हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने की इस्तीफे की पेशकश, कहा- किसी और को दे दीजिए जिम्मेदारी
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया (Deepak Babaria) ने इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए यह फैसला लिया है। बाबरिया ने आलाकमान से कहा है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती और ब्रेन स्ट्रोक होने के कारण वह काम करने में असमर्थ हैं।
पीटीआई, चंडीगढ़। कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने सोमवार को कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है।
बाबरिया ने पिछले हफ्ते हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के तुरंत बाद आलाकमान को अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन इस मामले पर उन्हें कोई निर्णय नहीं बताया गया है।
क्या बोले दीपक बाबरिया?
दीपक बाबरिया ने कहा कि पिछले हफ्ते, चुनावी नतीजों के बाद, मैंने इस्तीफे की पेशकश की। मैंने आलाकमान से कहा कि मेरी जगह किसी और को जिम्मेदारी सौंप दी जाए। मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है और नतीजों के मद्देनजर यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी भी है। बाबरिया ने कहा कि मैंने इसका फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया है।
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बाबरिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद भी मैंने दिल्ली के प्रभारी पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसी तरह, (हरियाणा के लिए) कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन इस्तीफे की पेशकश करना मेरी जिम्मेदारी थी।
हाल ही में कांग्रेस ने की थी हार की समीक्षा बैठक
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पिछले गुरुवार को हरियाणा विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार पर एक समीक्षा बैठक की और एक तथ्य-खोज टीम बनाने का फैसला किया, जो हार के कारणों का पता लगाने के लिए अपने सभी उम्मीदवारों से बात करेगी।
सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान नेताओं ने हरियाणा में अप्रत्याशित परिणामों के संभावित कारणों पर चर्चा की और ऐसे परिणामों के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए टीम गठित करने का निर्णय लिया और साथ ही ईवीएम में त्रुटियों की शिकायतों पर भी गौर किया, जैसा कि पार्टी उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है।
बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए थे दीपक बाबरिया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल, चुनाव के लिए एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक अशोक गहलोत और अजय माकन के साथ-साथ राज्य के लिए एआईसीसी सचिवों ने समीक्षा बैठक में भाग लिया। हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी बाबरिया बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए थे।
कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव की मतगणना के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में पाई गई त्रुटियों की गहन जांच की भी मांग की है और मांग की है कि जांच लंबित रहने तक ऐसी ईवीएम को सील करके सुरक्षित रखा जाना चाहिए।
ईवीएम को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की शिकायत
पूर्व मुख्यमंत्रियों भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक गहलोत और एआईसीसी नेताओं जैसे केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, अजय माकन और पवन खेड़ा के अलावा हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदयभान सहित शीर्ष कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को यहां चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि ऐसी कम से कम 20 शिकायतें हैं, जिनमें से कई में ईवीएम के 99 फीसदी बैटरी क्षमता पर काम करने का जिक्र है, जबकि गिनती के दौरान औसत ईवीएम 60 से 70 फीसदी बैटरी क्षमता पर काम करती पाई गईं।
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