Haryana Result 2024: गुरु-चेले की दिन-रात की मेहनत के चलते BJP ने पलट दिया कांग्रेस का गेम, OBC वोटरों पर पड़ा सीधा असर
Haryana Election Result 2024 नायब सिंह सैनी की लोगों के बीच जाकर काम करने की रणनीति भी भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुई। राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि मनोहर लाल को मुख्यमंत्री के पद से बदलकर केंद्र में भेजने तथा उनके स्थान पर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का भाजपा का प्रयोग शायद सफल नहीं हो पाएगा।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपनी दिन रात की मेहनत, साफ सुथरी छवि और मिलनसार प्रवृत्ति के चलते कांग्रेस का गेम पलट दिया। नायब सिंह को मुख्यमंत्री के रूप में सिर्फ 56 दिन काम करने का मौका मिला।
इन 56 दिनों में उन्होंने 126 फैसले लिए। न केवल फैसले लिए, बल्कि उन फैसलों के शासकीय परिपत्र और अधिसूचनाएं तक जारी करवाई, जिससे लोगों में यह भरोसा जम गया कि नायब सिंह सैनी की नीयत साफ है और उनकी कथनी व करनी में कोई अंतर नहीं है। इसलिए उनके नेतृत्व में प्रदेश विकास और सुशासन की राह पर चलेगा।
जनता ने गुरु के कामकाज पर लगाई मुहर
प्रदेश की जनता ने केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साढ़े नौ साल के कामकाज पर भी मुहर लगाई है। मनोहर कार्यकाल में बिना पर्ची व बिना खर्ची के सरकारी नौकरियां दी गईं। भ्रष्टाचार काफी हद तक खत्म किया गया।
सरकारी योजनाओं में लीकेज बंद किया और विभिन्न पोर्टल चालू कर आम व्यक्ति तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने की कार्ययोजना को धरातल तक पहुंचाया। नायब सैनी और मनोहर लाल की जोड़ी ने टिकट आवंटन से लेकर चुनाव लड़वाने तक माइक्रो मैनेजमेंट करते हुए ताबड़तोड़ रैलियां व जनसभाएं कीं, जिनका असर जीत के रूप में सामने आया है।
नायब सैनी पर दांव का चला जादू
नायब सिंह सैनी की लोगों के बीच जाकर काम करने की रणनीति भी भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुई। राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि मनोहर लाल को मुख्यमंत्री के पद से बदलकर केंद्र में भेजने तथा उनके स्थान पर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का भाजपा का प्रयोग शायद सफल नहीं हो पाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
यह प्रयोग लोकसभा चुनाव में कम असरदार रहा और भाजपा को 10 की बजाय पांच सीटों से ही काम चलाना पड़ा, लेकिन विधानसभा चुनाव में पुरानी कमियों को दूर करते हुए नायब सिंह सैनी व मनोहर लाल की जोड़ी ने अपनी टीम के साथ जिस तरह आम लोगों के बीच काम किया।
आम जनता के लिए खोल दिए मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे
नायब सैनी का ओबीसी और मनोहर लाल का पंजाबी मतों में जबरदस्त प्रभाव है। भाजपा के रणनीतिकारों खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नायब सिंह सैनी को चुनाव से करीब दो माह पहले ही सीएम फेस घोषित कर दिया था।
कांग्रेस सीएम फेस लेकर पूरे समय लड़ती रही। नायब सिंह सैनी के सामने मुख्यमंत्री का दायित्व निभाना तथा लोगों का भरोसा जीतना बड़ी चुनौती थी। उन्होंने सबसे पहले मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए।
गुरु मनोहर लाल ने हर समय किया मार्गदर्शन
फील्ड में जाकर लोगों के साथ बैठना, उनके साथ चाय पीना, खाना खाना और हाथ मिलाने के साथ ही उन्हें गले लगाने के ऐसे उपक्रम रहे, जो लोगों को काफी पसंद आए। लोगों में यह संदेश गया कि नायब सिंह सैनी उनके जैसे ही आम इंसान हैं।
चुनाव के दौरान नायब सिंह सैनी ने दिन-रात मेहनत की। वे जब भी किसी विषय पर फंसते थे, सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हाट लाइन पर बात करते थे। उनके राजनीतिक गुरु मनोहर लाल ने हर समय नायब सिंह का मार्गदर्शन किया।
कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने में कामयाब रहे
भाजपा प्रभारी के रूप में डॉ. सतीश पुनिया, विधानसभा चुनाव प्रभारी के रूप में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी बिप्लब कुमार देब और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली व संगठन मंत्री फणींद्रनाथ शर्मा को भरोसे में लेकर नायब सिंह सैनी ने पार्टी के उन कार्यकर्ताओं की भी नाराजगी दूर करने में कामयाबी हासिल की, जिन्हें सत्ता के करीब आने की चाह लंबे समय से लगी हुई थी।