हुड्डा गुट का साथ देकर भी फंस गए बाबरिया, उदयभान ने ठहराया हार का जिम्मेदार; संगठन न बनाने का भी लगाया आरोप
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया पर संगठन नहीं बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बाबरिया ने पार्टी पदाधिकारियों की सूचियां कांग्रेस हाईकमान को नहीं भेजीं जिससे संगठन कमजोर हुआ और पार्टी चुनाव हार गई। उदयभान ने ईवीएम हैकिंग का भी आरोप लगाया है। बता दें कि बाबरिया चुनाव हारने के बाद से ही सक्रिय नहीं हैं।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया को किनारे लगाने की अटकलों के बीच प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने भी उन पर खुला हमला बोला है। उदयभान ने राज्य में कांग्रेस का संगठन नहीं बन पाने के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को जिम्मेदार ठहराया है।
उदयभान ने कहा कि हमने कई बार पार्टी पदाधिकारियों की सूचियां प्रभारी को सौंपी, लेकिन वह इन्हें कांग्रेस हाईकमान के पास भेजने की बजाय स्वयं दबाए बैठे रहे। इन सूचियों को प्रभारी ने कभी आगे नहीं भेजा। इसलिए राज्य में कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण ईवीएम की हैकिंग तो है ही, राज्य में संगठन का नहीं बन पाना भी एक वजह है।
उदयभान ने बाबरिया को घेरा
चंडीगढ़ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पार्टी अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने माना कि कुछ स्थानों पर टिकटों के आवंटन में गड़बड़ी हुई है, लेकिन उनका पूरा फोकस पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को घेरने पर रहा। हाल ही में कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी सचिव जितेंद्र बघेल को हरियाणा कांग्रेस का सह प्रभारी नियुक्त किया है।
जितेंद्र बघेल हरियाणा कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित आठ सदस्यीय उस कमेटी की बैठक में भी शामिल हुए, जिसे सभी पराजित उम्मीदवारों से चर्चा कर हार के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल इस कमेटी के प्रधान हैं।
चुनाव के बाद से सक्रिय नहीं हैं बाबरिया
कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया चुनाव के बाद से सक्रिय नहीं हैं। उनकी तबीयत भी ठीक नहीं रहती। जितेंद्र बघेल की नियुक्ति के बाद से लग रहा है कि बाबरिया को इस दायित्व से मुक्त किया जाएगा।
उदयभान के अनुसार कांग्रेस प्रभारी की यह जिम्मेदारी थी कि उन्हें हरियाणा कांग्रेस कमेटी की ओर से पार्टी पदाधिकारियों की जो सूची सौंपी गई थी, उसे कांग्रेस हाईकमान से अप्रूव कराते।
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