू की गई जिससे सदन में अनुशासन देखने को मिला।
हरियाणा विधानसभा का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन
वेबसाइट पर 1966 से लेकर विधानसभा का आज तक का पूरा रिकार्ड डिजिटल रूप से उपलब्ध हो गया है। इस रिकार्ड में सभी सत्रों की कार्यसूची, सदन का आह्वान एवं सत्रावसान, प्रस्ताव/नोटिस, अल्प अवधि नोटिस, प्रश्नोत्तर, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, गैर- सरकारी व सरकारी संकल्प, बिल, बुलेटिन, समीक्षा, सदन की कार्यवाही, माननीय विधायकों का बायोडाटा तथा सभी समितियों की रिपोर्ट शामिल है।