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Haryana Election 2024: चौटाला ने पूछा- भजनलाल-मनीराम तो ठीक, रामबिलास व धीरपाल कैसे साढ़ू हुए, पढ़िए चुनावी किस्सा

Haryana Assembly Election 2024 हरियाणवी लहजा ही हाजिर जवाबी के साथ हास्य रंग लिए हैं। राजनीति में कई बार विभिन्न मंच से नेताओं ने आपस में व्यंग्य बाण चलाए तो विधानसभा में गंभीर बनी स्थिति भी दिग्गजों ने अपने अनोखे अंदाज से संभाली। विधानसभा चुनाव के बीच पढ़िये 20 नवंबर 1996 के विधानसभा सत्र के दौरान का ऐसा ही एक चुनावी किस्सा...

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Thu, 29 Aug 2024 01:09 PM (IST)
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Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: 1996 विधानसभा सत्र की पढ़िए चुनावी किस्सा।
अमित पोपली, चंडीगढ़। विधानसभा का ये सत्र ऐसा था जब राजनीति के कई दिग्गज इस सदन का हिस्सा थे। मौका उस समय का है जब तारंकित प्रश्न पर आधा घंटे की चर्चा चल रही थी। इसमें सूबे में डिस्टिलरी लगाए जाने, नशा आदि बेचने से जुड़े विषय पर पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल और विधायक मनी राम गोदारा आमने-सामने की स्थिति तक जा पहुंचे थे। लेकिन स्थिति को गंभीर न होने देने का मोर्चा संभाला सबसे हाजिर जवाब पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने।

सवाल ऐसे हास्य रस के साथ पूछा गया कि सदन का माहौल ही अलग हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा, अध्यक्ष महोदय, एक थोड़ी सी जानकारी मैं आपके माध्यम से चाहूंगा कि चौधरी मनी राम और भजन लाल एक दूसरे को साढू कहते हैं क्योंकि ये एक गांव में ब्याहे हैं। यह तो माना जा सकता है। लेकिन सदन में कल राम बिलास शर्मा जी ने धीरपाल को साढ़ू कहा, यह स्पष्ट कर दें कि यह कैसे हुआ ? (इस बात पर सभी हंसने लगे)

बंसीलाल तो किसानों पर घोड़े दौड़ाया करते थे

चौधरी बंसी लाल जब मुख्यमंत्री थे तो जब किसान गन्ने का भाव बढ़ाने के लिए आंदोलन किया करते थे, तब ये उन किसानों पर घोड़े दौड़ाया करते थे और ठंडे पानी के फव्वारे फेंकने का काम किया करते थे। चौटाला की इस बात पर सीएम बंसी लाल ने कहा, स्पीकर सर, मेरे शासन काल में गन्ने के भाव पर ऐजिटेशन हुआ ही नहीं। पलटते हुए चौटाला जवाब देते है, 1986 में यमुनानगर में ऐजिटेशन हुआ था।

बीरेंद्र ने चुटकी ली- चौटाला राज में कौन गन्ना फूंकता

उचाना कलां से कांग्रेस के विधायक वीरेंद्र सिंह ने भी ओपी चौटाला पर चुटकी ली। कहा-स्पीकर सर, चौटाला साहब के राज में तो कोई गन्ना नहीं जलाया गया। क्योंकि ये तो रहे ही 4-5 महीने थे। गन्ना जलाने की फुर्सत कहां थी। (ऐसा कहने के बाद सभी हंसने लगे), उन 5 महीने के टाइम में भी यह बात प्रचलित थी कि चौटाला साहब को किसी ज्योतिषी ने यह बता दिया था कि आप तीन बार मुख्यमंत्री बनेंगे। तो ये फटाफट तीन बार बन लिए।

देवीलाल के समय किसी ने गन्ना नहीं जलाया- चौटाला 

सदन में गन्ना किसानों के भुगतान और ब्याज की बात पर विस्तार से चर्चा चल रही थी। विधायक बीरेंद्र सिंह ने अभी अपनी बात रखी ही थी कि पलटते हुए पूर्व सीएम ओपी चौटाला बोल पड़े, स्पीकर सर, मेरी पर्सनल एक्सप्लेनेशन हैं।

अभी मुख्यमंत्री जी ने हाउस को गुमराह किया है कि देवीलाल के राज में गन्ना जलाया गया है। इस पर राजकुमार सैनी ने कहा कि स्पीकर सर, सात एकड़ में तो गन्ना उस समय मैंने जलाया था। चौटाला बोले स्पीकर साहब- चौधरी देवीलाल के शासनकाल में गन्ना पैदा करने के लिए किसानों को बहुत प्रोत्साहित किया गया।

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