हरियाणा में कांग्रेस का जल्द बनेगा संगठन, जिला अध्यक्षों की सूची में दिखाई देगा हुड्डा गुट का दबदबा?
Haryana Congress News हरियाणा के हर जिले में तैनात पर्यवेक्षकों तथा कार्डिनेटरों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया को यह रिपोर्ट नई दिल्ली में दो दिन सोमवार और मंगलवार को सौंप दी जाएगी। फिर बाबरिया इस रिपोर्ट पर कांग्रेस के जिला प्रभारियों के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन करेंगे और 15 सितंबर तक अपनी रिपोर्ट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप देंगे।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Haryana Congress Politics हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया 15 सितंबर तक जिला अध्यक्षों के नामों की सूची पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंप देंगे। 16 से 18 सितंबर तक हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक है, इसलिए संभावना है कि हरियाणा के कांग्रेस जिलाध्यक्षों की सूची 18 सितंबर के बाद ही जारी होगी। हालांकि इस काम को पूरा करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दीपक बाबरिया को 15 सितंबर तक का समय दिया था। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में हरियाणा से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी सैलजा भागीदारी करेंगे।
हरियाणा के हर जिले में तैनात पर्यवेक्षकों तथा कार्डिनेटरों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया को यह रिपोर्ट नई दिल्ली में दो दिन सोमवार और मंगलवार को सौंप दी जाएगी। फिर बाबरिया इस रिपोर्ट पर कांग्रेस के जिला प्रभारियों के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन करेंगे और 15 सितंबर तक अपनी रिपोर्ट पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप देंगे।
हुड्डा गुट का पलड़ा अधिक भारी
जिलाध्यक्षों की सूची आने के बाद प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व ब्लाक अध्यक्षों की सूची पर काम होगा। जिस तरह से हर जिले में कांग्रेस पर्यवेक्षकों व कार्डिनेटरों के सामने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा तथा किरण चौधरी के समर्थकों ने झगड़े किए हैं, उसे देखकर माना जा रहा है कि जिलाध्यक्षों की सूची में हुड्डा गुट का पलड़ा अधिक भारी रहने वाला है।
ये भी पढ़ें- Ambala News: कांग्रेस की बैठक में हुड्डा और सैलजा गुट का हंगामा, जिला व ब्लॉक अध्यक्ष पद को लेकर हुई बहस
हुड्डा का पूरा फोकस हरियाणा पर
कांग्रेस पर्यवेक्षकों व कार्डिनेटरों में अधिकतर हुड्डा समर्थक बताए जाते हैं। जिलों में विवाद का कारण भी यही रहा, लेकिन हुड्डा चूंकि राज्य में पावरफुल नेता हैं, इसलिए उनकी पसंद-नापसंद की अनदेखी करना कांग्रेस हाईकमान के लिए मुश्किल नजर आ रहा है। यह अलग बात है कि रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी और कुमारी सैलजा भी अपने-अपने ढंग से पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं, लेकिन तीनों चूंकि हरियाणा से बाहर के राज्यों के प्रभारी व सह प्रभारी हैं तो ऐसे में हरियाणा पर पूरा फोकस हुड्डा का बना हुआ है। इस बात को स्वयं पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया भी मानते हैं।
रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा व किरण चौधरी के समर्थकों में इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि पिछले दिनों नई दिल्ली में पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया ने जिस फ्लैट में बैठकर लोकसभा स्तर पर कार्यकर्ताओं की बात सुनी, वह एसआरके विरोधी गुट के नेता का है। हालांकि बाबरिया के समर्थक कह चुके हैं कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि प्रभारी सबसे मिले हैं और सबकी बात सुनी है। यह भी सर्वविदित है कि कांग्रेस के विधायकों में हुड्डा समर्थक विधायकों की संख्या बहुत अधिक है।
ये भी पढ़ें- हरियाणा कांग्रेस में टेंशन! खरगे के पास पहुंची हुड्डा की शिकायत, सुरजेवाला बोले- कुछ लोग सोची समझी साजिश...