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दक्षिण हरियाणा में बढ़त, मध्य में ढहाया हुड्डा का किला, जानिए कैसे BJP ने जजपा और कांग्रेस के गढ़ में लगाई सेंध

पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा आठ और कांग्रेस 11 सीटों पर जीती जबकि अन्य सीटें जजपा इनेलो और निर्दलीय के खाते में गईं। इस बार भाजपा ने मध्य हरियाणा में 12 सीटें जीती हैं। इस चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जाट बाहुल्य रोहतक व सोनीपत जिले में लगा। यह इलाका पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा का गढ़ कहा जाता है।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Tue, 08 Oct 2024 11:20 PM (IST)
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Haryana Result 2024: दक्षिण हरियाणा में बढ़त, मध्य में ढहाया हुड्डा का किला।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। दक्षिण हरियाणा, मध्य और उत्तर हरियाणा (जीटी रोड) बेल्ट में बंटे पूरे प्रदेश में इस बार भाजपा का प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा है। उत्तर और दक्षिण हरियाणा में भाजपा ने जहां अपना पुराना प्रदर्शन दोहराया है, वहीं मध्य हरियाणा में कांग्रेस व जजपा जैसे क्षेत्रीय दलों के मतों में सेंधमारी कर दमदार एंटरी की है।

दक्षिण हरियाणा में तो भाजपा ने अपना प्रदर्शन पिछले चुनाव की अपेक्षा सुधारा है, जबकि मध्य हरियाणा में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ ढहा दिया।

उत्तर हरियाणा में भाजपा का प्रदर्शन पिछले चुनाव जैसा रहा है। उत्तर में भाजपा को फिर मिली 14 सीटें उत्तर हरियाणा में पंचकूला, अंबाला, यमुनागर, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र और पानीपत की 27 विधानसभा सीटें आती हैं।

2014 के विधानसभा चुनावों में मोदी लहर पर सवार भाजपा ने पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाते हुए प्रदेश में कुल 47 सीटें जीती थी, जिनमें 22 सीटें इन्हीं सात जिलों में मिली।

इस क्षेत्र में बीजेपी ने जीती 14 सीट

इसके बाद 2019 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में भाजपा की पकड़ ढीली पड़ी तो 14 सीटों पर ही कमल खिला। मौजूदा विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने इस क्षेत्र में 14 सीटें जीती हैं।

इनमें कालका, अंबाला छावनी, यमुनानगर, रादौर, लाडवा, पूंडरी, नीलोखेड़ी, इंद्री, करनाल, असंध, पानीपत शहर, पानीपत ग्रामीण, इसराना और समालखा विधानसभा सीटें शामिल हैं। मध्य में ढह गया हुड्डा का गढ़ मध्य हरियाणा में हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, रोहतक और साेनीपत जिले आते हैं, जहां 30 विधानसभा सीटें हैं।

माना जाता था हुड्डा का गढ़

पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा आठ और कांग्रेस 11 सीटों पर जीती, जबकि अन्य सीटें जजपा, इनेलो और निर्दलीय के खाते में गईं। इस बार भाजपा ने मध्य हरियाणा में 12 सीटें जीती हैं। इस चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका जाट बाहुल्य रोहतक व सोनीपत जिले में लगा।

यह इलाका पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा का गढ़ कहा जाता है। भाजपा ने इस बार सोनीपत की छह में से चार सीटें जीत लीं। इनमें गोहाना, खरखौदा, राई व सोनीपत शामिल हैं।

बरौदा सीट ही जीत सकी कांग्रेस

गोहाना और खरखौदा सीटें तो पार्टी ने पहली बार जीतीं। 2014 की मोदी लहर और 2019 में भी कांग्रेस ने इन सीटों पर कब्जा बरकरार रखा था, लेकिन इस बार हुड्‌डा का यह गढ़ ढह गया। सोनीपत जिले की गन्नौर सीट पर भाजपा के बागी देवेंद्र कादियान बतौर निर्दलीय कैंडिडेट विजयी रहे। कांग्रेस सोनीपत जिले में सिर्फ बरौदा सीट जीत पाई।

इन सीटों का क्या रहा हाल

दक्षिण हरियाणा में भाजपा ने सुधारा प्रदर्शन दक्षिण हरियाणा में भिवानी, महेंद्रगढ़, दादरी, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह जिले शामिल हैं। इस क्षेत्र में 33 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से पिछले चुनाव में भाजपा ने 18 और कांग्रेस ने 11 सीटें जीती।

भाजपा ने अहीरवाल यानी दक्षिण हरियाणा में इस बार 10 साल पुराना प्रदर्शन दोहराते हुए 22 सीटें जीती हैं। 2014 की मोदी लहर में भाजपा ने अहीरवाल में आने वाले रेवाड़ी, गुरुग्राम व महेंद्रगढ़ जिले की सभी 11 सीटें जीती थीं। 2019 में वह यहां आठ सीटें जीती।

इस बार पार्टी 11 में से नौ सीटों पर विजयी रही। हालांकि लगातार दो बार से जीती नांगल चौधरी सीट इस बार भाजपा के हाथ से निकल गई।

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