हरियाणा में बीजेपी के लिए '51' का अंक शुभ, अजय गौड़ ने बताया कितने विधायकों से बना रहे सरकार
बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद पार्टी के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़ ने कहा है कि कांग्रेस को अगले 20 साल तक राज्य में सत्ता का सपना छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 51 का अंक शुभ है और हम 51 विधायकों के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। गौड़ ने कांग्रेस पर ईवीएम पर दोष मढ़ने और कल्याणकारी पोर्टल बंद करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Election 2024: हरियाणा के मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़ ने कहा है कि कांग्रेस अब अगले 20 साल तक राज्य में सत्ता का सपना लेना छोड़ दे। हरियाणा में तीसरी बार हुई भाजपा की प्रचंड जीत का पूरे देश में संदेश गया है। लोगों ने डबल इंजन की सरकारों के फायदों, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों तथा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल व नायब सिंह सैनी के जन कल्याणकारी फैसलों पर अपनी सहमति की मुहर लगाई है।
ईवीएम पर दोष मढ़ने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं: अजय गौड़
उन्होंने कहा कि 51 का अंक शुभ है और हम 51 विधायकों के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत करते हुए अजय गौड़ ने कहा कि जिस तरह से गुजरात में भाजपा अपनी जड़ें जमा चुकी है।
उसी तरह से मेहनती कार्यकर्ताओं तथा लोगों के प्यार प्रेम के बूते हरियाणा में भाजपा अपनी जड़ें मजबूत कर चुकी है। अब कांग्रेस को सिर्फ इंतजार करने तथा अपनी हार के लिए ईवीएम पर दोष मढ़ने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं रह गया है।
यह भी पढ़ें- Haryana Result 2024: बहुमत के बाद भी BJP के 8 उम्मीदवारों की जमानत जब्त, हार से नहीं उबर पा रहे
अजय गौड़ ने कहा कि राज्य में जन-जन की सरकार बनी है। कांग्रेस को कल्याणकारी पोर्टल बंद करने का प्रयास, सरकारी भर्तियों की बंदरबांट की घोषणा और जातिवादी राजनीति को बढ़ावा देने का नुकसान हुआ है। भाजपा नेता गौड़ ने कहा कि भाजपा की जीत 36 बिरादरी और सर्वसमाज की जीत है।
हरियाणा की जनता ने इतिहास रचते हुए भाजपा को स्पष्ट बहुमत दिया है। भाजपा के 48 विधायक चुनाव जीते हैं और 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है। कांग्रेस के लोग समीक्षा करते रहेंगे।
बीजेपी को कितने मिले वोट
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को 48 सीटें मिली हैं। वहीं, कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। अगर वोटों की बात करें तो बीजेपी को को 55 लाख 48 हजार 800 वोट मिले हैं। यह 39.94 फीसदी है। जबकि कांग्रेस को 54 लाख 30 हजार 602 वोट मिले जोकि 39.09 प्रतिशत वोट हासिल है।
निर्दलीयों ने 16 लाख 17 हजार 249 यानी 11.64 प्रतिशत वोट हासिल कर तीन सीटों पर चुनाव जीता है, जबकि इनेलो ने पांच लाख 75 हजार 192 यानी 4.14 प्रतिशत वोट शेयर लेकर दो सीटों पर जीत हासिल की है।