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अमृतसर में ब्यास डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह से मिले हरियाणा के CM खट्टर, दोनों के बीच हुई आध्यात्मिक चर्चा

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सोमवार को अमृतसर के ब्यास डेरा पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने डेरा प्रमुख को स्मृति चिन्ह भेंट किया। बाद में उन्होंने डेरा ब्यास के पुस्तकालय का भी दौरा किया। उन्होंने सुझाव दिया कि इस पुस्कालय में ऐसे साहित्य का भी समावेश होना चाहिए जो समाज को एकसूत्र में पिरोने का काम करे।

By Anurag AggarwaEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 11 Sep 2023 05:33 PM (IST)
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अमृतसर में ब्यास डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह से मिले हरियाणा के मुख्यमंत्री

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को पंजाब के अमृतसर पहुंचकर राधा स्वामी सत्संग ब्यास गद्दी के प्रमुख संत बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो का मानवता के लिए संदेश है कि हर परिस्थिति में सादा जीवन व्यतीत करें, ईमानदारी से पैसा कमाएं, शुद्ध शाकाहारी भोजन करें, नशीले पदार्थों, शराब और सिगरेट के सेवन से दूर रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास सही मायने में एकात्म मानववाद के सिद्धांत को चरितार्थ कर रहा है। उनके द्वारा समाज के प्रति सेवाभाव से किए जा रहे कार्य अति सराहनीय हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी के साथ सोमवार सुबह अमृतसर स्थित डेरा ब्यास पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने डेरा प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो (Gurinder Sinh Dhillon) का आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद डेरे का दौरा किया और डेरे द्वारा संचालित समाजसेवा के कार्यों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने डेरे में रखी जा रही सफाई व्यवस्था को बेहद सराहा। यह संस्था प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के सपने से भी एक कदम आगे बढ़कर कार्य कर रही है, जो मानवता के प्रति सच्ची सेवा है।

समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में संत-महापुरुषों का अतुलनीय योगदान हमेशा से ही रहा है और राधा स्वामी सत्संग स्थल द्वारा समाज सेवा में किए जा रहे असाधारण… pic.twitter.com/B9S6E9fZIe— Manohar Lal (@mlkhattar) September 11, 2023

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डेरा प्रमुख को सीएम ने भेंट किया स्मृति चिन्ह

मुख्यमंत्री ने डेरा प्रमुख को स्मृति चिन्ह भेंट किया। बाद में उन्होंने डेरा ब्यास के पुस्तकालय का भी दौरा किया। उन्होंने सुझाव दिया कि इस पुस्कालय में ऐसे साहित्य का भी समावेश होना चाहिए, जो समाज को एकसूत्र में पिरोने का काम करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत वर्ष ऋषि-मुनियों, पीर-पैगंबरों की धरती है। प्राचीन समय से ही समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में संत-महापुरुषों का अतुल्य योगदान रहा है। राधा स्वामी सत्संग ब्यास द्वारा समाज सेवा में किए जा रहे असाधारण कार्य बेहद सराहनीय हैं। हरियाणा के सिरसा जिले के सिकंदरपुर गांव में भी राधा स्वामी सत्संग ब्यास का विस्तृत स्थल है।

मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने बाबा गुरिंदर सिंह को जानकारी दी कि हरियाणा सरकार ने महापुरुषों की शिक्षाओं को आज की युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार-प्रसार योजना शुरू की है। हमने 2014 में सत्ता संभालते ही प्रदेश में सामाजिक समरस्ता का संदेश देने की शुरुआत की थी और संत-महापुरूषों की जयंतियां सरकारी स्तर पर मनाने की पहल की, जो पूरे देश में अपनी तरह की एक अनूठी पहल है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए नशा मुक्त हरियाणा बनाने के अभियान में भी सरकार ने संत-महापुरूषों का सहयोग लेने की पहल की है।

डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो के बारे में

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती के अनुसार राधा स्वामी सत्संग ब्यास अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ एक धार्मिक संगठन है, जो मौलिक आध्यात्मिक विश्वासों द्वारा निर्देशित है। इस संस्था की स्थापना 1891 में भारत में हुई और धीरे-धीरे इसका फैलाव अन्य देशों में भी हुआ। आज यह डेरा दुनियाभर के 90 से अधिक देशों में बैठकें आयोजित करता है। जब बाबा चरण सिंह जी ने संत गुरिंदर सिंह ढिल्लो को राधा स्वामी डेरा ब्यास का गुरु प्रमुख नियुक्त किया था, तब उनकी उम्र 34 वर्ष थी।

बाबा जी अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद स्पेन की यात्रा पर चले गए थे। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो 1990 में भारत लौट आए और उन्हें बाबा चरण सिंह का उत्तराधिकारी घोषित किया गया, जिन्होंने उन्हें डेरा व्यास के सिंहासन की जिम्मेदारी सौंपी। एक जून, 1990 को बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो ने बाबा चरण सिंह के मार्गदर्शन में डेरा ब्यास में रहते हुए आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया।

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