Haryana Election 2024: बीजेपी में बगावत देख डरी कांग्रेस, रोक दी लिस्ट, तय 66 नामों में हो सकते हैं बदलाव
Haryana Election 2024 बीजेपी की पहली सूची जारी होते ही नेताओं की नाराजगी सामने आ गई है। बगावत करके कई नेता पार्टी छोड़ दिए। इसको देखते ही कांग्रेस ने सूची जारी पर रोक लगा दी है। अब एक दो दिन बाद सूची जारी हो सकती है। कांग्रेस ने जो 66 नामों की लिस्ट तैयार की थी उसमें भी बदलाव संभव है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भाजपा में फूटे असंतोष के स्वर और भगदड़ के बीच कांग्रेस ने अपने विधानसभा उम्मीदवारों की सूची फिलहाल टाल दी है। अगले दो दिनों तक भी सूची आने की संभावना नहीं है। भाजपा के असंतुष्ट और बागी नेताओं को साधने की कोशिश है, ताकि उन्हें साथ जोड़ा जा सके। कांग्रेस 66 सीटों पर उम्मीदवार फाइनल कर चुकी है, इनमें अब कुछ सीटों पर बदलाव हो सकता है।
कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी और सब कमेटी को सुझाव दिए हैं, जिसके आधार पर कई सीटों पर उम्मीदवारों के नाम में बदलाव किया जा सकता है। राज्य की 24 बाकी बची विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने के लिए वीरवार को नई दिल्ली में कांग्रेस सब कमेटी की बैठक में चर्चा की गई।
सैलजा ने सौंपी अपनी पसंद के उम्मीदवारों की लिस्ट
बैठक में सैलजा और सुरजेवाला शामिल हुए। दोनों से 90 सीटों पर अपनी पसंद और नापसंद के उम्मीदवारों को लेकर राय दी। सैलजा और सुरजेवाला की ओर से पहले भी स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय माकन को अपनी पसंद के दावेदारों की सूची भेजी जा चुकी थी। बैठक के बाद सैलजा ने कहा कि हमने अपनी राय से कमेटी को अवगत करा दिया है।सैलजा और सुरजेवाला लड़ना चाहते हैं चुनाव
सैलजा ने कमेटी के सामने स्वयं भी विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है, जबकि रणदीप सुरजेवाला भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। इन दोनों के विधानसभा चुनाव लड़ने अथवा नहीं लड़ने पर कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व फैसला लेगा। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने बैठक के बाद कहा कि टिकटों पर मंथन चल रहा है। सूची के लिए एक-दो दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।
राव-छौक्कर के टिकट पर पेच
विधायक राव दान सिंह और धर्म सिंह छौक्कर के टिकट पर पेच फंसा हुआ है। पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया दोनों को टिकट देने के पक्ष में नहीं है, जबकि हुड्डा पैरवी कर रहे हैं। चर्चा यह भी है कि राव दान सिंह ने बेटे अक्षत राव का नाम टिकट के लिए सामने रखा गया है, लेकिन फीडबैक के बाद प्रभारी उनके पक्ष में भी नहीं है।विधायक सुरेंद्र पंवार को टिकट मिल सकता है। अभी वह जेल में बंद हैं। पंवार नहीं लड़े तो फिर उनके बेटे या बहू उम्मीदवार हो सकते हैं।
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